लखनऊ। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रतिवर्ष 7 अप्रैल को अपने स्थापना दिवस को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाता है। स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और डाक्टरों के योगदान को चिन्हित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम है- “हमारा प्लेनेट हमारा स्वास्थ्य“। जिसका लक्ष्य है हमारे ग्रह पृथ्वी पर रहने वाले सभी मनुष्यों के अच्छे स्वास्थ्य की ओर सम्पूर्ण विश्व का ध्यान आकर्षित करना।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार प्रति वर्ष दुनिया भर में लगभग 1.3 करोड़ लोगों की मौतें पर्यावरणीय कारणों से हो जाती हैं, जिनसेे पूरी तरह से बचा जा सकता है। इसके लिए ग्लोबल वार्मिंग (Global warming), जलवायु संकट, वायु प्रदूषण (air pollution) मुख्य रूप से कारक हैं। जो मानव जाति के लिए एक बहुत बड़ा स्वास्थ्य से जुड़ा खतरा (health hazard) है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सन् 1948 में पहली विश्व स्वास्थ्य सभा का आयोजन जिनेवा में किया था, जिसमें वर्ड हेल्थ डे की स्थापना का संकल्प लिया गया था। पहला विश्व स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल 1950 को आयोजित किया गया था। फिर इसके बाद से प्रत्येक वर्ष इसी तिथि को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। हर वर्ष एक विशेष स्वास्थ्य विषय (थीम) को चुना जाता है और पूरी दुनियां में लोगों को उसके प्रति जागरूक किया जाता है।
कार्यक्रम में रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के रोगियों व तीमारदारों को अच्छे स्वास्थ्य के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने कहा कि अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, व्यायाम और योग की कमी और फास्ट फूड का सेवन भी खराब स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार है। आई.एम.ए-ए.एम.एस (आई.एम.ए.-एकेडमी ऑफ मेडिकल स्पेशलिटीज) के राष्ट्रीय वॉयस चेयरमैन डा0 सूर्यकान्त ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि अधिकाधिक वृक्षारोपण, धूम्रपान/तंबाकू/नशीले पदार्थो के सेवन की लत से दूर रहना, सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करना एवं परिवहन के लिए पर्यावरण के अनुकूल ईंधन का उपयोग करना, पैदल चलना और साइकिल चलाना, भोजन बनाने के लिए स्वच्छ ईंधन का उपयोग करना, प्लास्टिक का उपयोग न करना, स्वस्थ जीवन शैली (healthy lifestyle), पारंपरिक भोजन (traditional food), योग (Yoga) और व्यायाम (exercise), के द्वारा हम पृथ्वी और अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाये रख सकते है।
ज्ञात रहें कि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग अपना 75 वाँ स्थापना वर्ष (प्लेटिनम जुबली स्थापना वर्ष) मना रहा है। 75 वीं वर्षगॉठ में विभाग विभिन्न प्रकार के 75 आयोजन कर रहा है। इसी क्रम में आज के प्रोग्राम के अवसर पर विभाग के चिकित्सकगण डा0 एस के वर्मा, डा0 आर.ए.एस. कुशवाहा, डा0 संतोष कुमार, डा0 राजीव गर्ग, डा0 अजय कुमार वर्मा, डा0 ज्योति बाजपेई, डा0 अंकित कुमार, रेजिडेन्ट डाक्टर्स एवं विभाग के सभी सदस्य गण मौजूद रहे।
एस. के. राणा March 07 2025 0 21978
एस. के. राणा March 06 2025 0 21867
एस. के. राणा March 08 2025 0 20202
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 18759
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 15984
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 13986
सौंदर्या राय May 06 2023 0 80352
सौंदर्या राय March 09 2023 0 85079
सौंदर्या राय March 03 2023 0 83655
admin January 04 2023 0 85371
सौंदर्या राय December 27 2022 0 74532
सौंदर्या राय December 08 2022 0 64324
आयशा खातून December 05 2022 0 118104
लेख विभाग November 15 2022 0 87580
श्वेता सिंह November 10 2022 0 100401
श्वेता सिंह November 07 2022 0 86015
लेख विभाग October 23 2022 0 71018
लेख विभाग October 24 2022 0 72569
लेख विभाग October 22 2022 0 79623
श्वेता सिंह October 15 2022 0 86010
श्वेता सिंह October 16 2022 0 80462
2-DG कोरोना वायरस को रोकने में मदद करती है। इसके आधार पर DCGI ने मई 2020 में फेज-II ट्रायल्स करने की
सोलन जिले में भी अगस्त माह में लंपी वायरस का मामला सामने आया था, लेकिन अब हिमाचल का सोलन जिला लंपी फ
अभियान में संयुक्त टीम द्वारा घर घर भ्रमण किया गया सफाई, फागिंग, एंटीलार्वा का छिड़काव कराया गया, ना
टोमैटो फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। ट
आंवला औषधीय गुणों से भरपूर एक बेहतरीन फल है, जिसका सेवन करने से सेहत को अद्भुत फायदे मिलते हैं। आंवल
प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष में 1008 उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने हैं। शासन ने इसके लिए सभी जिलों
सौंफ (वानस्पतिक नाम-फोनिकुलम) की तासीर ठंडी होती है। इसमें कैल्शियम,मैग्नीशियम फास्फोरस,विटामिन-ए,वि
देश के कॉलेजज़ में अब मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग और आर्ट की पढ़ाई एक साथ करने का रास्ता खुल गय
ल्यूपिन यूएसएफडीए द्वारा उठाई गई चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है और इन मुद्दों को जल्द से जल
इन्साकॉग के मुताबिक, भारत में कोविड के ओमिक्रॉन का 'XBB' सब-वेरिएंट सबसे ज्यादा सक्रिय है।
COMMENTS