नई दिल्ली। Rantac डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवा है, जो टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। यह दवा एसिडिटी, पेट में अल्सर, सीने में जलन के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है। अब इस दवा का इतना ज्यादा चलन है कि लोग बिना डॉक्टर के परामर्श के ही एंटासिड रैनिटिडीन मेडिकल स्टोर पर लेने चले जाते हैं। अब इस दवा को इसके साइड इफेक्ट्स के चलते भारत सरकार द्वारा हाल ही में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 में से हटा दिया गया है।
रैनिटिडीन (ranitidine) 2019 से जांच के दायरे में है, जब लैब टेस्ट से पता चला कि इसमें संभवत: एन-नाइट्रोसोडिमिथाइलमाइन (एनडीएमए) नामक एक कार्सिनोजेनिक कंपाउंड पाया जाता है। शोध से पता चलता है कि इस दवा (medicine) से कैंसर (cancer) होने का जोखिम बढ़ जाता है। नेशनल लिस्ट ऑफ इसेंशियल मेडिसिन (एनएलईएम) से हटाए जाने के दो साल पहले ही कई देशों में इस दवा की बिक्री रोकी जा चुकी है।
रैनटैक (Rantac) एक दवा है जो आपके पेट में बनने वाले एसिड की मात्रा को कम करती है। इसका उपयोग अपच, दिल में जलन और पेट में बहुत अधिक एसिड (acidity) के कारण होने वाले अन्य लक्षणों के इलाज और रोकथाम के लिए किया जाता था। इसके अलावा इसका उपयोग पेट के अल्सर, रिफ्लक्स डिजीज और कुछ दुर्लभ स्थितियों के इलाज और रोकथाम के लिए भी किया जाता रहा है। एक सर्जन (surgeon) के मुताबिक, रैनिटिडिन सुझाने का एक प्रमुख कारण इसकी कीमत कम होना भी है। उन्होंने कहा, ‘इसकी वैकल्पिक दवाएं ओमेप्राजोल (omeprazole) और पैंटोप्राजोल (pantoprazole) आदि की कीमत 7-8 रुपये प्रति टैबलेट पड़ती है, जबकि इसकी कीमत 3-4 रुपये या कभी-कभी इससे भी कम होती है। इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा उन अस्पतालों और क्लीनिकों में किया जाता है जहां आने वाले मरीजे ज्यादातर गरीब लोग होते हैं।’
Edited by Shweta Singh
एस. के. राणा March 07 2025 0 50283
एस. के. राणा March 06 2025 0 50172
एस. के. राणा March 08 2025 0 48285
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 41403
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 33744
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 32856
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 31968
सौंदर्या राय May 06 2023 0 84681
सौंदर्या राय March 09 2023 0 89075
सौंदर्या राय March 03 2023 0 89316
admin January 04 2023 0 89922
सौंदर्या राय December 27 2022 0 79194
सौंदर्या राय December 08 2022 0 68653
आयशा खातून December 05 2022 0 122544
लेख विभाग November 15 2022 0 92464
श्वेता सिंह November 10 2022 0 112389
श्वेता सिंह November 07 2022 0 90788
लेख विभाग October 23 2022 0 75902
लेख विभाग October 24 2022 0 78008
लेख विभाग October 22 2022 0 85062
श्वेता सिंह October 15 2022 0 91005
श्वेता सिंह October 16 2022 0 85457
कार्यशाला में वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित "बंडल एप्रोच" द्वारा इस खतरनाक जटिल बीमारी का प्रारंभिक इलाज
देश में कोरोना टीकाकरण लगातार नया मुकाम हासिल कर रहा है। इस बीच बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर एक अहम
रुमेटिक हार्ट डिजीज के मरीजों का इलाज के लिए मरीजों को निजी अस्पताल में दो लाख के आसपास खर्च करने पड
इस बीमारी की शुरुआत सिर दर्द, उल्टी, शरीर में दर्द और तेज बुखार से शुरू होती है। अगर ये ज्यादा प्रभा
लम्पी के खिलाफ टीकाकरण में उत्तर प्रदेश एक करोड़ से ज्यादा पशुओं को फ्री-वैक्सीन लगाकर देश में नंबर
दुनिया की यह पहली डीएनए बेस्ड वैक्सीन होगी जो 12 से 18 साल के बच्चों के लिए भी उपलब्ध होगी और इस वैक
यह कार्य योजना संघीय कर्मियों और अनुबंधकर्ताओं तथा कुछ खास स्वास्थ्य कर्मियों के लिए टीके की व्यवस्थ
स्वास्थ्य मंत्रालय का आकलन है कि भारत में चीन जैसी कोरोना की लहर आने की स्थिति में संक्रमितों की ताद
ज़िम्मेदारियों के बोझ तले दबी महिलाएं खुद की सेहत पर ध्यान नहीं दे पातीं, इसके कारण 30 की उम्र के बाद
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आकंड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 168 मरीज मिले है। इसी के
COMMENTS