लखनऊ। केजीएमयू में इमरजेंसी मेडिसिन की पढ़ाई होगी। इसके लिए इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन होगा। फैकल्टी बोर्ड ऑफ मेडिसिन की बैठक में कोर्स संचालन को मंजूरी मिल गई है।
इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. हैदर अब्बास के मुताबिक घायलों को तय समय में इलाज मुहैया कराकर जान बचाई जा सकती है। अफसोस की बात है कि घायल को अस्पताल पहुंचाने में देरी हो रही है। इसकी वजह से इलाज कठिन हो जाता है।
उन्होंने बताया कि पीडीसीससी इन रिससिटेटिव मेडिसिन कोर्स से अधिक प्रशिक्षित डॉक्टर तैयार होंगे। इससे घायल व इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की जान बचाने में आसानी होगी। उन्होंने बताया कि एमडी मेडिसिन, एमडी रेस्पीरेटरी मेडिसिन,एनस्थीसिया, इमरजेंसी मेडिसिन, जनरल सर्जरी व आर्थोपीडिक्स में एमडी-एमएस की पढ़ाई पूरी करने वाले दाखिला ले सकेंगे। एक साल का पाठ्यक्रम होगा। दो सीटे हैं। प्रवेश के लिए परीक्षा होगी।
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