लखनऊ। कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवारों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए समर्पित संगठन सासाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन (एस-आईएलएफ) ने कुष्ठ पृष्ठभूमि से निकल एक सफल जीवन व्यतीत करने वाले युवाओं का एलुमनाई नेटवर्क बनाने की पहल की है।
एलुमनाई नेटवर्क (Alumni network) उत्तर प्रदेश में स्थापित किया गया है। वर्ष 2012 से एस-आईएलएफ (Sasakawa-India Leprosy Foundation) (S-ILF) ने उच्च व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए राज्य में कुष्ठ कॉलोनियों (leprosy colonies) के 100 से अधिक युवाओं की मदद की है। अब इनमें से कई एस-आईएलएफ स्कॉलर्स (S-ILF Scholars) प्रतिष्ठित संगठनों में नौकरी कर रहे हैं और अच्छी तरह से स्थापित हैं। समाज की मुख्यधारा में शामिल होने और कुष्ठ पृष्ठभूमि (leprosy background) के अन्य युवाओं को प्रभावित करने की क्षमता को देखते हुए, एस-आईएलएफ ने यह नया मंच शुरू किया है, जहां इन स्कॉलर्स ने यूथ लीडरशिप कॉउंसिल (Youth Leadership Council) का गठन किया है।
इस कॉउंसिल में लगभग 40 स्कॉलर्स अपने नेतृत्व कौशल को सुधारने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में शामिल हुए और जिसका समापन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के साथ साझेदारी में आयोजित कार्यक्रम और स्कॉलर्स को उद्योग के साथ संवाद करने का अवसर प्रदान किया। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में ज्योत्सना सिंह अग्रवाल, चैप्टर चेयर- वाईआई, लखनऊ मुख्य अतिथि के रूप में और डॉ विवेक लाल, सीईओ, एस-आईएलएफ उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन सहभागी शिक्षण केंद्र, सीतापुर रोड, लखनऊ में किया गया।
यूथ लीडरशिप कॉउंसिल, युवाओं द्वारा संचालित एक विविधता वाला समूह है जो नेतृत्व को बनाए रखने, परिवर्तन को बढ़ावा देने और स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता (awareness of leprosy) बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य कुष्ठ रोग को बतौर कलंक (stigma attached to leprosy) देखने की प्रवृति को समाप्त करना और कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों (people affected by leprosy) और उनके परिवारों के बीच उनकी नेटवर्किंग के माध्यम से समान सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक अवसर सुनिश्चित करना है। एस-आईएलएफ देश के अन्य राज्यों में एलुमनाई नेटवर्क की स्थापना के लिए मदद करना जारी रखेगा।
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