शिमला। जयराम ठाकुर सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहरतर करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। इस बीच हिमाचल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। नए आदेश के अनुसार प्रदेश के सिविल, सीएचसी के विशेषज्ञ हफ्ते में दो दिन पीएचसी में सेवाएं देंगे। बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञों पर नजदीक के पांच-सात पीएचसी का प्रभार रहेगा। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्भर लाखों लोगों को इलाज के लिए दूर न जाने पड़े, इसके चलते स्वास्थ्य विभाग यह प्रस्ताव तैयार कर रहा है। हिमाचल में करीब 600 पीएचसी है।
वहीं हफ्ते में दो दिन इन केंद्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकों (specialist physicians) के जाने से जहां स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एमबीबीएस डॉक्टरों (MBBS Doctors) का आत्मविश्वास बढे़गा, वहीं मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा सुविधा (medical facility) मिलेगी। हर सप्ताह स्वास्थ्य केंद्रों में अलग-अलग बीमारियों के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों की जांच करेंगे। प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पंडा ने बताया कि प्रदेश सरकार पीएचसी में नजदीकी अस्पतालों से सप्ताह में दो दिन विशेषज्ञ चिकित्सकों (specialist doctor) को भेजने पर विचार कर रही है।
अधिकांश केंद्रों में एमबीबीएस डॉक्टर के साथ फार्मासिस्ट तैनात होता है, लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती पहली बार की जा रही है। जयराम सरकार की इस पहल से सिविल, जोनल और मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का कम भार पड़ेगा। गंभीर बीमारियों से परेशान मरीज ही बड़े अस्पतालों में उपचार करने आएंगे।
Updated by Aarti Tewari
एस. के. राणा March 06 2025 0 48729
एस. के. राणा March 07 2025 0 48729
एस. के. राणा March 08 2025 0 46953
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 40404
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 32745
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 31968
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 30969
सौंदर्या राय May 06 2023 0 84348
सौंदर्या राय March 09 2023 0 88853
सौंदर्या राय March 03 2023 0 89094
admin January 04 2023 0 89700
सौंदर्या राय December 27 2022 0 78750
सौंदर्या राय December 08 2022 0 68098
आयशा खातून December 05 2022 0 122211
लेख विभाग November 15 2022 0 92131
श्वेता सिंह November 10 2022 0 111834
श्वेता सिंह November 07 2022 0 90455
लेख विभाग October 23 2022 0 75680
लेख विभाग October 24 2022 0 77675
लेख विभाग October 22 2022 0 84729
श्वेता सिंह October 15 2022 0 90672
श्वेता सिंह October 16 2022 0 85013
आपको बता दें कि स्ट्रेस से तात्पर्य शारीरिक और भावनात्मक रूप से चिंता महसूस होना है. तनाव और मानसिक
प्रारंभिक अवस्था में मूत्र असंयम के इलाज के लिए कीगल एक्सरसाइज करके पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों की
शोधकर्ताओं ने भविष्यवाणी की है कि देश जल्द ही कोविड-19 की चौथी लहर की चपेट में आ सकता है। शोध में सा
इस रथ को चलाने का मुख्य उद्देश्य लोगों के व्यवयहार में परिवर्तन करना, लोगों को मास्क लगाने, सामाजिक
टीबी मरीजों को चना, गुड़, मूँगफली एवं मौसमी फल दिये जाने पर जोर दिया। राजयपाल ने जिलाधिकारी से कहा कि
शोधकर्ताओं ने बताया है कि एक प्रकार के आर्टिफिशियल पेप्टाइड्स या मिनीप्रोटीन्स डिजाइन किया है, जो न
कोविड-19 महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों को लेकर एक जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई। इन अ
हलीमा ने सोमवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘हल्के फ्लू जैसे लक्षण हैं। अभी-अभी जांच में कोविड-19 क
आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि प्रेग्नेंसी प्लान करते समय आपको दूसरी किसी बीमारी का इलाज न करव
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि की पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग की शोधार्थी नीलू शर्मा ने इ
COMMENTS