नई दिल्ली। कोविड-19 की तेजी से फैलती दूसरी लहर के बीच ओकेक्रेडिट ने लोगों की मदद के लिए https://co-aid.in/ वेबसाइट लॉन्च करने का एलान किया है। इसकी मदद से लोग कोविड-19 में प्रयोग होने वाली जरूरी दवाओं व उपकरणों की उपलब्धता का पता लगा सकेंगे। इस पोर्टल पर देशभर में दवाओं की उपलब्धता की रियल टाइम जानकारी मिलेगी, साथ ही स्टोर का कॉन्टैक्ट नंबर भी रहेगा, जिस पर बात कर जानकारी ली जा सकेगी। यूजर इस पोर्टल पर पिन कोड या लोकेशन डालकर उपलब्धता का पता लगा सकेंगे।
ऐसे समय में जबकि कोविड-19 से संबंधित दवाएं पाना एक चुनौती बना हुआ है, इस पहल का उद्देश्य इन दवाओं तक पहुंचने में लोगों की मदद करना है। इसकी मदद से आसानी से लोगों को यह पता लग सकेगा कि उनके आसपास दवा कहां उपलब्ध है। कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड 2 लाख से ज्यादा फार्मेसी स्टोर और कारोबारियों से डाटा की ओपन सोर्सिंग कर रही है। ये स्टोर और कारोबारी कोविड-19 मरीजों के लिए फेबिफ्लूटेबलेट, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन बेड, नॉर्मल बेड, स्टीमर्स, एंटीबायोटिक्स, जिंक/विटामिनऔर ऑक्सीजन जैसे मेडिकल प्रोडक्ट व सर्विस उपलब्ध कराते हैं। ऑक्सीजन और बेड का डाटा क्राउड सोर्सिंग से और दवाओं का डाटा ओकेक्रेडिट के प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड फार्मेसी स्टोर से जुटाया जा रहा है।
ओकेक्रेडिट ने इस साधारण और आसानी से प्रयोग में आ सकने वाले पोर्टल को आगामी दिनों में और विस्तार देने और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध अन्य कोविड क्रिटिकल रिसोर्सेज से जोड़ने की योजना बनाई है। को-एड.इन पर ऐसे फार्मेसी स्टोर और कारोबारी भी रजिस्टर कर सकते हैं, जो ओकक्रेडिट के प्लेटफॉर्म पर नहीं हैं।
लॉन्चिंग के मात्र 12 दिन में इस वेबसाइट पर भारत एवं भारत के बाहर से 342 कस्बों व शहरों से इस तरह की जानकारी लोगों ने सर्च की है। इस तरह के सर्च न्यूयॉर्क, सिंगापुर, सिएटल और लॉस एंजिलिस समेत कई अन्य अंतरराष्ट्रीय लोकेशन से भी किए गए। भारत में सबसे ज्यादा सर्च बेंगलुरु, दिल्लीऔर कोलकाता से हुए। पानीपत, मुजफ्फरपुर और रांची जैसी अन्य छोटी लोकेशन से भी लोगों ने नजदीकी फार्मेसी को सर्च करने के लिए इस टूल का इस्तेमाल किया है।
फार्मेसी सर्च टूल के अलावा ओकेक्रेडिट लोगों को कोविड-19 एसओएस रिक्वेस्ट के लिए वॉलंटियर के तौर पर योगदान के लिए भी प्रोत्साहित कर रही है। को-एड.इन वेबसाइट पर टॉप राइट कॉर्नर में को-एड वॉलंटियर के तौर पर ऐसे लोगों की सूची दी गई है, जो ऐसी स्थिति में लोगों की सहायता के लिए तत्पर हैं। इसमें ऑक्सीजन या बेड की जरूरत, दवाओं की जरूरत आदि से जुड़ी सहायता शामिल हैं। ऐसे जरूरतमंद लोगों के बारे में विभिन्न प्लेटफॉर्म से जानकारी जुटाई जा सकती है।
इस पहल पर ओकेक्रेडिट के सह-संस्थापक एवं सीईओ हर्ष पोखरना ने कहा, ‘कोविड के बढ़ते मामलों के बीच लोग बेचैनी, डर और लाचारी महसूस कर रहे हैं। यह समय आपसी सहयोग और लोगों के बीच के संपर्क का इस्तेमाल करते हुए कोविड मरीजों व उनके परिजनों के जीवन को आसान बनाने में मदद करने का है। ओकेक्रेडिट में हम विभिन्न फार्मेसी स्टोर और कारोबार तक अपनी व्यापक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए कोविड-19 के मरीजों के लिए जरूरी दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
इस चुनौतीपूर्ण समय में ओकेक्रेडिट अपने कर्मचारियों के हितों को भी प्राथमिकता में रख रही है। कंपनी इस बात को समझती है कि कर्मचारियों की सेहत पर उनकी मानसिक स्थिति का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। इस बात को देखते हुए कंपनी उनके लिए मेंटल वेलनेस काउंसिलिंग की व्यवस्था कर रही है।
इसके अतिरिक्त, ओकेक्रेडिट ने अग्रणी डॉक्टर कंसल्टेशन एप प्रैक्टो के साथ भी गठजोड़ किया है, जिससे कर्मचारियों को डॉक्टर कंसल्टेशन, कोविड टेस्टिंगतथा एंबुलेंस, बेड, दवाओं, मेंटल काउंसिलिंग आदि में प्राथमिकता के आधार पर सर्विस मिल सके। कंपनी अपने कर्मचारियों को अपनी व परिवार की देखभाल के लिए टाइम ऑफ के लिए भी प्रोत्साहित कर रही है। मई में किसी भी टाइम ऑफ को छुट्टी की तरह नहीं गिना जाएगा।
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 4440
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 3774
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 11433
एस. के. राणा March 06 2025 0 9435
एस. के. राणा March 07 2025 0 9102
एस. के. राणा March 08 2025 0 8103
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 11433
एस. के. राणा March 06 2025 0 9435
एस. के. राणा March 07 2025 0 9102
एस. के. राणा March 08 2025 0 8103
British Medical Journal February 25 2025 0 5772
सौंदर्या राय May 06 2023 0 77466
सौंदर्या राय March 09 2023 0 82748
सौंदर्या राय March 03 2023 0 80991
admin January 04 2023 0 81819
सौंदर्या राय December 27 2022 0 71979
सौंदर्या राय December 08 2022 0 61549
आयशा खातून December 05 2022 0 113664
लेख विभाग November 15 2022 0 84694
श्वेता सिंह November 10 2022 0 95073
श्वेता सिंह November 07 2022 0 83351
लेख विभाग October 23 2022 0 68132
लेख विभाग October 24 2022 0 69461
लेख विभाग October 22 2022 0 76404
श्वेता सिंह October 15 2022 0 82902
श्वेता सिंह October 16 2022 0 77798
कोरियाई कंपनियों ने भारत में कोरियाई प्रवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली द यूनाइटेड कोरियन एसोस
डा. आरएन सिंह मानते हैं कि संपूर्ण स्तनपान का प्रतिशत 80% से ऊपर ले जाना होगा। जगह-जगह मदर्स मिल्क ब
विश्व में बीते दिन जहां कोरोना के 35.13 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई वहीं 10,316 लोगों की मौत भी ह
हमलोग उनको सोशल डिस्टैन्सिंग, मास्क और सैनिटाइज़र के बारे में बताते थें। जिससे उनका भय काम हो। लॉकडाउ
स्लम बस्तियों के माहवारी जागरूकता के उद्देश्य को पूरा करने के लिए आशा वेलफेयर फॉउंडेशन की ओर से बदला
राजस्थान के बाडमेर में एक युवक की अखबार पढ़ते-पढ़ते हार्ट अटैक से मौत हो गई। वहीं बिहार के गोपालगंज
डा. सचान कैंसर के प्रमुख लक्षणों के बारे में बताती हैं कि शरीर के किसी भाग में असामान्य गांठ होना, व
डॉ रित्विक बिहारी ने बताया कि 23 मानकों को पूरा करने पर यह अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिलता है और मेदां
टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है! यह साल्मोन
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अब एक छत के नीचे किडनी,लिवर और बोन मैरो का प्रत्यारोप
कोरियाई कंपनियों ने भारत में कोरियाई प्रवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली द यूनाइटेड कोरियन एसोस
डा. आरएन सिंह मानते हैं कि संपूर्ण स्तनपान का प्रतिशत 80% से ऊपर ले जाना होगा। जगह-जगह मदर्स मिल्क ब
विश्व में बीते दिन जहां कोरोना के 35.13 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई वहीं 10,316 लोगों की मौत भी ह
हमलोग उनको सोशल डिस्टैन्सिंग, मास्क और सैनिटाइज़र के बारे में बताते थें। जिससे उनका भय काम हो। लॉकडाउ
स्लम बस्तियों के माहवारी जागरूकता के उद्देश्य को पूरा करने के लिए आशा वेलफेयर फॉउंडेशन की ओर से बदला
राजस्थान के बाडमेर में एक युवक की अखबार पढ़ते-पढ़ते हार्ट अटैक से मौत हो गई। वहीं बिहार के गोपालगंज
डा. सचान कैंसर के प्रमुख लक्षणों के बारे में बताती हैं कि शरीर के किसी भाग में असामान्य गांठ होना, व
डॉ रित्विक बिहारी ने बताया कि 23 मानकों को पूरा करने पर यह अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिलता है और मेदां
टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है! यह साल्मोन
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अब एक छत के नीचे किडनी,लिवर और बोन मैरो का प्रत्यारोप
कोरियाई कंपनियों ने भारत में कोरियाई प्रवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली द यूनाइटेड कोरियन एसोस
COMMENTS