इबरस्पायोलॉजी, बिहेवियर और सोशल नेटवर्किंग जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने युवाओं के पीयर ग्रुप की समीक्षा की और पाया कि ऑनलाइन डेटिंग (online dating) से युवाओं के कॉन्फिडेंस पर गहरा असर पड़ता है। इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने लगभग 1,300 कॉलेज के छात्रों से उनके टिंडर उपयोग, शरीर की छवि और आत्म-सम्मान के बारे में सवाल पूछा। अध्ययन में पाया गया कि ऐप (app) का उपयोग करने वाले युवा लड़के और लड़कियां अपने बॉडी (body shape) शेप और सेल्फ कॉन्फिडेंस को लेकर ज्यादा चिंतित रहा करते थे। वहीं जो लोग ऑनलाइन डेटिंग साइट्स का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे वो अपने आप को लेकर किसी भी एंग्जायटी में नहीं थे। ये खासकर टिंडर (Tinder) जैसे ऑनलाइन डेटिंग साइट्स इस्तेमाल करने वाले युवाओं में पाया गया।
शोध में बताया गया कि , टिंडर उपयोगकर्ताओं ने अपने शरीर को लेकर ज्यादा चिंता और असंतुष्टि की भावना व्यक्त की। शोध की लेखिका जेसिका स्ट्रबेल इस बारे में कहती हैं कि डेटिंग साइट्स इस्तेमाल करने वाले युवाओं में एंग्जायटी (anxiety) का लेवल ज्यादा है। कुछ युवा तो इस तरीके से मानसिक असंतुलन के शिकार हैं कि उनमें अब अवसाद के लक्षण नजर आ रहे हैं। ऐसे युवा बाकी लोगों से खुद की तुलना कर काफी दुखी हैं।
जर्नल ऑफ बॉडी इमेज (Journal of Body Image) में प्रकाशित 2017 के एक अध्ययन के अनुसार, सोशल साइट्स युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहा है। उन्हें इसके कारण एंग्जायटी और स्ट्रेस का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी लाइफस्टाइल प्रभावित हो रही है। लाइफस्टाइल (lifestyle) के प्रभावित होने से उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर हो रहा है। इसस उनमें इटिंग डिसऑर्डर और मोटापा भी तेजी से बढ़ रहा है। वहीं कुछ युवा इस बात की शिकायत करते हैं कि उन्हें बिना किसी कारण के एंग्जायटी होती है और ये उन्हें परेशान करता है। कुछ युवाओं में ये इमोशनल डिसबैलेंस का भी कारण है, जो कि उनके लोकप्रियता से जुड़ा हुआ था।
ऑनलाइन डेटिंग में मिले पार्टनर आपके लिए कई बार सिर दर्द बन जाते हैं। वहीं कई बार इसके चलते लोग धोखे का शिकार हो जाते हैं। ये आपके लिए इमोशनल डिसबैलेंस और दुख का कारण बन सकता है। साथ ही ये एंग्जायटी पैदा करता है और लगातार मोबाइल (mobile) में रहना आपके वास्तविक जीवन को भी प्रभावित कर सकता है। इससे न सिर्फ आपको खुद से असंतोष की भावना पैदा होगी, बल्कि आप अपने फैमिली और दोस्तों से भी दूर हो सकते हैं। इस दौरान लगातार मोबाइल पर रहना आपके आंखों और मस्तिष्क को एक्टिवेट रखता है, जो कि इसे थका देता है और इसका आपके पढ़ाई या काम को नुकसान हो सकता है।
भले ही आज कल ऑनलाइन डेटिंग काफी आम बात हो चुकी है, लेकिन ये आपकी जिंदगी से खिलवाड़ कर सकता है। इसलिए आप वास्तविक दोस्त बनाएं और उनके साथ समय बिताएं, ना कि इन सोशल साइट्स (social sites) पर। तो एक स्वस्थ और हेल्दी माइंड के साथ खुश रहने के लिए, आज से ही अपने आपको ऑनलाइन डेटिंग साइट्स पर सीमित करें।
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 3774
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 2775
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 11100
एस. के. राणा March 06 2025 0 8769
एस. के. राणा March 07 2025 0 8436
एस. के. राणा March 08 2025 0 7548
आयशा खातून March 06 2025 0 5328
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 11100
एस. के. राणा March 06 2025 0 8769
एस. के. राणा March 07 2025 0 8436
एस. के. राणा March 08 2025 0 7548
British Medical Journal February 25 2025 0 5772
सौंदर्या राय May 06 2023 0 77244
सौंदर्या राय March 09 2023 0 82637
सौंदर्या राय March 03 2023 0 80769
admin January 04 2023 0 81708
सौंदर्या राय December 27 2022 0 71757
सौंदर्या राय December 08 2022 0 61438
आयशा खातून December 05 2022 0 113553
लेख विभाग November 15 2022 0 84472
श्वेता सिंह November 10 2022 0 94851
श्वेता सिंह November 07 2022 0 83018
लेख विभाग October 23 2022 0 68021
लेख विभाग October 24 2022 0 69350
लेख विभाग October 22 2022 0 76182
श्वेता सिंह October 15 2022 0 82680
श्वेता सिंह October 16 2022 0 77687
नोवार्टिस फार्मास्युटिकल द्वारा घोषित वित्तीय प्रतिबद्धता से क्रिप्टोस्पोरिडिओसिस और मलेरिया के अला
बेल कई रोगों की रोकथाम कर सकता है तो कई रोगों को ठीक करने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। आप कफ-व
उत्तर प्रदेश में विश्व के फार्मा उद्योग को आकर्षित करने और उनके लिए बेहतर माहौल बनाने पर शनिवार को ड
ईएमटी दुर्गा प्रसाद यादव और एंबुलेंस चालक मूलचंद्र सम्मानित, एंबुलेंस में आशा कार्यकर्ता की मदद से क
शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने पाया है कि निएंडरथल से विरासत में मिला एक कोविड-19 जोखिम वाला
राजस्थान के बीकानेर में एम्पलाय स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन यानि ईएसआईसी हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया
पिछले चौबीस घण्टें में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले में 32 प्रतिशत का उछाल आया। इस संक्रमण ने अब तक दे
सरोगेसी से बच्चे की इच्छा रखने वाले परिवार को सरोगेट मदर के लिए भी 36 महीने यानी 3 साल का बीमा लेना
प्रधानमंत्री मोदी ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर देशवासियों को बधाई दी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री इसे
जारी लेटेस्ट शेड्यूल के अनुसार नीट पीजी 2023 परीक्षा 5 मार्च, 2023 को आयोजित होगी। नेशनल एग्जिट टेस
COMMENTS