देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

देश के चार राज्यों में बनेंगे मेडिकल डिवाइस पार्क, आत्मनिर्भरता के साथ बढ़ेंगे रोज़गार।

देश में उपकरण बनने से कीमतें घटेंगी और इलाज का खर्च भी कम हो जाएगा। कंपनियों की लागत घटने से भी उपकरणों के दाम गिरेंगे। इस क्षेत्र में फार्मा कंपनियां उतरेंगी, साथ ही अस्पतालों में डिवाइस सप्लाई करने वाली कंपनियां भी पार्क में उपकरण बना सकेंगी।

एस. के. राणा
September 28 2021 Updated: September 29 2021 01:25
0 25725
देश के चार राज्यों में बनेंगे मेडिकल डिवाइस पार्क, आत्मनिर्भरता के साथ बढ़ेंगे रोज़गार। प्रतीकात्मक

नई दिल्ली। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत सरकार ने देश के कई राज्यों में मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने को मंजूरी दी है। जिन राज्यों में ये पार्क बनेंगे उनमें उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु शामिल हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने के लिए सरकार की तरफ से राज्यों को 400 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने का काम केमिकल और उर्वरक मंत्रालय के जरिये किया जाएगा। इन पार्कों के बनने से देश में वैसे मेडिकल उपकरण बनेंगे जो विदेश से मंगाने पड़ते हैं और जो बेहद महंगे होते हैं। मेडिकल पार्क में इन उपकरणों का निर्माण हो सकेगा जिससे महंगे उपकरण भी सस्ते हो जाएंगे। फिलहाल देश में 70 परसेंट से अधिक मेडिकल उपकरण आयात होते हैं जिन पर सरकार का भारी-भरकम पैसा खर्च होता है।

किन राज्यों में मेडिकल डिवाइस पार्क बनेगा, इसके लिए सरकार ने खास तरह से नामों का चयन किया। 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने इसके लिए अप्लाई किया था। इन राज्यों की मांग थी कि उनके यहां मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने की मंजूरी मिले। राज्यों के नाम फाइनल करने के लिए सरकार ने कुछ स्टैंडर्ड तय किए थे जिनके आधार पर यूपी, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु के नाम पर मुहर लगी। कौन राज्य डिवाइस पार्क के लिए कितनी सुविधा और इनसेंटिव दे सकता है, मंजूरी के लिए महत्वपूर्ण पैरामीटर रहा।

सस्ते होंगे मेडिकल उपकरण
केमिकल और उर्वरक मंत्रालय के मुताबिक मेडिकल डिवाइस पार्क बनने से देश में आयात होने वाले उपकरणों पर निर्भरता घटेगी और देश में ही बड़े-बड़े उपकरण बनाए जा सकेंगे। इलाज से जुड़ी डिवाइस बनाने के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें सरकार की तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा दी जाएगी। देश में उपकरण बनने से कीमतें घटेंगी और इलाज का खर्च भी कम हो जाएगा। कंपनियों की लागत घटने से भी उपकरणों के दाम गिरेंगे। इस क्षेत्र में फार्मा कंपनियां उतरेंगी, साथ ही अस्पतालों में डिवाइस सप्लाई करने वाली कंपनियां भी पार्क में उपकरण बना सकेंगी।

राज्यों को कितना मिलेगा पैसा
मेडिकल पार्क में निवेश के लिए राज्य सरकार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर कंपनियों को देगी ताकि कंपनियों को सुविधा हो। एक जगह पर बनने वाले ऐसे पार्कों में हर तरह की बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। इससे चिकित्सा क्षेत्र की दिशा में उपकरणों के निर्माण का बड़ा इकोसिस्टम तैयार हो सकेगा।पार्क में स्टैंडर्ड सुविधाओं से लेकर अन्य सुविधाएं भी शामिल होंगी। देश के चारों पार्कों को 400 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। यानी कि एक पार्क के लिए सरकार 100 करोड़ रुपये देने जा रही है. 100 करोड़ की 70 फीसदी राशि कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च की जाएगी।

भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार
अभी भारत में मेडिकल डिवाइस का मार्केट लगभग 70,000 करोड़ रुपये का है। एशिया में भारत मेडिकल डिवाइस का चौथा सबसे बड़ा बाजार है। निर्माण के लिहाज से देखें तो दुनिया में कुल 2 परसेंट की हिस्सेदारी भारत की है. यानी पूरी दुनिया जितनी डिवाइस बनाती है, उसका महज 2 परसेंट ही भारत में बनता है. इस मामले में ग्लोबल इंडस्ट्री का आकार 250 अरब डॉलर का है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

स्वास्थ्य

धुंए के छल्लों से अपने बच्चों के भविष्य को बचायें

लेख विभाग June 01 2022 27781

धुंए के छल्लों से अपने बच्चों के भविष्य को न बांधें। धूम्रपान व तंबाकू सेवन से दिल की बीमारी होने की

अंतर्राष्ट्रीय

चेतावनी! रूस में मिला नया बैट वायरस खोस्ता-2, इंसानों को कर सकता है संक्रमित

हे.जा.स. September 25 2022 23564

कोरोना वायरस का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है। वहीं इस बीच, रूस से खबर है कि यहां चमगादड़ों में कोरोना जै

शिक्षा

कौशल विकास कार्यक्रम के तहत सीएसआईआर और केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान संचालित करेगा रोजगारपरक कार्यक्रम।

अखण्ड प्रताप सिंह January 29 2021 21786

इन पाठ्यक्रमों को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत संचालित किया जाएगा।जिनकी अवधि पूरी होने पर छात्र हेल्थ

राष्ट्रीय

पद्म पुरस्कारों से सम्मानित चिकित्सकों ने डायबिटीज नियंत्रण के लिए 10 वर्षीय आयोग का सुझाया तरीका

विशेष संवाददाता September 04 2022 41962

फोर्टिस मधुमेह, मोटापा और कॉलेस्ट्रॉल केंद्र (सी-डॉक) के अध्यक्ष डॉ. अनूप मिश्रा ने कहा कि 10 साल के

इंटरव्यू

हाथ साबुन से धुलें, सैनिटाइज़र को विकल्प के रूप में इस्तेमाल करें- के. के. सचान, चीफ फार्मासिस्ट

हुज़ैफ़ा अबरार February 17 2021 28792

आदिकाल से यह मानना  है कि स्वच्छ रहने से स्वच्छ जीवन रहता है।जीवाणु गंदगी से पनपते हैं। स्वच्छ नहीं

स्वास्थ्य

वायु प्रदूषण से बचना है तो करें ये प्राणायाम

लेख विभाग October 18 2022 23950

इस वक्त दिल्ली एनसीआर के ज्यादातर हिस्सों में धुंआं और धूल नजर आ रहा है। जैसे जैसे ठंड बढ़ेगी इस तस्

सौंदर्य

उंगलियों के कालेपन से न हों शर्मिंदा, इस नुस्खेंh से तुरंत होगा असर

आरती तिवारी December 13 2022 28693

अगर आपको भी उंगलियों का कालापन शर्मिंदा कर रहा है तो हमारे बताएं घरेलू नुस्खों को इस्तेमाल करके इन्ह

सौंदर्य

मस्कारा से आँखों को बनायें खूबसूरत

सौंदर्या राय July 07 2022 37102

कलरफुल मस्कारा के साथ भी एक्सपरिमेंट करें। ग्रीन कलर, नीली नखों में वायलेट ले आता है, पर्पल ग्रीन आँ

राष्ट्रीय

प्रदेश में लंपी वायरस से 25 हिरणों की मौत

विशेष संवाददाता September 28 2022 29885

गौवंश के लिए कहर बनकर टूटा लंपी वायरस अब हिरणों में फैल रहा है। पिछले डेढ़ महीने में इस बीमारी से 35

उत्तर प्रदेश

वर्ल्ड लीवर डे स्पेशल: टॉक्सिंस लोड और कीटनाशक बने लीवर के सबसे बड़े दुश्मन

रंजीव ठाकुर April 18 2022 21412

जब लिवर पर विषाक्त पदार्थों का बोझ बढ़ जाए तो तरह-तरह की व्याधियां उत्पन्न होने लगती हैं और इसका असर

Login Panel