देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

कोरोना के इलाज में कोलचीसीन दवा के क्लीनिकल परीक्षण की मिली मंज़ूरी।

कोलचीसीन का उपयोग हृदय रोग से पीड़ित कोविड-19 मरीजों के लिए मददगार साबित होगा और यह प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स को कम करके जल्दी संक्रमण मुक्त होने में मदद करेगा।

एस. के. राणा
June 13 2021 Updated: June 13 2021 22:24
0 18271
कोरोना के इलाज में कोलचीसीन दवा के क्लीनिकल परीक्षण की मिली मंज़ूरी। प्रतीकात्मक

नयी दिल्ली। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीएसआईआर और लक्साई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड को कोविड-19 मरीजों पर कोलचीसीन दवा के क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी दे दी है। सीएसआईआर महानिदेशक के सलाहकार राम विश्वकर्मा ने बताया कि सामान्य देखभाल/इलाज के साथ कोलचीसीन का उपयोग हृदय रोग से पीड़ित कोविड-19 मरीजों के लिए मददगार साबित होगा और यह प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स को कम करके जल्दी संक्रमण मुक्त होने में मदद करेगा। 

उन्होंने कहा कि दुनिया भर में हुए कई अध्ययनों से इसकी पुष्टि हुई है कि हृदय रोग से पीड़ित कोविड-19 मरीजों को जान को खतरा है और इस कारण काफी लोगों की मौत हो रही है, ऐसे में नयी दवा की जरुरत है। बयान के अनुसार, ‘‘वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और लक्साई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड (हैदराबाद) को डीसीजीआई ने कोविड-19 मरीजों के इलाज में कोलचीसीन दवा के उपयोग के प्रभाव और सुरक्षा के संबंध में दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण करने की मंजूरी दे दी है।’’ 

इस महत्वपूर्ण क्लीनिकल परीक्षण में साझेदार हैं...

सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी, हैदराबाद) और सीएसआईआर-भारतीय समवेत औषध संस्थान (आईआईआईएम, जम्मू)। आईआईसीटी के निदेशक एस. चन्द्रशेखर ने कहा कि भारत इस महत्वपूर्ण दवा के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है और अगर यह सफल रहती है तो मरीजों को यह (कोलचीसीन दवा) किफायती दाम पर उपलब्ध करायी जाएगी। 

लक्साई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ राम उपाध्याय ने बताया कि देश में विभिन्न जगहों पर मरीजों के पंजीकरण का काम शुरू हो गया है और परीक्षण 8 से 10 सप्ताह में समाप्त होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि परीक्षण के परिणाम और नियामक संस्था से मंजूरी के आधार पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को यह दवा उपलब्ध करायी जाएगी। 

सीएसआईआर ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि उसने लक्साई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए एंटी-हेलमिंथिक दवा (परजीवियों के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवाई) निकलोसमाइड का दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण कर रहा है। 

सीएसआईआर ने कहा कि निकलोसमाइड दवा का अतीत में बच्चों और व्यस्कों दोनों में टेपवर्म (फीता कृमि) के इलाज में खूब इस्तेमाल हुआ है। समय-समय पर इस दवा के सुरक्षित होने की जांच हुई है और अलग-अलग डोज में भी यह लोगों के सेवन के लिए सुरक्षित है। 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

बंथरा में अधूरी साफ-सफाई और स्वच्छ पेयजल के अभाव बीच चल रहा कोविड वैक्सीनेशन

रंजीव ठाकुर August 28 2022 14890

एक तरफ तो प्रदेश में डेंगू, डायरिया, मलेरिया के साथ मंकी पॉक्स, टोमैटो फ्लू जैसे रोग फैले हुए है वही

सौंदर्य

दमकती त्वचा पाने के लिए करें फलों के छिलकों का उपयोग

सौंदर्या राय October 16 2023 76479

इस समस्या को दूर करने के लिए फलों के छिलकों का इस्तेमाल करने से त्वचा पर निखार आता है। आइए आपको बतात

उत्तर प्रदेश

जौनपुर जिला अस्पताल का डीएम ने किया निरीक्षण

श्वेता सिंह August 26 2022 22635

ब्लड बैंक के निरीक्षण के दौरान उपलब्ध ब्लड यूनिट की संख्या की जानकारी ली। इस पर जिलाधिकारी ने सीएमए

राष्ट्रीय

कोविड-19 का ये नया वैरिएंट बेहद खतरनाक, डब्ल्यूएचओ ने फिर चेताया

विशेष संवाददाता January 20 2023 14016

इसी बीच एक स्टडी के दावे के अनुसार कोरोना का नया वैरिएंट XBB.1.5 अन्य वैरिएंट्स की तुलना में वैक्सिन

अंतर्राष्ट्रीय

कोरोना टीके से मिलने वाली प्रतिरक्षा समय के साथ कम हुई: शोध

हे.जा.स. November 26 2021 13007

वैज्ञानिकों का मानना है कि उच्च टीकाकरण दर वाले देशों में भी, संक्रमण अधिक फैल सकता है, क्योंकि समय

उत्तर प्रदेश

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन

आरती तिवारी August 22 2022 33825

बुजुर्गों के लिए आंख से संबंधित समस्याओं के लिए शिविर लगाया गया था। कार्यक्रम में नेत्र चिकित्सक द्व

शिक्षा

भारतीय चिकित्सा परिषद का अस्तित्व समाप्त इसकी जगह लेगा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग।

अखण्ड प्रताप सिंह November 26 2020 16875

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 की धारा 60 की उपधारा (1) के अनुबंधों के अनुसरण में भारतीय चिकि

राष्ट्रीय

थोड़ी सी बारिश में नवादा सदर अस्पताल बना तालाब

आरती तिवारी July 01 2023 22644

सदर अस्पताल बारिश के कारण तालाब में तब्दील हो चुका है। आलम यह है कि परिजन मरीजों को घुटने भर पानी मे

राष्ट्रीय

धीरे धीरे काबू में आ रही है कोविड महामारी।

हे.जा.स. February 05 2021 21397

कुल 15 हजार 8 सौ 53 मरीज़ संक्रमण से स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए है। इन आकड़ों से इस बात कि प

अंतर्राष्ट्रीय

मिट्टी में बढ़ रहे खारेपन से बढ़ेगी वैश्विक ख़ाद्य समस्या।

हे.जा.स. December 04 2021 21328

मृदा या मिट्टी के खारेपन से तात्पर्य मिट्टी में नमक के अत्यधिक स्तर का पाया जाना है, जिससे पौधों और

Login Panel