देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

पिछड़े क्षेत्रों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन

नई नीति राज्य में अस्पतालों के विकास में निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए सरकारी सहयोग की योजना लाई जा रही है। इससे संबंधित कैबिनेट प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दिलाने की तैयारी है।

हुज़ैफ़ा अबरार
October 05 2023 Updated: October 05 2023 18:03
0 67266
पिछड़े क्षेत्रों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन प्रतिकात्मक चित्र

लखनऊ। प्रदेश सरकार पिछड़े क्षेत्रों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा वाले अस्पतालों की स्थापना के लिए नई नीति लाने जा रही है। इसके लिए निजी क्षेत्र (private sector)  के संस्थानों को एक रुपया प्रति वर्ष के रियायती दर पर पट्टे की सरकारी भूमि दी जाएगी। इसके अलावा पूंजीगत व परिचालन अनुदान, स्टांप ड्यूटी में छूट जैसे अन्य लाभ भी मिलेंगे।


शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में लागू श्यूपी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए सरकारी निजी सहभागिता नीतिश् उम्मीद के हिसाब से नतीजा नहीं दे सकी। इसके बाद नई नीति श्यूपी राज्य में अस्पतालों के विकास में निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए सरकारी सहयोग की योजनाश् लाई जा रही है। इससे संबंधित कैबिनेट प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दिलाने की तैयारी है।



निजी सहयोग से ये अस्पताल (hospitals) आठ आकांक्षात्मक (पिछड़े) जिलों व 100 पिछड़े ब्लाकों में प्राथमिकता पर बनाए जाएंगे। इसके अलावा नगर निगमों, नोएडा -ग्रेटर नोएडा के क्षेत्रों व गैर पिछड़े क्षेत्रों के लिए अलग फॉर्मूला तैयार किया गया है। पूरी योजना चार मॉडल पर प्रस्तावित है।



मुफ्त इलाज और जांच सुविधाएं - Free treatment and testing facilities इन अस्पतालों में मरीजों को आपातकालीन, ओपीडी और भर्ती सेवा तो मिलेगी ही, सभी तरह की डायग्नोस्टिक जांच मुफ्त होगी। विभाग सभी मॉडल के अस्पतालों में इलाज पर खर्च हुई रकम की प्रतिपूर्ति करेगा। इसके लिए भी दिशानिर्देश बनाए गए हैं। निजी संस्थानों के चयन की प्रक्रिया भी प्रस्तावित की गई है।

मॉडल- 1
केंद्र की वायबिलिटी गैप फंडिंग पर आधारित 
- निजी क्षेत्र की संस्था 50 वर्ष के लिए कम से कम 50 शैय्या के अस्पताल का निर्माण और संचालन करेगी। इसके बाद शून्य लागत पर अस्पताल, उपकरण व परिसंपत्तियां सरकार को हस्तांतरित करनी होगी।
- सरकार इसके लिए प्रतिवर्ष 1 रुपया के रियायती दर पर पट्टे पर भूमि उपलब्ध कराएगी।
- परियोजना लागत का अधिकतम 80% तक निजी क्षेत्र की संस्था को पूंजीगत अनुदान। इसमें 40% हिस्सा केंद्र सरकार की वीजीएफ (वायबिलिटी गैप फंडिंग) योजना से मिलेगा।
- पहले 5 वर्षों के लिए संचालन खर्च का अधिकतम 50% तक परिचालन अनुदान निजी क्षेत्र की संस्था को दिया जाएगा। इसमें 25 प्रतिशत वीजीएफ योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार से प्राप्त हो सकेगा।

मॉडल -2
अस्पताल की स्थापना मॉडल एक की तरह 50 वर्ष के लिए होगा। एक रुपया प्रतिवर्ष की दर पर पट्टे पर सरकारी भूमि मिलेगी। इसमें 40% पूंजीगत अनुदान व बिडिंग प्रक्रिया से तय परिचालन अनुदान मिलेगा। 50 वर्ष बाद अस्पताल पर सरकार का नियंत्रण हो जाएगा।

मॉडल-3
भूमि निजी क्षेत्र की संस्था की होगी। कम से कम 50 शैया का अस्पताल बनाएगी व संचालन करेगी। सरकार को भूमि व अस्पताल का हस्तांतरण नहीं होगा। पूंजीगत अनुदान नहीं मिलेगा। स्टांप शुल्क में छूट व अन्य लाभ नीति के तहत मिलेंगे।

मॉडल -4
यह 17 नगर निगमों के साथ नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में लागू होगी। भूमि संस्था के स्वामित्व की होगी। संस्था कम से कम 200 शैया के अस्पताल का निर्माण व संचालन करेगी। सरकार को भूमि व अस्पताल का हस्तांतरण नहीं होगा। संस्था प्रतिवर्ष कुल शैया दिवसों का 25% चयनित रोगियों के लिए रखेगी। यहां प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के रोगियों का इलाज होगा। पूंजीगत अनुदान लागू नहीं होगा। स्टांप छूट व अन्य लाभ नीति के तहत मिलेंगे।

800 करोड़ वार्षिक खर्च का अनुमान - Estimated annual expenditure of Rs 800 crore
इस योजना के क्रियान्वयन से मोड-ए के अंतर्गत आठ आकांक्षी जिलों में 1-1 अस्पताल, मोड-बी में 50 आकांक्षी ब्लॉकों में 1- 1 अस्पताल व मोड-सी में 50 आकांक्षी ब्लॉकों में 1-1 अस्पताल स्थापना का लक्ष्य है। इसमें करीब 800 करोड़ रुपये वार्षिक खर्च होने का अनुमान है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

राष्ट्रीय

अधिकांश लोगों में कोरोना संक्रमण का असर हल्का, बीमार रोगियों में जोखिम बना रहेगा

एस. के. राणा January 18 2022 37402

इस बार कोरोना का वायरस काफी अलग है। साथ ही इसकी चपेट में आने वाले गंभीर मरीज पहले की तुलना में भी अल

राष्ट्रीय

मध्य प्रदेश: मेडिकल की पढ़ाई अब हिंदी में होगी

विशेष संवाददाता September 15 2022 22494

मध्यप्रदेश में गांधी मेडिकल कालेज, भोपाल में चिकित्सा की पढ़ाई इसी सत्र से हिन्दी में प्रारंभ होगी। इ

उत्तर प्रदेश

बीजेपी विधायक ने निकाली नेत्रदान जागरूकता रैली

आरती तिवारी August 31 2022 22867

केंद्र सरकार की तरफ से आयोजित नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है, इसी कड

स्वास्थ्य

जब शरीर में दिखने लगे ये लक्षण तो समझ जाएं हो रही है थायरॉइड की दिक्कत

श्वेता सिंह September 20 2022 19326

काम के बाद थकान होना आम बात है। लेकिन रेस्ट करने और सोकर उठने के बाद भी आपकी थकान न जाए तो यह किसी न

उत्तर प्रदेश

बिल गेट्स फाउंडेशन ने सहयोगी संस्थाओं के साथ प्रदेश का तीन दिवसीय दौरा कर फाइलेरिया उन्मूलन की ज़मीनी हकीकत जानी 

हुज़ैफ़ा अबरार June 25 2022 35352

डिप्टी डायरेक्टर डॉ कायला लार्सन ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए हाल ही में चलाये गए सामूहिक दवा

अंतर्राष्ट्रीय

चीन पर फिर मंडराया कोरोना का खतरा, आंशिक लॉकडाउन।

हे.जा.स. October 27 2021 23743

चीन के लांझू शहर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस आदेश के साथ ही करीब 4 ला

राष्ट्रीय

भारत सरकार की मुफ्त टेलीमेडिसिन सेवा 'ई संजीवनी' आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुडी 

विशेष संवाददाता June 03 2022 23203

एबीडीएम के साथ ई-संजीवनी का एकीकरण एक ऐसा उदाहरण है जहां 22 करोड़ एबीएचए धारक ई-संजीवनी के माध्यम से

स्वास्थ्य

सिरदर्द हो तो अपनाएं ये घरेलू इलाज

आरती तिवारी September 26 2022 25044

सिरदर्द की समस्या बहुत आम है। ये किसी भी वक्त आपको परेशान कर सकती है। इसके पीछे कई अलग-अलग कारण हो स

शिक्षा

9 अप्रैल को आयोजित होगी ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट परीक्षा

अखण्ड प्रताप सिंह March 11 2022 26605

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट की तिथि घोषित कर दी है। परीक्षा का आय

राष्ट्रीय

फिर से शुरू होगा खनेरी अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य

विशेष संवाददाता March 18 2023 21107

महात्मा गांधी सेवा चिकित्सा परिसर ख़नेरी के ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य एक बार फिर जल्द शुरू होगा।

Login Panel