कई लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें दूध आसानी से नहीं पचता है। दूध पीते के साथ उन्हें कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स होने लग जाती हैं। लैक्टोज इंटॉलरेंस, पाचन से जुड़ी समस्या होती है, जिसमें लोगों को दूध या डेयरी प्रॉडक्ट्स को पचाने में काफी प्रॉब्लम होती है। इस हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे लोगों को पेट की परेशानी होने लगती है।
लैक्टोज एक प्रकार का शुगर या शर्करा होती है जो मुख्य रूप से दूध या दूध से निर्मित खाद्य पदार्थों में पाई जाती है। आमतौर पर लैक्टोज युक्त पदार्थ खाने या पीने के कुछ ही घंटों में लैक्टोज इन्टॉलरेंस (Lactose intolerance) के लक्षण शुरू हो जाते हैं। उनमें शामिल हैं:
आपको भी अगर ऐसी ही हेल्थ प्रॉब्लम है, तो आप कुछ तरीकों से दूध पी सकते हैं, जिससे आपको आसानी से दूध डाइजेस्ट हो सके। जाहिर-सी बात है कि दूध को कम्पलीट डाइट माना जाता है। ऐसे में विटामिन डी, कैल्शियम जैसे अन्य पोषक तत्वों की पूर्ति के दूध पीना बहुत जरूरी है।
ये हो सकता है निदान -
लैक्टोज इंटोलेरेन्स का कोई इलाज़ नहीं है, लेकिन अधिकतर लोग अपने आहार में बदलाव कर के अपने लक्षणों को नियंत्रित कर सकते हैं। लैक्टोज इनटॉलेरेंस के कुछ मामले, जो की गैस्ट्रोएंटरायटिस (gastroenteritis) के कारण हों , वे अस्थाई होते हैं और कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाते हैं।
इन तरीकों का करें इस्तेमाल - Use these methods
यदि आप लैक्टोज इंटोलेरेन्ट हैं तो आपको क्रीम (cream), चीज़ (cheese), योगहर्ट (yoghurt), आइस क्रीम (ice cream) और बटर/ मक्खन (butter) जिनमें लैक्टोज होता है, के सेवन से बचना होगा। लेकिन इन पदार्थों में लैक्टोज की मात्रा अलग अलग होती है और कई बार काफी कम होती है, इसलिये आप इनका सेवन कर सकते हैं बिना किसी समस्या के। खाली पेट दूध पीने से भी बार-बार दूध की डकार आ सकती है, जिससे उल्टी आने का रिस्क रहता है। ऐसे में आप दूध को बिस्किट, ब्रेड, पराठे के साथ पिएं। कोशिश करें कि सिर्फ दूध पीकर बाहर न जाएं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि एक बार में काफी दूध पी लेने से आपको पेट दर्द की शिकायत होने लग जाती है। ऐसे में आपको सिप-सिप करके दूध पीना चाहिए। इससे उल्टी या डाइजेशन की प्रॉब्लम होने के चांसेस काफी कम हो जाते हैं।
Edited by Shweta
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