देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

अंतर्राष्ट्रीय

नेता आम जनता के मुकाबले ज्यादा दिनों तक जीवित रहते हैं: शोध

इन असमानताओं को मापने के लिए हमने हर नेता का उसके देश, आयु और लिंग के अनुसार आम जनता की मृत्यु दर के साथ मिलान किया। इसके बाद हमने हर साल मरने वाले नेताओं की संख्या की तुलना जनसंख्या के आधार पर मृत्यु दर से की।

हे.जा.स.
July 07 2022 Updated: July 10 2022 19:41
0 20237
नेता आम जनता के मुकाबले ज्यादा दिनों तक जीवित रहते हैं: शोध प्रतीकात्मक चित्र

लंदन (भाषा)। कई देशों में आय और धन के बीच असमानता 1980 के दशक से बढ़ रही है। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि विश्वभर में सर्वाधिक आय अर्जित करने वाले एक प्रतिशत लोग वैश्विक आय का 20 प्रतिशत अर्जित करते हैं।


यह असमानता केवल धन की नहीं है। समाज के शेष तबके के मुकाबले, अमीर लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में अधिक लाभ मिलता है। ऐसे लोगों का जीवन लंबा होता है। अमेरिका में शीर्ष एक प्रतिशत आय वाले लोगों की जीवन प्रत्याशा बाकी लोगों से 15 साल अधिक होती है। इस वर्ग में उच्च शिक्षा प्राप्त और औसत से अधिक आय वाले लोग तथा नेता शामिल हैं।


उन पर अकसर ऐसे आरोप लगते हैं कि वे उनके जैसे नहीं होते जिनका वह प्रतिनिधित्व करते हैं और वे ऐसी नीतियां नहीं बनाते जिससे लोगों के दैनिक जीवन में सुधार आए। हाल में किये गए एक अध्ययन में हमने नेताओं और आम जनता के बीच मृत्यु दर (mortality rates) में अंतर की जांच की और पाया कि नेताओं की जीवन प्रत्याशा (life expectancy) उस जनसंख्या से अधिक है जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं।


हमने उच्च आय वाले 11 देशों- ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर अध्ययन किया। हमारा अध्ययन 57 हजार नेताओं (leaders) पर आधारित था जिसमें ऐतिहासिक आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया। कुछ मामलों में हमने दो शताब्दी पुराने मामलों को आधार बनाया।


इन असमानताओं को मापने के लिए हमने हर नेता का उसके देश, आयु और लिंग के अनुसार आम जनता की मृत्यु दर के साथ मिलान किया। इसके बाद हमने हर साल मरने वाले नेताओं की संख्या की तुलना जनसंख्या के आधार पर मृत्यु दर से की।


हमने 45 साल की आयु के लिए नेताओं और जनता के बीच जीवन प्रत्याशा की भी गणना की। लगभग सभी देशों के लिए जनता और नेताओं के बीच मृत्यु दर, 19वीं और 20वीं शताब्दियों के लिए एक जैसी थी लेकिन 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध तक नेताओं की जीवन प्रत्याशा तेजी से बढ़ी।


इसका यह मतलब है कि हमने जिन देशों का अध्ययन किया था उनमें रहने वाले नेता आम जनता के मुकाबले ज्यादा दिनों तक जीवित रहे। अधिकांश देशों में, 45 वर्ष की आयु में नेताओं की शेष जीवन प्रत्याशा 40 साल के आसपास है। आय और दौलत के बीच बड़ा अंतर इसका एक कारण हो सकता है लेकिन यही एक वजह नहीं है। आय में असामनता 1980 के दशक में बढ़ने लगी।


इसके विपरीत नेताओं और जनता के बीच जीवन प्रत्याशा का अंतर 1940 के दशक से ही बढ़ रहा था। नेताओं की जीवन प्रत्याशा बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें स्वास्थ्य (health) और जीवनशैली (lifestyle) में अंतर-जैसे कि धूम्रपान और खानपान शामिल हैं। बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में सिगरेट (Cigarettes) लोकप्रिय थी और 1950 के दशक तक, सभी वर्गों के लोगों द्वारा धूम्रपान किया जाता था। परंतु अब ऐसा नहीं है।


तंबाकू पर प्रतिबंध (ban on tobacco) के साथ लोक स्वास्थ्य के लिए उठाए गए कदमों के कारण धूम्रपान करने वालों की संख्या कम हुई है, विशेष रूप से नेता जैसे वर्ग के लोगों में। यह भी संभव है कि प्रचार के नए तरीकों (television and social media) ने नेता बने लोगों में बदलाव ला दिया।


आमतौर पर महिलाओं की जीवन प्रत्याशा पुरुषों की तुलना में अधिक है। लेकिन ज्यादातर देशों में, महिला नेताओं से संबंधित आंकड़े 1960 के बाद ही उपलब्ध हो सके। हमने पाया कि नेताओं और आम लोगों के बीच जीवन प्रत्याशा अंतराल महिलाओं और पुरुषों के लिए समान था।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

मुलायम सिंह यादव को थी ये गंभीर बीमारी, कहीं आप भी तो पीड़ित नहीं

श्वेता सिंह October 11 2022 17734

किडनी डैमेज होने से यह अतिरिक्त पानी शरीर के अंदर ही रहने लगता है। जो कि फेफड़ों के अंदर और आसपास जम

उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ बाइक रैली

आरती तिवारी October 17 2022 16196

ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ महिलाओं ने जागरुकता रैली निकाली गई है। जहां गाजियाबाद से नोएडा तक महिलाओं ने

उत्तर प्रदेश

कानपुर देहात में 26 मवेशी मिले लंपी वायरस से पीड़ित

श्वेता सिंह October 15 2022 22393

कानपुर देहात के ब्लॉक क्षेत्र में कस्बा समेत आठ गांवों में 26 मवेशी लंपी वायरस से पीड़ित मिले हैं। प

राष्ट्रीय

भारत बायोटेक, Ocugen Inc के सहयोग से अमेरिका में बेचेगा कोवैक्सीन टीका।  

हे.जा.स. February 07 2021 19917

Ocugen को अमेरिकी में वैक्सीन के व्यापार का अधिकार होगा। वह क्लिनिकल ​​विकास, नियामक अनुमोदन (EUA सह

राष्ट्रीय

टीबी का टीका अभी दूर, अफ्रीका में हुए अध्ययन का हवाला देकर सीरम कंपनी मांग रही थी मंजूरी

रंजीव ठाकुर May 01 2022 24381

सूत्रों के अनुसार सीरम कंपनी ने दक्षिण अफ्रीका में हुए अध्ययन का हवाला देकर भारत में इसके इस्तेमाल क

उत्तर प्रदेश

शाम्भवी डायग्नोस्टिकसैंपल के लिए अब करेगा इलेक्ट्रिक बाइक का इस्तेमाल

admin July 08 2022 42315

शाम्भवी डायग्नोस्टिक सेंटर के डायरेक्टर सर्वेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि शहर का बढ़ता प्रदूषण लोगों

उत्तर प्रदेश

आगरा में वायरल फीवर का प्रकोप

आरती तिवारी September 06 2022 25549

आगरा में कोरोना संक्रमण के साथ वायरल फीवर के मरीज भी बढ़ रहे हैं। मरीजों को सर्दी, जुकाम, खांसी, गले

राष्ट्रीय

टीबी से पीड़ित 18 फीसदी महिलाएं हो रहीं बांझपन का शिकार

विशेष संवाददाता March 24 2023 17901

टीबी से पीड़ित महिलाएं बांझपन का शिकार हो रही हैं। एम्स में हर साल 3 हजार से अधिक महिलाएं उपचार करवा

इंटरव्यू

कोरोना थर्ड वेव के प्रभाव से बचाने के लिए आयुर्वेद लाया बाल बलवर्धक चूर्ण : प्रो पी सी सक्सेना

रंजीव ठाकुर June 02 2021 27823

आयुष कवच एप्प डाउनलोड करने की अपील करते हुए प्रोफेसर प्रकाश चन्द्र सक्सेना ने बताया कि इस एप्लिकेशन

अंतर्राष्ट्रीय

कैलिफोर्निया में प्लेग फैलने की आंशका पर चूहों को ज़हर से मारने का निर्णय।

हे.जा.स. December 20 2021 29045

पर्यावरण कार्यकर्ताओं की आपत्तियों के बावजूद इस योजना को स्वीकृति दी गई है। उनका मानना है कि इससे न

Login Panel