देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

बच्चों में कोविड के गंभीर संक्रमण की संभावना बड़ों की अपेक्षा कम: डॉ. अरोड़ा 

हम दूसरी लहर की अंतिम अवस्था में है। तीसरी लहर की आशंका उस स्थिति में ही मजबूत होगी जबकि हम कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना छोड़ देगें, विशेष रूप से आने वाले त्यौहार के मौसम में।

0 19599
बच्चों में कोविड के गंभीर संक्रमण की संभावना बड़ों की अपेक्षा कम: डॉ. अरोड़ा  प्रतीकात्मक

नई दिल्‍ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है वहीं तीसरी लहर (Covid Third Wave) का भी खतरा अभी टला नहीं है। हालांकि कोविड के मामलों में आई कमी के कारण दिल्‍ली सहित कई राज्‍यों में बड़े बच्‍चों के लिए स्‍कूलों को खोला गया है। कोरोना (Covid-19) के डर के चलते अभी भी अभिभावक बच्‍चों को स्‍कूल भेजने से कतरा रहे हैं साथ ही बच्‍चों के वैक्‍सीन (Vaccine for Children) लगने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि कोरोना की एक-एक गतिविधि पर नजर रख रहे देश के जाने-माने विशेषज्ञ बच्‍चों के विकास के लिए स्‍कूल भेजना जरूरी बता रहे हैं।

हाल ही में जब आईसीएमआर (ICMR) के टास्‍क फोर्स ऑपरेशन ग्रुप फॉर कोविड-19 के चेयरमैन डॉ. एन के अरोड़ा से पूछा गया क‍ि कुछ अभिभावक कोविड की तीसरी लहर की शंका के चलते बच्चों को अभी स्कूल भेजने के लिए सहमत नहीं हैं। क्या वास्तव में तीसरी लहर का आना निश्चित है? इस सवाल पर उन्‍होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से उन्‍हें लगता है वायरस की वर्तमान स्थिति, एपिडेमियोलॉजी, सीरो पॉजिटिविटी दर और सबसे अहम अभी देखे जा रहे 90 प्रतिशत कोविड मरीज डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) के हैं। अभी कोई नया वेरिएंट पिछले चार हफ्तों में नहीं देखा गया है।

उन्‍होंने कहा कि ऐसा कहा जा सकता है कि हम दूसरी लहर (Covid Second Wave) की अंतिम अवस्था में है। तीसरी लहर की आशंका उस स्थिति में ही मजबूत होगी जबकि हम कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना छोड़ देगें, विशेष रूप से आने वाले त्यौहार के मौसम में भी हमें कोविड अनुरूप व्यवहार (CAB) का पालन करना होगा। उत्सव मानने के लिए लोगों का एक जगह पर इकट्टा होना हानिकारक हो सकता है।

स्‍कूलों को लेकर डॉ. अरोड़ा ने कहा कि कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन स्कूलों में भी करना जरूरी है। क्लास में भीड़ जमा नहीं होने देनी है। स्कूल अध्यापिकाओं और बच्चों के लिए मास्क (Mask) अनिवार्य रूप से प्रयोग किया जाए। मास्क का प्रयोग करने के लिए स्कूल स्टॉफ को बच्चों को प्रोत्साहित करना होगा। बच्चे डेढ साल से भी अधिक लंबे समय से घरों में कैद हैं, उन्होंने कोविड काल में अपने जीवन में कई तरह की घटनाएं देखी हैं। किसी भी तरह का अहम निर्णय लेने से पहले अभिभावक भी मानसिक रोग विशेषज्ञ, शिक्षाविद् या फिर मनोचिकित्सक से सलाह ले सकते हैं।

बच्चों के लिए भी कोविड की वैक्सीन आने और कुछ अभिभावकों के टीकाकरण के बाद ही बच्चों को स्कूल भेजने की बात कहने पर उन्‍होंने कहा कि बच्चों के टीकाकरण के लिए इंतजार किया जा सकता है। भारत और वैश्विक आंकड़ों के आधार पर यह देखा गया है कि बच्चों में कोविड के गंभीर संक्रमण और मृत्यु की संभावना बड़ों की अपेक्षा कम है। हालांकि बच्चों द्वारा संक्रमण फैल सकता है।

18 साल से कम उम्र के बच्चों की अपेक्षा बड़ों में कोविड संक्रमण से मृत्यु और कोविड की गंभीर स्थिति का खतरा 15 गुना अधिक होता है। इसलिए बच्चों के आसपास रहने वाले व्यस्क स्कूल हों या घर पर अगर सभी को कोविड का वैक्सीन लगा होगा तो हम बच्चों के लिए कोविड संक्रमण सुरक्षा का घेरा तैयार कर सकेगें। इस स्थिति में वायरस के फैलाव और संचरण की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है या रोका जा सकता है।

डॉ. अरोड़ा कहते हैं कि उन्‍हें मुझे यह लगता है कि अभिभावकों को बच्चों को स्कूल जरूर भेजना चाहिए और इसके लिए कोविड टीकाकरण का इंतजार करना सही नहीं है, इसकी दो प्रमुख वजह हैं। पहला बच्चों में कोविड संक्रमण का गंभीर खतरा होने की संभावना कम होती है या न के बराबर है दूसरा बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए उनका स्कूल जाना बहुत जरूरी है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

अमेठी के जिला अस्पताल में लगाए गए कैमरे

विशेष संवाददाता May 23 2023 24176

अमेठी जिला अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर 18 स्थानों पर कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे लगने

राष्ट्रीय

क्षय रोगियों की तलाश अभियान में मिले 13 नये मरीज

अजीत मौर्य January 07 2021 14180

खांसी, बलगम, बलगम में खून का आना, वजन कम होना, सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार टीबी के लक्षण ह

उत्तर प्रदेश

गोरखपुर के अस्पतालों में होगा कोरोना मॉकड्रिल का फुल रिहर्सल

रंजीव ठाकुर August 20 2022 18355

जिले में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर प्रशासन की नाक में दम कर दिया है। सीएमओ से लेकर

उत्तर प्रदेश

प्रोटीन जागरूकता सप्ताह 24 से 31 जुलाई को मनाया जायेगा। 

हुज़ैफ़ा अबरार July 23 2021 16521

शहरों में रहने वाले 73 प्रतिशत धनी लोगों में प्रोटीन की कमी है और उनमें से 93 प्रतिशत लोगों को यह जा

उत्तर प्रदेश

एक्शन मोड में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, सहारनपुर में चिकित्सा अधीक्षक को किया सस्पेंड

विशेष संवाददाता January 29 2023 17733

लगातार शिकायतों के चलते उन्होंने कड़े कदम उठाए हैं। सहारनपुर के बेहट में रिश्वत लेने के एक प्रकरण मे

स्वास्थ्य

रात में नींद ना आने पर आजमाएं ये उपाय

आरती तिवारी October 03 2022 23451

सोने से दो घंटे पहले आपको मोबाइल, लैपटॉप या अन्य गैजेट्स से दूर हो जाना चाहिए क्योंकि, इनसे निकलने व

स्वास्थ्य

किडनी की पथरी और यूटीआईसे बचने हेतु खुद को डीहाइड्रेशन से बचाएं।

लेख विभाग February 10 2021 32650

यूरोलॉजिस्ट किसी ऐसे व्यक्ति के लिए ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं जो दर्दनाक किडनी की पथरी से पी

राष्ट्रीय

भारतीय नागरिकों से 8.2 वर्ष ज्यादा जीते हैं चीन के लोग, जानिए क्यों

रंजीव ठाकुर July 10 2022 17933

हाल ही में चीन से आएं आंकड़ों ने भारतीय स्वास्थ्य विभाग को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि लगभग एक जैसे

उत्तर प्रदेश

60 साल से ऊपर वालों को एक मार्च से कोरोना का मुफ्त टीकाकरण करायेगी मोदी सरकार।

हुज़ैफ़ा अबरार February 25 2021 16040

60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के अलावा 45 वर्ष से ऊपर के गंभीर बीमार लोगों को भी एक मार्च से कोरोना क

उत्तर प्रदेश

सभ्य समाज चिकित्सकों को सम्मान देः डा. आर.एन सिंह

आनंद सिंह April 07 2022 20018

आज चिकित्सक व चिकित्साकर्मियों की मानसिक व सामाजिक सुरक्षा भी बहुत बड़ा मुद्दा है। दौसा की डा. अर्चन

Login Panel