देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं पर संक्रमण प्रभाव के बारे में जानने के लिए अध्ययन शुरू किया

गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं में कोरोना संक्रमण के जोखिम को लेकर अब तक कई वैज्ञानिक दस्तावेज सामने आए हैं। हालांकि, महामारी की आगामी लहर की वैज्ञानिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पहली बार सरकार ने वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस पर एहतियातन कार्य शुरू कर दिया है।

0 28965
आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं पर संक्रमण प्रभाव के बारे में जानने के लिए अध्ययन शुरू किया प्रतीकात्मक

नयी दिल्ली। गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं में कोरोना संक्रमण के जोखिम को लेकर अब तक कई वैज्ञानिक दस्तावेज सामने आए हैं। हालांकि, महामारी की आगामी लहर की वैज्ञानिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पहली बार सरकार ने वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस पर एहतियातन कार्य शुरू कर दिया है।

इसके तहत नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं पर संक्रमण प्रभाव के बारे में जानने के लिए एक अध्ययन शुरू किया है, जो पहली बार महामारी के अब तक प्रभावों के बारे में सही जानकारी सामने ला सकता है।

इसका सबसे बड़ा लाभ तब मिलेगा जब अध्ययन के निष्कर्ष आगामी माह में केंद्रीय स्तर पर गठित समितियों के समक्ष रखे जाएंगे और इन्हीं परिणामों के आधार पर सरकार देश भर के अस्पतालों के लिए दिशा-निर्देश तैयार करेगी ताकि भविष्य में कोरोना की कोई लहर आती है तो इस वर्ग को समय रहते बचाया जा सके।

प्रेग्कोविड : गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं पर पहली रजिस्ट्री
आईसीएमआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राहुल गजभिए ने बताया कि प्रेग्कोविड भारत में कोविड को लेकर गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं पर पहली रजिस्ट्री है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों से जानकारी मांगना शुरू कर दिया गया है। इस अध्ययन को पूरा होने में अभी तीन से चार माह का वक्त लग सकता है।
 
डॉ. गजभिए ने कहा, ‘इस अध्ययन के बारे में एक तरह से कहा जा सकता है कि कोरोना महामारी का गर्भवती महिला, प्रसव के बाद महिलाओं का स्वास्थ्य और नवजात शिशुओं की स्थिति इत्यादि के बारे में निचोड़ निकाला जा रहा है, जिसके आधार पर एक निष्कर्ष निकाला जा सके।’

डॉक्टरों के लिए होगा प्रशिक्षण
वैज्ञानिकों का कहना है कि नए दिशा-निर्देश बनने के बाद यह डॉक्टरों के लिए प्रशिक्षण का कार्य करेगा। संक्रमित गर्भवती महिला का उपचार किस तरह से किया जाए? या फिर प्रसव के बाद मां व शिशु का बचाव कैसे किया जा सकता है? डॉक्टरों को यह भी बताने का प्रयास किया जा रहा है कि किन मानकों के आधार पर मरीज पर असर को पहले जान सकते हैं?

दो साल में जुटाए आंकड़ों की मदद
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि 2020 में कोरोना ने भारत में प्रवेश किया। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं में जोखिम काफी अधिक है। इसी के चलते आईसीएमआर ने प्रेग्कोविड-19 एक रजिस्ट्री भी बनाई थी। इसमें मार्च 2020 से मई 2022 तक देश के 19 अस्पतालों से डाटा एकत्रित किया जाएगा।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

भारत बायोटेक, Ocugen Inc के सहयोग से अमेरिका में बेचेगा कोवैक्सीन टीका।  

हे.जा.स. February 07 2021 18252

Ocugen को अमेरिकी में वैक्सीन के व्यापार का अधिकार होगा। वह क्लिनिकल ​​विकास, नियामक अनुमोदन (EUA सह

स्वास्थ्य

कोरोना संक्रमित व्यक्ति में किडनी रोग का जोखिम: शोध  

लेख विभाग September 08 2021 21005

कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की किडनी को नुकसान पहुंचने का खतरा ज्यादा पाया गया है। इसके चलते

उत्तर प्रदेश

अनियमितताओं के चलते शीतल अस्पताल सील

आरती तिवारी July 09 2023 31191

जच्चा बच्चा को गायब करने के मामले में एक ग्रामीण ने अस्पताल संचालक के खिलाफ लगाए गए आरोपों के चलते स

राष्ट्रीय

कोरोना संक्रमण: देश में कम हो रहे नए मरीज़।

एस. के. राणा November 15 2021 21428

पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 10,229 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इस दौरान 125 लोगों की इस वायर

उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला, अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही अनेकों स्वास्थ्य सेवाएं

रंजीव ठाकुर September 05 2022 16119

जनपद के सभी नगरीय व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित

उत्तर प्रदेश

सहारा हॉस्पिटल में स्तन से सम्बंधित समस्याओं के परामर्श के लिए नि:शुल्क शिविर का आयोजन

हुज़ैफ़ा अबरार October 05 2023 85692

डॉ.फरहा अरशद ने बताया कि अगर स्तन सम्बंधी कोई समस्या है तो इलाज कराने से पहले उसकी जांच करानी चाहिए।

राष्ट्रीय

दिल्ली के अस्पताल में एक व्यक्ति की थाइरॉयड ग्रंथि से निकाला गया “नारियल के आकार” का ट्यूमर

एस. के. राणा October 28 2022 18822

72 वर्षीय मरीज को पिछले छह महीने से सांस लेने और खाना निगलने में दिक्कत हो रही थी। डॉक्टरों ने बताय

राष्ट्रीय

दिल्ली में तेजी से फैल रहा डेंगू

एस. के. राणा July 31 2023 0

राजधानी दिल्ली में इस साल जुलाई माह में ही डेंगू के 121 मामले आ गए, जो पिछले पांच सालों में जुलाई मा

उत्तर प्रदेश

अब केजीएमयू में भी होगी आयुर्वेद की पंचकर्म चिकित्सा

आरती तिवारी December 22 2022 27046

केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के अधीक्षक और ट्रॉमा सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संदीप तिवारी ने विश्वव

उत्तर प्रदेश

मेरठ में 175 किलो के व्यक्ति की हुई बैरिएट्रिक सर्जरी

आरती तिवारी November 19 2022 17635

मेरठ में 175 किलो के व्यक्ति की बैरिएट्रिक सर्जरी की गयी। डॉक्टर्स का दावा है कि यूपी में पहली बार

Login Panel