लखनऊ। राजधानी में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 42 नए मामले सामने आए है। बलरामपुर अस्पताल में 21, लोकबंधु अस्पताल में 20 लोगों के साथ एक अन्य में डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू के मामले लगातार बढ़ने के बाद भी नगर निगम नहीं जाग रहा है। कई क्षेत्रों में अभी भी छिड़काव नहीं हो रहा है। अहम बात ये कि आलमबाग और आशियाना क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप सबसे ज्यादा है।
दरअसल आलमबाग, आशियाना, कृष्णानगर समेत आस-पास के इलाकों में करीब 20 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इन मरीजों की जांच लोकबंधु अस्पताल (Lokbandhu Hospital) में हुई है। इंदिरानगर में 5 लोगों को डेंगू ने शिकार बनाया है। पुराने लखनऊ में 10 लोग डेंगू की गिरफ्त में आ गए हैं। डालीगंज में भी 3 लोग डेंगू बुखार की चपेट में हैं। गोमतीनगर के एक निजी अस्पताल (private hospital) में तीन डेंगू पीड़ितों को भर्ती किया गया। इन मरीजों में प्लेटलेट्स (platelets) काउंट सामान्य से काफी कम है। इंदिरानगर के निजी अस्पताल में 5 डेंगू पीड़ित भर्ती हैं। लोकबंधु, बलरामपुर, सिविल अस्पताल में भी 10 से अधिक मरीजों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
डेंगू बीमारी का लक्षण- symptoms of dengue disease
डेंगू के लक्षणों के बारे में बताया कि 7 दिन के अंदर बीमारी के लक्षण (Symptoms) स्पष्ट होने लगते हैं। दर्द उल्टी बुखार आंखों के पीछे दर्द होना, इसके विशेष लक्षण हैं। दर्द से बुखार आ जाता है। जिसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं। एक व्यक्ति के बुखार से संक्रमित होने पर इसका खतरा अन्य लोगो को भी होता है। बताया कि जमा हुआ पानी में मच्छर का लार्वा पनपता है। इस लिए घर में कूलर, गमला में पानी नही जमा होने दें।
सौंदर्या राय May 06 2023 0 73470
सौंदर्या राय March 09 2023 0 78641
सौंदर्या राय March 03 2023 0 76662
admin January 04 2023 0 76491
सौंदर्या राय December 27 2022 0 67539
सौंदर्या राय December 08 2022 0 56887
आयशा खातून December 05 2022 0 108336
लेख विभाग November 15 2022 0 80587
श्वेता सिंह November 10 2022 0 85749
श्वेता सिंह November 07 2022 0 78578
लेख विभाग October 23 2022 0 63692
लेख विभाग October 24 2022 0 64799
लेख विभाग October 22 2022 0 71409
श्वेता सिंह October 15 2022 0 78129
श्वेता सिंह October 16 2022 0 73802
यूएल के एसोसिएट प्रोफेसर मौरिस एन कोलिन्स ने कहा, ‘‘रीढ़ की हड्डी में लगी चोट या नुकसान व्यक्ति के ल
बायर उपभोक्ता स्वास्थ्य प्रभाग का मकसद दैनिक उपयोग वाले स्वास्थ्य समाधान में अपनी पहुंच का विस्तार क
फाइलेरिया ग्रसित मरीजों को बहुत अधिक समय तक खड़े नहीं रहना चाहिए। सोते समय पैरों के नीचे तकिया लगा ले
सुप्रीम कोर्ट में आज हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ कुछ उम्मीदवारों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की गई।
बच्चे के जन्म के बाद माँ का पहला पीला गाढ़ा दूध क्या होता है ? बच्चे को दूध पिलाने की सही पोजीशन क्या
भारत का टीकाकरण का अब तक का अनुभव बहुत सकारात्मक और उत्साहवर्धक रहा है। उन्होंने कहा, "टीकों को ले क
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों की मौत अन्य गंभीर बीमारियों के कारण हुई है।
हैदराबाद और कानपुर IIT में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में शोधकर्ताओं का हवा
सामान्य तौर पर हर 15 से 20 दिन में हेयर डिटॉक्स करना चाहिए। यदि आपके बाल प्रदूषण के संपर्क में ज्याद
सरकार ने दूसरे देशों की तरह सख्त लॉकडाउन का ऐलान तो नहीं किया है, लेकिन मॉस्कों में गुरुवार से 7 नवं
COMMENTS