देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

महिलाओं से सम्बंधित बीमारियों का होमयोपैथिक इलाज है कारगर।

लगभग एक तिहाई भारत थायराइड विकार से पीड़ित है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायरॉयड विकार विकसित होने की संभावना आठ गुना अधिक होती है।

लेख विभाग
February 03 2021
0 41605
महिलाओं से सम्बंधित बीमारियों का होमयोपैथिक इलाज है कारगर। बीमारियों का विवरण

महिलाएं समाज की रीढ़ हैं। परिवार और समाज की जिम्मेदारियों का निर्वहन करते समय वे अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देती है। इस कारण वे रोगग्रस्त हो जाती हैं। डा बत्राज क्लिनिक द्वारा उनकी बीमारियों पर मुफ्त परामर्श और जागरूकता का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। प्रस्तुत है डा बत्राज कंपनी समूह के संस्थापक, पद्मश्री डॉ मुकेश बत्रा द्नारा महिलाओं से सम्बंधित कुछ बीमारियों का विवरण।

थायराइड विकार

लगभग एक तिहाई भारत थायराइड विकार से पीड़ित है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायरॉयड विकार विकसित होने की संभावना आठ गुना अधिक होती है। थायराइड हार्मोन आपके शरीर में ऊर्जा, बढत और मेटाबाॅलिज्म के समन्वय के लिए जिम्मेदार है। महिलाओं में, यह प्रजनन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर अगर थायरॉयड ओवरएक्टिव है या अन्डरएक्टिव है। हार्मोनल स्तर में यह असंतुलन असामान्य मासिक धर्म का कारण बन सकता है, अंडोत्सर्जन (ओवुलेशन) प्रक्रिया को प्रभावित करता है, गर्भावस्था में जटिलताएं पैदा कर सकता है और रजोनिवृत्ति की शुरुआत अपेक्षाकृत जल्दी भी हो सकती है।

होमियोपैथी से चिकित्सा

हाइपोथायरायडिज्म के उपचार में पारंपरिक दवा के साथ होम्योपैथिक दवा थायराइडिनम 3एक्स पर एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला कि होम्योपैथिक दवा थायराइडिनम 3 एक्स और लेवोथॉराॅक्सिन की संयुक्त चिकित्सा ने वजन घटाने पर उल्लेखनीय प्रभाव डाला और अन्य लक्षणों से भी राहत दी। थायराइडिनम प्राथमिक हाइपोथायरायडिज्म के मामलों में जल्दी राहत देता है।

डा बत्राज में, थायराइड की समस्या वाली लगभग 70,000 महिला रोगियों में से 96.6 प्रतिशत में होम्योपैथिक उपचार से सकारात्मक परिणाम देखे गये हैं।

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (पीसीओएस)

प्रसव उम्र की 10 में से 1 महिला इस बीमारी से प्रभावित होती हैं और उनमें से कम से कम आधी बिना जांच के रह जाती हैं। पीसीओएस एक हार्मोनल विकार है, जो प्रजनन उम्र की महिलाओं में आम है। यदि एक महिला को पीसीओएस का पता चला है, तो उसकी बहन में भी इस विकार की संभावना 40 प्रतिशत तक हो सकती है। तनाव पीसीओएस का लक्षण और  संभावित कारण हो सकता है। यदि पीसीओएस का इलाज ना किया जाये तो इससे बांझपन, अवरोधक स्लीप एपनिया, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और गर्भाशय के लाइनिंग का मोटा होना जैसी समस्याएं हो सकती है, और यदि आपका मासिक धर्म नियमित नहीं है तो यह अंततः कैंसर का कारण बन सकता है ।

होम्योपैथी प्रभावी रूप से पीसीओएस का इलाज करती है

पीसीओएस के लिए पारंपरिक उपचार इसके दिखाई देने वाले और सबसे अधिक परेशानी वाले लक्षणों का इलाज करता है। जबकि होम्योपैथी इस मूल कारण पर केंद्रित होती है। यह हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने, ओवुलेशन प्रक्रिया को नियमित करने और मासिक धर्म को बहाल करने पर काम करती है। यह बिना किसी साइड-इफेक्ट के भी पीसीओएस से जुड़े लक्षणों का प्रभावी ढंग से इलाज करने में मदद करती है।

पारंपरिक और वैकल्पिक चिकित्सा पर हुए दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी में प्रस्तुत एक अध्ययन ने साबित किया कि कि पारंपरिक चिकित्सा द्वारा अनुपचारित रहे पीसीओएस रोगियों के सैम्पल साइज में से 69 प्रतिशत मामलों का होम्योपैथी के उपयोग से सफलतापूर्वक इलाज किया गया।

डा बत्राज में, पीसीओ से ग्रसित लगभग 6,360 महिला रोगियों ने अपने होम्योपैथिक उपचार से सकारात्मक परिणाम देखे हैं।

रजोनिवृत्ति

बेटर इंडिया के अनुसार, वर्तमान में 45 वर्ष से अधिक उम्र की 65 मिलियन भारतीय महिलाएं हैं। जबकि भारत में रजोनिवृत्ति की औसत आयु लगभग 46 वर्ष है, यह अक्सर महिलाओं को बहुत पहले से प्रभावित करती है - यहां तक कि 30-35 वर्ष की उम्र में भी। यह माना जाता है कि 2025 मे रजोनिवृत्ति से गुजरने वाली महिलाओं की संख्या लगभग 73 मिलियन होगी।

रजोनिवृत्ति से गुजरने वाली महिलाएं अक्सर त्वचा और बालों में बदलाव जैसे लक्षणों का अनुभव करती हैं। रजोनिवृत्ति के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम होने के कारण अक्सर सेक्स की इच्छा कम हो जाती है। मूत्र मार्ग में संक्रमण रजोनिवृत्ति का एक और आम लक्षण है। अन्य लक्षणों में अनिद्रा, योनि का सूखापन, गर्म फ्लश और मासिक धर्म में परिवर्तन शामिल हैं।

होम्योपैथी और रजोनिवृत्ति

यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन के अनुसार, रजोनिवृत्त गर्म फ्लश के 438 रोगियों में से 90 प्रतिशत महिलाओं ने इस समस्या के गायब होने या उनके लक्षणों के कम होने की जानकारी दी।

डा बत्राज में, रजोनिवृत्ति से गुजरने वाली लगभग 6,313 महिला रोगियों ने अपने होम्योपैथिक उपचार से सकारात्मक परिणाम देखे हैं।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

ओमिक्रॉन के स्टील्थ वैरिएंट को हलके में लेने से यूरोप जैसे हो सकतें हैं हालात 

हे.जा.स. March 28 2022 25665

अमेरिका, ब्रिटेन और चीन में ओमिक्रॉन का यह नया सब वैरिएंट कहर बरपा रहा है। जिसके बाद भारत में भी चिं

उत्तर प्रदेश

निजी अस्पताल का कारनामा, खुलेआम गर्भपात कराने का लगाया गया बोर्ड

विशेष संवाददाता July 18 2023 29304

प्राइवेट हॉस्पिटल का नया कारनामा आया सामने है। प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा खुले आम गर्भपात का प्रचार कि

उत्तर प्रदेश

एम्बुलेंस के इंतजार में छटपटाती रही गर्भवती, अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर नहीं मिले, नवजात की मौत

विशेष संवाददाता August 05 2022 28066

यूपी से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की दिल दहला देने वाली तस्वीर फिर सामने आई है। गर्भवती महिला एम्ब

अंतर्राष्ट्रीय

यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों को बहाल करना होगा: संयुक्त राष्ट्र संघ

हे.जा.स. October 21 2021 19253

यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार, क़ानूनी रूप से बाध्यकारी मानवाधिकार सन्धियों, विधिशास्त्र और अन्तरर

राष्ट्रीय

आईएएस अधिकारी की मानवीय पहल आई सामने

विशेष संवाददाता October 12 2022 35692

बूंदी में तैनात राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी मानवीय पहल सामने आई है, जो कि चर्चा विषय बन चुकी है।

उत्तर प्रदेश

अपोलो में बोन मैरो ट्रांसप्लांट, हेमेटोलॉजी व पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी की सुविधा शुरू

रंजीव ठाकुर September 02 2022 20393

अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल ने चाइल्डहुड कैंसर अवेयरनेस मंथ के उपलक्ष्य में पीडियाट्रिक ऑन्क

उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश

UP NHM के 125 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन शुरू, 40 से 60 हजार रुपये होगी सैलरी

श्वेता सिंह August 27 2022 22127

ये आवेदन 125 रिक्तियों को भरने के लिए मंगाए गए हैं, जिनमें से 46 रिक्तियां क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट के

उत्तर प्रदेश

बदायूं में एम्बुलेंस में गूंजी किलकारी

आरती तिवारी June 27 2023 22644

बदायूं जिले में संचालित 102 एम्बुलेंस एक नन्हे से बच्चे ने जन्म लेकर एक परिवार मे खुशी का माहौल बना

स्वास्थ्य

जानिये पार्किसन रोग के कारण और इसके लक्षण।

लेख विभाग November 26 2021 26087

यदि किसी व्यक्ति की कार्य क्षमता अचानक से कम हो गई है, तो उसे इसकी सूचना अपने डॉक्टर को दी चाहिए क्य

Login Panel