देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

देश की 46 फीसदी बच्चियाँ खून की कमी का शिकार

एनीमिया पोषण की कमी से संबंधित दुनिया में सबसे अधिक व्यापक समस्या है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लाल रक्त कणिकाओं (आरबीसी) या उनमें मौजूद हीमोग्लोबिन की संख्या कम हो जाती है।

हे.जा.स.
January 28 2022 Updated: January 28 2022 01:32
0 7419
देश की 46 फीसदी बच्चियाँ खून की कमी का शिकार प्रतीकात्मक

नई दिल्ली। देश में 15 वर्ष से कम आयु की 46 फीसदी लड़कियां एनीमिया से पीड़ित हैं। यह जानकारी जनवरी 2015 से नवंबर 2021 तक प्राप्त किए गए हीमोग्लोबिन नमूनों पर निकाले गए परिणामों के आधार पर डाटा एनालिटिक्स रिपोर्ट (डीएआर) में सामने आई है। इनमें 13 फीसदी से अधिक नमूनों में एनीमिया का गंभीर स्तर पता चला है।

सात वर्षों की अवधि में एसआरएल डायग्नोस्टिक्स ने इस आयु वर्ग की लड़कियों के कुल आठ लाख 57 हजार तीन नमूनों की जांच की। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (एनएफएचएस) के अनुसार भारत में आधे से अधिक (55 फीसदी) महिलाओं को एनीमिया की समस्या है। वहीं, देश में 55 फीसदी किशोरियां भी एनीमिया से पीड़ित हैं।

असम एनीमिया से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है
एनएफएचएस के अनुसार अन्य विकासशील देशों की तुलना में भारत में सभी समूहों में एनीमिया की व्यापकता अधिक है। वहीं, देश में असम इस समस्या से सर्वाधिक प्रभावित है। यहां 72 फीसदी विवाहित महिलाएं इस समस्या से पीड़ित हैं। असम के बाद हरियाणा में यह आंकड़ा 69.7 फीसदी और झारखंड में 68.4 फीसदी पर है।

बता दें कि एनीमिया पोषण की कमी से संबंधित दुनिया में सबसे अधिक व्यापक समस्या है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लाल रक्त कणिकाओं (आरबीसी) या उनमें मौजूद हीमोग्लोबिन की संख्या कम हो जाती है। आंकड़ों के अनुसार हर दूसरी महिला इससे ग्रसित है और हर पांच में से एक मातृ मृत्यु सीधे तौर पर इससे संबंधित है।

'एनीमिया के कारणों का पता लगाना बहुत जरूरी'
एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के सीईओ आनंद के का कहना है कि सभी समूहों में एनीमिया का प्रसार अन्य विकासशील देशों के मुकाबले भारत में अधिक है। इससे निपटने के लिए देश में बहुस्तरीय प्रयासों की जरूरत है जिसमें उत्त स्तरीय जागरूकता, व्यवहार में परिवर्तन और महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों पर ध्यान देना होगा। 

वहीं, एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के तकनीकी निदेशक डॉ. अनुराग बंसल के अनुसार एनीमिया के मूल कारण का पता लगाना बहुत जरूरी है। मुख्य रूप से एनीमिया आयरन की कमी या विटामिन बी12 की कमी की वजह से होता है। लेकिन इस बीमारी के अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिनके बारे में पता लगाना बहुत आवश्यक है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

सैनिक नगर कालोनी में कोविड टीकाकरण शिविर आयोजित हुआ

रंजीव ठाकुर August 07 2022 7487

रायबरेली रोड स्थित सैनिक नगर कालोनी में मुफ्त कोविड टीकाकरण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 160 लोग

उत्तर प्रदेश

नशीली दवाओं के साथ दो आरोपी गिरफ्तार

विशेष संवाददाता June 04 2023 22488

मुखबिर की सूचना पर औषधि विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने नशीली दवाइयों की तस्करी करने वाले अभियुक्तो

उत्तर प्रदेश

यूपी में खुलेंगे 94 ब्लॉक पब्लिक हेल्थ सेंटर

आरती तिवारी October 08 2022 9929

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नई रणनीति से सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में सामान्य बीमारी से पीड़ित

उत्तर प्रदेश

भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए तैयार स्वास्थ्य विभाग

श्वेता सिंह November 15 2022 8048

चर्चा है कि बहुत जल्द चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति और स्थानांतरण को लेकर भ्रष्टाचार के कई न

सौंदर्य

सर्दियां आते ही खोने लगता है आपके चेहरे का ग्लो, तो आजमाएं ये नुस्खे

श्वेता सिंह October 21 2022 8471

तमाम कोशिशों के बावजूद चेहरे पर वो निखार नहीं आता, जिसकी उन्‍हें उम्‍मीद होती है क्योंकि सर्दियों के

उत्तर प्रदेश

बीपी-डायबीटीज में भी खा सकते हैं फाइलेरिया की दवा

आरती तिवारी August 09 2023 18204

फाइलेरिया एक घातक बीमारी है। ये साइलेंस रहकर शरीर को खराब करती है। प्रदेश में लोगों को फाइलेरिया की

राष्ट्रीय

मौसम की मार, अस्पताल में बढ़ी मरीजों की तादाद

विशेष संवाददाता December 13 2022 12071

जिला अस्पताल की ओपीडी में हर रोज 400 से 500 मरीज वायरल फीवर, बुखार, सर्दी, जुकाम से ग्रस्त मरीज इलाज

राष्ट्रीय

देश में  फिर बढ़े कोविड-19 के  मामले। 

रंजीव ठाकुर March 13 2021 8898

मंत्रालय के मुताबिक देश में कोविड-19 से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 1,09,73,260 हो गई है । वहीं,

उत्तर प्रदेश

सभी स्वास्थ्य और कल्याण सेवाओं के लिए परिवार के साथ आएं मेले में, मिलेंगी ये सुविधाएँ

रंजीव ठाकुर April 18 2022 13651

यहाँ, ईसीजी और एक्स-रे सहित 165 नैदानिक सेवाएं और विभिन्न बीमारियों के लिए 170 से अधिक दवाएं नि:शुल्

उत्तर प्रदेश

सेना चिकित्सा कोर: मेडिकल ऑफिसर्स की सेरेमोनियल परेड आयोजित

रंजीव ठाकुर May 31 2022 22995

इस पाठ्यक्रम में 116 नव कमीशन अधिकारी शामिल थे, जिनमें त्रि-सेवा प्रतिनिधित्व के साथ 30 महिला सैन्य

Login Panel