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प्रदूषण ने बिगाड़ी यूपी के कई शहरों की आबो हवा

गाजियाबाद में एक्यूआई 359, नोएडा में 397, ग्रेटर नोएडा में 364, कानपुर में 272 और आगरा में 245 दर्ज किया गया है। वहीँ बुधवार को लखनऊ की हवा में कुछ सुधार देखा गया। लखनऊ का एक्यूआई 239 दर्ज किया गया है।  

अबुज़र शेख़
November 02 2022
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प्रदूषण ने बिगाड़ी यूपी के कई शहरों की आबो हवा वायु प्रदूषण

लखनऊ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर और आगरा की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित है।गाजियाबाद में एक्यूआई 359, नोएडा में 397, ग्रेटर नोएडा में 364, कानपुर में 272 और आगरा में 245 दर्ज किया गया है। वहीँ बुधवार को लखनऊ की हवा में कुछ सुधार देखा गया। लखनऊ का एक्यूआई 239 दर्ज किया गया है।

 

उत्तरप्रदेश के अधिकतर शहरों की आबो हवा ख़राब स्तर तक पहुंच गयी है। केवल दिवाली ही नहीं बल्कि जर्जर सड़कें और चल रहे बुनियादी ढांचों के काम सहित कई कारण हैं जिससे वायु प्रदूषण (air pollution) फैल रहा है। गौरतलब हो की एक्यूआई (AQI) में हर रोज सभी शहरों में उतार-चढ़ाव दर्ज किया जा रहा है।

 

इन जिलों के अलावा मेरठ (Meerut) में 192, बरेली में 149, गोरखपुर में 174, मुरादाबाद में 182, प्रयागराज में 185, वाराणसी में 124 एक्यूआई दर्ज किया गया है। इन शहरों की हवा भी बहुत अच्छी नहीं है।

 

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Uttar Pradesh Pollution Control Board) के विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों का अनुमान है कि तापमान में गिरावट (fall in temperature) के साथ हवा में प्रदूषकों की उपस्थिति कम होगी। हालांकि, उन्होंने एक्यूआई रीडिंग में वृद्धि के लिए कई स्थानों पर खराब सड़कों और निरंतर विकास को जिम्मेदार ठहराया। पार्टिकुलेट मैटर (particulate matter) (पीएम) की उपस्थिति - जो हवा में छोटे कण या बूंदें हैं - एक्यूआई के स्तर को बढ़ाते हैं। इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि वायु प्रदूषण के प्रबंधन के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया गया है। ये टीम निर्माण स्थलों और प्रदूषण के अन्य स्रोतों की जांच करेगी।

 

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