नयी दिल्ली। देश में बढ़ती आबादी पर आम आदमी की चिंता दिखाई पड़ने लगी है। सरकार द्वारा जारी आँकड़े बता रहें है कि गर्भनिरोधक साधनों की मांग बढ़ी है। समग्र गर्भनिरोधक प्रसार दर (CPR) 54 प्रतिशत से बढ़कर 67 प्रतिशत हो गई है। गर्भनिरोधकों के आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल भी लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बढ़ गया है। हाँ, परिवार नियोजन की अधूरी जरूरतों में 13 प्रतिशत से 9 प्रतिशत की महत्वपूर्ण गिरावट भी देखी गई है।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के पांचवें दौर की रिपोर्ट बताती है कि गर्भनिरोधक प्रसार दर के बढ़ने के कारण देश की कुल प्रजनन दर 2.2 से घटकर 2.0 हो गई है। यह जनसंख्या नियंत्रण उपायों की अहम प्रगति को दर्शाता है। कुल प्रजनन दर (TFR) को प्रति महिला बच्चों की औसत संख्या के रूप में मापा जाता है, जो राष्ट्रीय स्तर पर NFHS-4 और 5 के बीच 2.2 से घटकर 2.0 हो गई है।
देश में केवल पांच राज्य हैं, जो 2.1 के प्रजनन क्षमता के रिप्लेसमेंट लेवल से ऊपर हैं। इनमें बिहार (2.98), मेघालय (2.91), उत्तर प्रदेश (2.35), झारखंड (2.26) और मणिपुर (2.17) शामिल हैं। NFHS-5 सर्वे में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 707 जिलों (मार्च, 2017 तक) के लगभग 6.37 लाख सैंपल परिवारों से लिए गए हैं। इसमें 7,24,115 महिलाओं और 1,01,839 पुरुषों को शामिल किया गया था।
रिपोर्ट में NHFS-5 ने उल्लेख किया है कि देश में संस्थागत जन्म 79 प्रतिशत से बढ़कर 89 प्रतिशत हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगभग 87 प्रतिशत जन्म संस्थानों में हो रहें हैं। शहरी क्षेत्रों में यह 94 प्रतिशत है। अरुणाचल प्रदेश में संस्थागत जन्म में अधिकतम 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके बाद असम, बिहार, मेघालय, छत्तीसगढ़, नागालैंड, मणिपुर, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। पिछले 5 वर्षों में 91 प्रतिशत से अधिक जिलों में 70 प्रतिशत से अधिक जन्म स्वास्थ्य सुविधाओं में हुए हैं।
संस्थागत जन्म का अर्थ प्रशिक्षित और सक्षम स्वास्थ्यकर्मियों की समग्र देख-रेख में एक चिकित्सा संस्थान में बच्चे को जन्म देना होता है।
एस. के. राणा March 06 2025 0 48729
एस. के. राणा March 07 2025 0 48729
एस. के. राणा March 08 2025 0 46953
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 40404
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 32634
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 31968
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 30858
सौंदर्या राय May 06 2023 0 84348
सौंदर्या राय March 09 2023 0 88742
सौंदर्या राय March 03 2023 0 88983
admin January 04 2023 0 89589
सौंदर्या राय December 27 2022 0 78639
सौंदर्या राय December 08 2022 0 67987
आयशा खातून December 05 2022 0 122100
लेख विभाग November 15 2022 0 92020
श्वेता सिंह November 10 2022 0 111723
श्वेता सिंह November 07 2022 0 90344
लेख विभाग October 23 2022 0 75569
लेख विभाग October 24 2022 0 77564
लेख विभाग October 22 2022 0 84618
श्वेता सिंह October 15 2022 0 90672
श्वेता सिंह October 16 2022 0 84902
कार्यशाला में साचीज की सीईओ संगीता सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में पहली बार इतने ब
SARS-CoV-2 में चार संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं। एन्वलोप (E), मेम्ब्रेन (M), न्यूक्लियोकैप्सिड (N), औ
बांस की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-बायोटिक गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर की कई
दो दिन बाद आयुर्वेदिक साइंस में 38 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 15 जुलाई से आवेदन पत्र
सभी सीएचसी व पीएचसी के प्रभारियों को आदेश दिया है कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद क्षेत्र के लोगों व प्
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आईएमए ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें जनसंख्या से जुड़े मुद्दे प
मरीज को रविवार को केजीएमयू से छुटटी दे दी गई। रोगी थकान, भूख न लगना और बाद में पीलिया और रक्तस्राव क
केंद्र सरकार ने प्रथम चरण में कोविशिल्ड के 11 करोड़ टीके 231 करोड़ रुपये में खरीदे थे। अब SII के सा
गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं में कोरोना संक्रमण के जोखिम को लेकर अब तक कई वैज्ञानिक दस्तावेज सामने
रोबोट के पिता बनने की ये कहानी बार्सिलोना की है। वैज्ञानिकों ने यहां रोबोट की मदद से संतानोत्पति के
COMMENTS