देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

महिला-पुरुष दोनों को होती हैं यूरोलॉजी समस्याएं: डा. राजीव कुमार  

डॉक्टर ने बताया कि महिलाओं को यूरोलॉजिकल समस्याएं होती हैं, जैसे-प्रसव के बाद मूत्र पर नियंत्रण नहीं रहना, अत्यधिक सक्रिय ब्लैडर, यूरिनरी ट्रैक में संक्रमण या यूटीआई और पेल्विक अंगों का आगे बढ़ जाना। इन समस्याओं से उनका प्रजनन या यौन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

हुज़ैफ़ा अबरार
July 24 2023 Updated: July 27 2023 18:55
0 74481
महिला-पुरुष दोनों को होती हैं यूरोलॉजी समस्याएं: डा. राजीव कुमार   प्रतीकात्मक

लखनऊ। यूरोलॉजिकल समस्याएं यानी यूरीनरी ट्रैक से संबंधित परेशानियां पुरुष और महिला, दोनों को समान रूप से हो सकती हैं, लेकिन यह महिलाओं में अधिक चिंता का विषय है। इसका कारण यह है कि महिलाओं को समय से इसका इलाज नहीं मिलने पर ज्यादा गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। 


यह जानकारी देते हुए रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ के डॉ. राजीव कुमार एम.सीएच. यूरोलॉजी एवं रीनल ट्रांसप्लांट दी। डॉ. राजीव ने कहा कि महिलाओं को यूरोलॉजी से संंबंधित समस्याओं के बारे में बात करने में अक्सर झिझक होती है। हालांकि यह इलाज की दिशा में पहला कदम है। इस समस्या से पीडि़त महिलाएं उचित देखभाल से दूर क्यों रहती हैं, इसकी एक वजह यह हो सकती है कि उन्हें संभवत: यह ही नहीं पता होता कि उनकी समस्याएं कितनी आम हैं और उनका इलाज भी किया जा सकता है। 

डॉक्टर ने बताया कि महिलाओं को यूरोलॉजिकल समस्याएं होती हैं, जैसे-प्रसव के बाद मूत्र पर नियंत्रण नहीं रहना, अत्यधिक सक्रिय ब्लैडर, यूरिनरी ट्रैक में संक्रमण या यूटीआई और पेल्विक अंगों का आगे बढ़ जाना। इन समस्याओं से उनका प्रजनन या यौन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए भले ही पुरुष भी इन समस्याओं को सहन करते हैं, लेकिन महिलाओं को अधिक सचेत रहने की जरूरत होती है, क्योंकि यदि वे गर्भवती हैं, तो इन समस्याओं से उनके अजन्मे बच्चे और गर्भावस्था पर भी असर पड़ सकता है। पुरुष और महिलाओं दोनों को यूरोलॉजी संबंधी परेशानियों के बारे में सचेत रहने की जरूरत है।

डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि देश में महिला यूरोलॉजिस्ट्स की कमी के कारण भी कभी-कभी कुछ महिलाएं अपनी सेहत से जुड़ी समस्याओं को खुलकर नहीं बता पातीं। मेडिकल जगत में डॉक्टर अपने मरीज को केवल मानव शरीर के रूप में देखता है, इसलिए अपनी यूरोलॉजिकल समस्याओं के बारे में बात करने में कोई शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। 

नई मांओं में प्रसव के बाद मूत्र पर नियंत्रण नहीं होने की समस्या आमतौर पर देखी जाती है। यह पेट की मांस पेशियों पर अचानक पडऩे वाले दबाव के कारण होता है जैसे-हंसना, छींकना, खांसना, कूदना या वजन उठाने जैसी सख्त गतिविधियां करना। अच्छी खबर यह है  कि इस स्थिति का इलाज किया जा सकता है, इसलिए परेशान होने की बात नहीं है। अतिसक्रिय ब्लैडर कई कारणों से हो सकता है। इस शब्द का प्रयोग कई यूरोलॉजिकल लक्षणों को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है, जिनमें यूरीनेशन की अचानक, अनियंत्रित और अक्सर इच्छा पैदा होना शामिल है। 

अतिसक्रिय ब्लैडर की परेशानी अलग-अलग महिलाओं में अलग-अलग हो सकती है और उनमें गर्भावस्था, प्रसव के बाद के परिवर्तन या यूरीनरी ट्रैक के संक्रमण भी शामिल होते हैं।  यूरीनरी ट्रैक इन्फेक्शंस (यूटीआई) पुरुषों और महिलाओं में एकसमान रूप से हो सकते हैं, लेकिन महिलाओं में इसका ज्यादा खतरा होता है। यह सबसे पहले यूरीनरी ब्लैडर और यूरेथ्रा को प्रभावित करते हैं। 

महिलाओं को यूटीआई का जल्दी इलाज कराना चाहिए, क्योंकि संक्रमण आसपास के हिस्सों जैसे - किडनी तक भी पहुंच सकता है। इससे गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। यूटीआई के कुछ अन्य कारण भी होते हैं, जिनमें कब्ज, गंदे वातावरण (जैसे सार्वजनिक शौचालय) के संपर्क में आना और द्रव की कम मात्रा लेना आदि शामिल होते हैं।  पेल्विक ऑर्गन प्रोलेप्स यानी पेल्विक अंगों के बढ़ जाने से मतलब, पेल्विक क्षेत्र में किसी अंग का अपनी सामान्य स्थिति से हट जाना होता है। यह स्थिति मांसपेशियों की कमजोरी के कारण हो सकती है, क्योंकि मांसपेशियां ही अंगों को अपनी जगह पर बनाए रखने का काम और इसमें सहायता करती हैं। इस समस्या की सबसे प्रमुख वजह प्रसव है। छींकना, खांसना, हंसना और अत्यधिक श्रम करना, ऐसी गतिविधियां हैं, जिनसे यह स्थिति और बिगड़ सकती है।  

महिलाओं की उत्सर्जन और प्रसव की प्रक्रियाओं में पेल्विस और पेल्विक हिस्से प्रमुख भूमिका निभाते हैं। महिलाओं में उपरोक्त यूरोलॉजिकल समस्याओं का इलाज संभव है और इनमें से सभी में सर्जरी या चीरफाड़ वाली तकनीकों की जरूरत नहीं होती। किसी भी महिला के लिए सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम यह है कि वह इस समस्या को समझे और समय से इलाज के लिए अपने हेल्थकेयर प्रोवाइडर से सहायता ले।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

टेक महिन्द्रा अपने खर्च पर सभी कर्मचारियों का करवाएगी टीकाकरण।

हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2021 27896

टेक महिन्द्रा ने अपने सभी सहयोगियों को सरकारी ऐप के जरिये टीकाकरण के लिए खुद का पंजीकरण कराने और आवश

राष्ट्रीय

असुरक्षित यौन संबंध के कारण बीते 10 साल में 17 लाख से अधिक लोग एचआईवी से संक्रमित हुए

एस. के. राणा April 25 2022 29800

‘ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस’ से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या पिछले 10 साल में काफी कम हुई

सौंदर्य

गर्मी के मौसम में सुंदरता को बनाये रखने के लिए मेकअप स्टाइल बदलिए, जानिये कैसे?

सौंदर्या राय March 23 2022 41130

गर्मी में पसीने की वजह से मेकअप खराब होने का ख़तरा रहता है। इससे बचने के लिए आप लाइट ब्यूटी प्रोडक्ट्

अंतर्राष्ट्रीय

कनाडा में टीकाकरण से शुरू हुआ विरोध फ्रांस और न्यूजीलैंड पहुँचा

हे.जा.स. February 11 2022 21782

कनाडा में टीकाकरण के विरोध में शुरू हुआ ट्रक चालकों का विरोध प्रदर्शन अब फ्रांस और न्यूजीलैंड तक पहु

राष्ट्रीय

कोविड़- 19 अपडेट: देश में घट रहे संक्रमण के मामले।

एस. के. राणा October 26 2021 41793

देश में लगातार 31 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 30 हजार से कम हैं और 120 दिन से 50 हजार से कम नए

उत्तर प्रदेश

सुरक्षित जच्चा-बच्चा सरकार की प्राथमिकता, गर्भवती महिलाओं के लिए संचालित हो रही हैं अनेक योजनाएं

हुज़ैफ़ा अबरार April 11 2022 104707

सरकार द्वारा पहली बार गर्भवती होने पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू के लिंब सेंटर में सीटी स्कैन सुविधा शुरू 

हुज़ैफ़ा अबरार June 11 2022 24529

लिंब सेंटर में अधिकतर मरीजों को सीटी स्कैन कराने की जरूरत होती है। अभी तक सीटी स्कैन की सुविधा रेडि

उत्तर प्रदेश

जिला महिला अस्पताल से 3 साल की बच्ची गायब, अस्पताल में हड़कंप

विशेष संवाददाता June 06 2023 30701

जिला सरकारी महिला चिकित्सालय में उस समय हड़कंप मच गया जब इलाज के लिए आई महिला की 3 वर्षीय पुत्री लाप

राष्ट्रीय

कोरोना के नए XE वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की एक अहम बैठक

एस. के. राणा April 12 2022 22696

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कोरोना के नए XE वेरिएंट को लेकर एक अहम बैठक की। इस बैठक में कोविड क

उत्तर प्रदेश

सीएसजेएमयू में फार्मेसी की रिक्त सीटों पर इंटरव्यू से मिलेगा दाखिला

श्वेता सिंह August 28 2022 21489

सीएसजेएमयू के फार्मेसी विभाग में डीफार्मा, बीफार्मा लेट्रल इंट्री, बीफार्मा, एमफार्मा (फार्मास्युटिक

Login Panel