देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मिली जापान की भी मान्यता

कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन को लेकर भारत बायोटेक ने जानकारी दी कि जापान ने कोवैक्सीन की बूस्टर डोज को मान्यता दे दी है। जापान ने यात्रियों के लिए कोवैक्सीन बूस्टर डोज खुराक को मान्य किया है। बताते चले कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मान्यता देने के बाद ब्रिटेन सरकार ने कोवैक्सीन को मान्यता दे दी थी।

रंजीव ठाकुर
August 06 2022 Updated: August 06 2022 21:06
0 25525
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मिली जापान की भी मान्यता प्रतीकात्मक चित्र

नयी दिल्ली। भारत बायोटेक ने बताया कि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज को जापान ने भी मान्यता दे दी है। कोवैक्सीन को एक और वैश्विक मान्यता मिली है जो वैक्सीन की प्रभावशीलता को दर्शाता है। 

 

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) कोवैक्सीन को लेकर भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने जानकारी दी कि जापान (Japan) ने कोवैक्सीन की बूस्टर डोज (Booster dose)) को मान्यता दे दी है जापान ने यात्रियों के लिए कोवैक्सीन बूस्टर डोज खुराक को मान्य किया है। बताते चले कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मान्यता देने के बाद ब्रिटेन सरकार ने कोवैक्सीन को मान्यता दे दी थी।

 

भारत बायोटेक ने  कहा कि यह हमारी सार्वभौमिक कोविड वैक्सीन (COVID vaccine) की प्रभावशीलता को दिखाता है। हमें गर्व है की कोवैक्सीन को एक और वैश्विक मान्यता मिल गई है। जापान ने यात्रियों (Booster Dose for travelers) के लिए बूस्टर खुराक को मंजूरी दे दी है। 

 

गौरतलब है कि भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (National Institute of Virology) के सहयोग से कोवैक्सीन (COVAXIN)  को विकसित किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आपातकालीन उपयोग के लिए इस टीके को मान्यता दी है। देश में 110.6 मिलियन लोगों ने कोवैक्सीन टीका लगवाया है। 

 

कोवैक्सीन एक निष्क्रिय वायरस-आधारित COVID-19 वैक्सीन है। यह टीका एसिम्पटोमैटिक मामलों (asymptomatic cases) में 64% प्रभावी, सिम्पटोमैटिक कोविड-19 (symptomatic COVID-19) में 78% प्रभावी, गंभीर बीमारी (severe disease) के खिलाफ 93% प्रभावी और डेल्टा संस्करण (delta variant) के खिलाफ 65% प्रभावी है। 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

कानपुर के जेके कैंसर संस्थान में ओरल कैंसर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

श्वेता सिंह September 20 2022 22817

चिंताजनक बात है कि अब मुख कैंसर की चपेट में युवा तेजी से आ रहे हैं। जेके कैंसर संस्थान में तीन वर्ष

उत्तर प्रदेश

सुल्तानपुर में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक करेंगे अस्पताल का लोकार्पण

विशेष संवाददाता May 28 2023 34631

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के बिरसिंहपुर स्थित संयुक्त चिकित्सालय का 30 मई को

उत्तर प्रदेश

मंकीपॉक्स के संभावित खतरे से प्रदेश सरकार अलर्ट, निर्देश जारी

हुज़ैफ़ा अबरार July 28 2022 23167

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विशेष सावधानी बरती जाए। इसके लक्षण, उपचार और बचाव आदि के बारे में

उत्तर प्रदेश

नर्सिंग की छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान

एस. के. राणा October 11 2022 30251

रविवार की आधी रात में आरजू ने अपने कमरे में पंखे से लटककर फांसी लगा ली।छात्रा की मौत से इलाके में सन

उत्तर प्रदेश

परिवार सीमित रखने के लिए बास्केट ऑफ चॉइस की मदद लें: डा. अभिलाषा मिश्रा

हुज़ैफ़ा अबरार June 22 2022 30134

अब परिवार नियोजन के लिए नौ साधनों में बास्केट ऑफ़ च्वाइस को भी शामिल किया गया है।पुरुष और महिला नसबं

राष्ट्रीय

देवी शीतला हॉस्पिटल एंड ट्रामा केअर सेंटर का हुआ उद्घाटन।

February 12 2021 20803

अब लालगंज वासियों को एक्सीडेंटल केस में दिल्ली इलाहाबाद लखनऊ जाने की जरूरत नहीं होगी, दिल्ली जैसी सु

उत्तर प्रदेश

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लक्ष्य के करीब पहुंचा उत्तर प्रदेश। 

हुज़ैफ़ा अबरार July 26 2021 30169

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली व धात्री महिला को तीन किश्तों में 50

शिक्षा

BNYS: प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान से स्नातक करके लाखोकमायें

अखण्ड प्रताप सिंह November 05 2021 100070

इस कोर्स को Bachlor In Nautropathy and Yoga sciences या शार्ट में BYNS कहतें हैं। यह  योग और नेचुरोप

उत्तर प्रदेश

यूपी के 61 जिले हुए कोरोना मुक्त

आरती तिवारी January 16 2023 23954

उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना का एक मरीज सामने आया हैं। इस दौरान एक मरीज रिकवर भी हुआ। इसी के

राष्ट्रीय

नागपुर: अस्पताल की लापरवाही के चलते थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे एचआईवी और हेपेटाइटिस बी के शिकार, एक की मौत 

विशेष संवाददाता May 30 2022 36479

छह बच्चों का इलाज थैलेसीमिया के लिए किया जा रहा था, जिसमें खून चढ़ाने के लिए पहले न्यूक्लिक एसिड टेस

Login Panel