लखनऊ। लोकबंधु अस्पताल एक बहुत बड़ा संस्थान है जहां दूर-दूर से हजारों मरीज रोज आते हैं। पिछले दिनों में लोकबंधु अस्पताल की सुविधाओं में इजाफा हुआ है और आने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी हैं। सुविधाओं की जानकारी लेने के लिए हेल्थ जागरण ने आज अस्पताल का दौरा किया।
शुक्रवार को लोकबंधु अस्पताल (Lokbandhu Hospital) में काफी भीड़ थी। मुख्य द्वार और इमरजेंसी के गेट पर स्ट्रेचर और व्हील चेयर दिखाई दिए। सीसीटीवी कैमरे (CCTV cameras), ठंडे पेयजल की व्यवस्था तथा पर्चा काउंटर्स सुचारू रूप से चलते दिखें।
अब बारी थी चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजय शंकर त्रिपाठी से खास बातचीत की। हेल्थ जागरण ने डॉक्टर साहब से कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब लिए।
हेल्थ जागरण - डॉक्टर साहब पिछले दिनों लोकबंधु अस्पताल में कौन कौन सी सुविधाएं उपलब्ध हुई हैं?
डॉ अजय शंकर त्रिपाठी - कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान अस्पताल ने बहुत अच्छा प्रबंधन किया था जिसकी प्रशंसा पूरे उत्तर प्रदेश में हुई थी। इसके बाद यहां लगातार सुविधाओं में वृद्धि हो रही है। पहले 100 बेड थे जो बढ़ कर 318 हो गए हैं। ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन (online registration) के माध्यम से भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है। ओआरएस रजिस्ट्रेशन (ORS registration) लेकर जाने पर पिंक पर्ची मिलती है जो सभी विभागों में कार्य करती है। इससे मरीजों को सहूलियत हो रही है और भीड़ कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी तरह गायनी ओपीडी (Gynae OPD) में बहुत भीड़ होती थी, सैकड़ों मरीज खड़े रहते थे। इसके लिए टोकन सिस्टम शुरू कर दिया है जिससे मरीज बैठ कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। अच्छे फिजीशियंस आ गए हैं और अच्छे सर्जन्स आने से टिपिकल सर्जरीज़ हो रही है। निदेशक डॉ दीपा त्यागी के आने के बाद जटिल सर्जरी भी हो रही है।
पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट (pediatric department) अच्छा कार्य कर रहा है। हमारा एसएससीओ प्रदेश में पहले नम्बर पर है। पैथोलॉजी (Pathology) को एनएबीएल सर्टिफिकेट मिल गया है। अस्पताल को नेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेट मिला है।
लोकबंधु प्रदेश का पहला अस्पताल है जहां पंचकर्म चिकित्सा (Panchakarma therapy) दी जा रही है और इसको फीजियोथेरेपी (physiotherapy) से जोड़ दिया गया है। जोड़ों के दर्द को दूर किया जा रहा है।
अस्पताल के सभी विभाग व इमरजेंसी अच्छे से कार्य कर रहे हैं और लगभग 150-200 मरीज इस समय भर्ती हैं। अस्पताल के पास अब सुविधा बढ़ कर 1500 एलपीएम आक्सीजन जनरेटर प्लांट हो गया है।
हेल्थ जागरण - मोदी जी का विज़न है कि 2025 तक भारत टीबी मुक्त (TB free) हो सके, इसको लेकर लोकबंधु अस्पताल कैसे भूमिका का निर्वहन कर रहा है?
डॉ अजय शंकर त्रिपाठी - प्रधानमंत्री के सपने को साकार करना एक चैलेंज है जिसे हम पूरा कर रहे हैं।
कोविड में मास्क (mask) पहनने से टीबी के रोग में एडीशनल फायदा मिला है। मास्क पहनने से टीबी फैलने पर रोक लगी है और इस टार्गेट को पूरा करने में जी जान लगाएं हुए हैं। 10-10 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। सभी मरीजों को 10-15 दिनों में बुला कर दवा खाने के बारे में समझाते रहते हैं और परेशानियां पूछते रहते हैं।
हेल्थ जागरण - डॉक्टर साहब कहा जा रहा है कि कोविड-19 (covid-19) की चौथी लहर सम्भावित है, ऐसे में लोकबंधु अस्पताल किस प्रकार तैयार है?
डॉक्टर अजय शंकर त्रिपाठी - देखिए कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर में लोकबंधु अस्पताल ने बहुत अच्छा कार्य किया था। तीसरी लहर में उत्कृष्ट कार्य किया था। अब कोविड की चौथी लहर आती है कि नहीं लेकिन हम इसके लिए पूरी तरह तैयार है, दक्ष है। 20 बेड का कोविड स्पेशल वार्ड तैयार है जिसकी इंट्री और एक्जिट दोनों अस्पताल से अलग है।
तो यह थे लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजय शंकर त्रिपाठी जिन्होंने हेल्थ जागरण को महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए। जो दर्शक लोकबंधु अस्पताल के आसपास रहते हैं उनके लिए यह जानकारी लाभदायक होगी और उन्हें मेडिकल कॉलेज या बड़े अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
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