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माइग्रेन के दर्द को तुरंत ठीक करती हैं ये देसी चीज, बिना दवा ​लिए सही होगा माइग्रेन

माइग्रेन का अटैक आने के दौरान कुछ लोगों को मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है, जबकि कुछ लोगों में तेज प्रकाश के कारण माइग्रेन की समस्या बढ़ जाती है। माइग्रेन के दर्द को कम करने या इससे छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं।

श्वेता सिंह
September 07 2022 Updated: September 07 2022 18:33
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माइग्रेन के दर्द को तुरंत ठीक करती हैं ये देसी चीज, बिना दवा ​लिए सही होगा माइग्रेन प्रतीकात्मक चित्र

माइग्रेन एक ऐसा सिर दर्द है जो आमतौर पर सिर के एक हिस्से में महसूस होता है। माइग्रेन का दर्द कुछ घंटों से लेकर पूरे दिन आपको परेशान कर सकता है। माइग्रेन का दर्द (Migraine Pain) बहुत ही पीड़ादायक और असहनीय होता है। माइग्रेन का अटैक आने के दौरान कुछ लोगों को मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है, जबकि कुछ लोगों में तेज प्रकाश के कारण माइग्रेन की समस्या बढ़ जाती है। माइग्रेन के दर्द को कम करने या इससे छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं।

माइग्रेन के दर्द को कम करने के 3 आयुर्वेदिक घरेलू उपाय - Migraine Home Remedies 

इसके बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से साझा किया है कि माइग्रेन के दर्द को कम करना बहुत आसान है हमारे किचन में ही कई ऐसे फूड हैं जो माइग्रेन (Migraine) के दर्द से निपटने में मदद करते हैं।


1. भीगी हुई किशमिश - Soaked Raisins For Migraine

माइग्रेन (Migraine) में भीगी हुई किशमिश खाने से दर्द को आराम मिलता है। सुबह सबसे पहले हर्बल चाय पीने के बाद 10 से 15 किशमिश (भीगी हुई) खाने से आपको सिरदर्द में राहत मिलेगी। किशमिश को 1 दिन पहले पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाएं। भीगी हुई किशमिश (Raisins) को लगातार 12 सप्ताह तक लिया जाना चाहिए। इससे बढ़े हुए वक्त के साथ-साथ शरीर में जमा अतिरिक्त पित्त को भी कम करता है और माइग्रेन से जुड़े सभी लक्षणों जैसे- एसिडिटी (acidity) , मतली, जलन, सिर दर्द (headache) आदि को शांत करता है।


2. जीरा इलायची चाय - Cumin-Cardamom Tea For Migraine

जब माइग्रेन के लक्षण गंभीर हैं तो लंच या डिनर के 1 घंटे बाद जीरा इलायची चाय का सेवन किया जा सकता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले आधा गिलास पानी में उसमें एक छोटा चम्मच जीरा और एक इलायची (Cardamom) डालकर 3 मिनट तक उबालें और फिर इसे छान लें और चाय का आनंद लेते हुए माइग्रेन के दर्द को शांत करें।


3. देसी गाय का घी - Cow Ghee For Migraine

शरीर और मस्तिष्क में अतिरिक्त पित्त को संतुलित करने के लिए गाय का घी सबसे बेहतर माना जाता है। देसी घी का उपयोग आप भोजन में रोटी चावल सब्जी के साथ कर सकते हैं सोते समय दूध के साथ मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा माइग्रेन की कुछ जड़ी-बटियों  जैसे ब्राह्मी, शंखपुष्पी आदि में मिलाकर सेवन किया जाता है। देसी घी का प्रयोग नस्य (नासिका छिद्रों में 2-2 बूंद देसी घी डालना) में भी किया जा सकता है। यह भी माइग्रेन से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

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