देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

कान पर पड़ रहा कोरोना का असर।

कोरोना या सामान्य वायरस न्यूरोपैथी क्रिएट करता है। इसके संक्रमण से कान की नसों को नुकसान होता है। 60 फीसदी मामलों में यह बीमारी स्वत: ठीक हो जाती है।

हे.जा.स.
September 20 2021
0 25109
कान पर पड़ रहा कोरोना का असर। प्रतीकात्मक

गोरखपुर। कोरोना के केस भले कम हो गए हों लेकिन संक्रमण का असर लोगों को तरह-तरह की बीमारियां दे रहा है। यह शरीर के कई अंगों को अपनी चपेट में ले रहा है। दिल, दिमाग, आंख के अलावा कान पर भी असर कर रहा है। इसके कारण कान की बीमारी हो रही है। सुनने की क्षमता कम हो रही है। कान में दर्द, भारीपन, सनसनाहट, घंटी या सीटी बजने जैसी आवाज महसूस हो रही है। वायरल फीवर से जूझ रहे मरीजों में भी यह बीमारी नजर आ रही है। अस्पतालों के नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ के पास बड़ी संख्या में ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं।

नसों पर वार कर रहा है वायरस
नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष शंकर रे बताते हैं कि यह दिक्कत वायरल इंफेक्शन की वजह से होती है। कोरोना भी वायरस है। सामान्य वायरल फीवर में भी वायरस का ही इंफेक्शन होता है। इन दोनों तरह के मामलों में मरीजों में सेंसेरी न्यूरल हियरिंग लॉस के मामले बढ़ रहे हैं। बड़ी संख्या में इसके मरीज आ रहे हैं।

60 फीसदी खुद हो जाते हैं ठीक
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अर्पित श्रीवास्तव ने बताया कि यह कोरोना या सामान्य वायरस न्यूरोपैथी क्रिएट करता है। इसके संक्रमण से कान की नसों को नुकसान होता है। 60 फीसदी मामलों में यह बीमारी स्वत: ठीक हो जाती है। 40 फीसदी को इलाज की जरूरत पड़ती है। इनमें से 20 फीसदी में इस बीमारी का व्यापक असर पड़ता है। ऐसे मरीजों को सुनाई देना कम हो जाता है

कोरोना तो ठीक हो गया अब कान में सीटी बजा रहा वायरस? गोरखपुर। कोरोना के केस भले कम हो गए हों लेकिन संक्रमण का असर लोगों को तरह-तरह की बीमारियां दे रहा है। यह शरीर के कई अंगों को अपनी चपेट में ले रहा है। दिल, दिमाग, आंख के अलावा कान पर भी असर कर रहा है। इसके कारण कान की बीमारी हो रही है। सुनने की क्षमता कम हो रही है। कान में दर्द, भारीपन, सनसनाहट, घंटी या सीटी बजने जैसी आवाज महसूस हो रही है। वायरल फीवर से जूझ रहे मरीजों में भी यह बीमारी नजर आ रही है। अस्पतालों के नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ के पास बड़ी संख्या में ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं।

नसों पर वार कर रहा है वायरस
नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष शंकर रे बताते हैं कि यह दिक्कत वायरल इंफेक्शन की वजह से होती है। कोरोना भी वायरस है। सामान्य वायरल फीवर में भी वायरस का ही इंफेक्शन होता है। इन दोनों तरह के मामलों में मरीजों में सेंसेरी न्यूरल हियरिंग लॉस के मामले बढ़ रहे हैं। बड़ी संख्या में इसके मरीज आ रहे हैं।

60 फीसदी खुद हो जाते हैं ठीक
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अर्पित श्रीवास्तव ने बताया कि यह कोरोना या सामान्य वायरस न्यूरोपैथी क्रिएट करता है। इसके संक्रमण से कान की नसों को नुकसान होता है। 60 फीसदी मामलों में यह बीमारी स्वत: ठीक हो जाती है। 40 फीसदी को इलाज की जरूरत पड़ती है। इनमें से 20 फीसदी में इस बीमारी का व्यापक असर पड़ता है। ऐसे मरीजों को सुनाई देना कम हो जाता है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉ. आदित्य पाठक के मुताबिक इसे टीनीटस कहते हैं। मरीज कान में सनसनाहट, आवाज सुनाई देने, सीटी या घंटी बजने, कान में भारीपन जैसी शिकायत लेकर ओपीडी में आ रहे हैं। इनकी जांच की जा रही है। इन मरीजों में वायरस के संक्रमण के कारण कान की नस सूखती हुई मिलती है।

डॉक्टर से करें तत्काल संपर्क
डॉ. संतोष शंकर रे कहते हैं कि समय से इलाज मिलने पर यह बीमारी काफी हद तक ठीक हो सकती है। इस मामले में मरीज को लापरवाही नहीं करनी चाहिए। आमतौर पर मरीज कान की सनसनाहट या भारीपन को नजरअंदाज करते हैं। यह लापरवाही उन्हें उम्रभर की बीमारी दे सकती है। लक्षण होने पर नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में मिला ब्लैक और व्हाइट फंगस का पहला केस

विशेष संवाददाता December 31 2022 14544

गाजियाबाद के हर्ष अस्पताल में ब्लैक और व्हाइट फंगस का पहला केस सामने आया है। डॉक्टर्स भी उनकी हालत प

उत्तर प्रदेश

किशोरियों को ब्रेस्ट, सर्वाइकल व ओवेरियन कैंसर के प्रति जागरूक किया 

रंजीव ठाकुर May 22 2022 17442

कार्यक्रम में नीलू त्रिवेदी ने माहवारी के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े को गर्भाशय के कैंसर का

सौंदर्य

आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स दूर करने के लिए आजमाएं ये उपाय

श्वेता सिंह October 19 2022 12031

बादाम का तेल भी डार्क सर्कल को दूर करने में उपयोग किया जा सकता है। इसे आप रात को सोने से पहले अपनी आ

राष्ट्रीय

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण तेरह हज़ार के पार

एस. के. राणा June 18 2022 12972

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार की सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, 113 दिनों में यह पहली बार है, जब

राष्ट्रीय

आंखों का सूखापन है हर उम्र की समस्या- डॉ. प्रत्युष रंजन

हुज़ैफ़ा अबरार February 15 2021 17138

बड़ी स्क्रीन पर काम करते समय आंखें 30 से 40 प्रतिशत तक कम झपकती हैं और मोबाइल पर पलकें झपकने की दर 6

उत्तर प्रदेश

प्रदेश में हर साल 14700 बच्चे हो रहे कैंसर ग्रस्त, 30 फीसदी ही पहुंच पाते हैं अस्पताल: प्रमुख सचिव 

हुज़ैफ़ा अबरार October 15 2023 81030

प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि डब्ल्यूएचओ (WHO) ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर चाइल्डहुड कैंसर

राष्ट्रीय

गुवाहाटी में गुरुवार से शुरू हो रहा पारंपरिक चिकित्सा सम्मेलन

एस. के. राणा March 02 2023 16216

शंघाई सहयोग संगठन के तहत 2 से 5 मार्च, 2023 तक असम के शहर गुवाहाटी असम में बी2बी कॉन्फ्रेंस एवं पारं

उत्तर प्रदेश

हृदय रोग: चरक संहिता पर एक साथ शोध करेंगे मेडिकल साइंस और आयुर्वेद

रंजीव ठाकुर July 20 2022 48156

मौजूदा जीवनशैली तमाम रोगों के साथ हार्ट डिजीज को बड़े पैमाने पर साथ लेकर आ रही है। मॉडर्न मेडिकल साइं

उत्तर प्रदेश

फाइलेरिया के इलाज में अब डबल्यूएचओ का मॉडल अपनाया जाएगा: डॉ एके सिंह निदेशक, संचारी रोग

रंजीव ठाकुर August 31 2022 16864

निदेशक, संचारी रोग ने बताया कि फाइलेरिया को जड़ से समाप्त करने के लिए यूपी में अब डबल्यूएचओ का मॉडल अ

इंटरव्यू

सफेद दाग छूआछूत की बीमारी नहीं: डॉ ए के गुप्ता

रंजीव ठाकुर June 11 2022 37003

सफेद दाग के बहुत से कारण होते हैं लेकिन संयुक्त रुप से इसे ल्यूकोडर्मा कहा जाता है। जब शरीर में रंग

Login Panel