देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

स्तनपान मां और शिशु के लिए अमृत समान। 

मां का दूध केवल पोषण ही नहीं, जीवन की धारा है। इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शिशु को पहले छह महीने तक केवल स्तनपान पर ही निर्भर रखना चाहिए।

लेख विभाग
July 26 2021 Updated: July 26 2021 15:24
0 28793
स्तनपान मां और शिशु के लिए अमृत समान।  प्रतीकात्मक

मां द्वारा अपने शिशु को अपने स्तनों से आने वाला प्राकृतिक दूध पिलाने की क्रिया को स्तनपान कहते हैं। यह सभी स्तनपाइयों में प्राकृतिक क्रिया होती है। स्तनपान शिशु के लिए संरक्षण और संवर्धन का काम करता है। नवजात शिशु में रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति नहीं होती। मां के दूध से यह शक्ति शिशु को प्राप्त होती है। 

मां के दूध में लेक्टोफोर्मिन नामक तत्व होता है, जो बच्चे की आंत में लौह तत्त्व को बांध लेता है और लौह तत्त्व के अभाव में शिशु की आंत में रोगाणु पनप नहीं पाते। मां के दूध से आए उपयोगी जीवाणु बच्चे की आंत में पनपते हैं और रोगाणुओं से प्रतिस्पर्धा कर उन्हें पनपने नहीं देते। मां के दूध में रोगाणुनाशक तत्त्व होते हैं।  इस तरह बच्चा मां का दूध पीकर सदा स्वस्थ रहता है।

स्तनपान से बच्चे को लाभ
मां का दूध केवल पोषण ही नहीं, जीवन की धारा है। इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शिशु को पहले छह महीने तक केवल स्तनपान पर ही निर्भर रखना चाहिए। यह शिशु के जीवन के लिए जरूरी है, क्योंकि मां का दूध सुपाच्य होता है और इससे पेट की गड़बड़ियों की आशंका नहीं होती। मां का दूध शिशु की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक होता है। स्तनपान से दमा और कान की बीमारी पर नियंत्रण होता है, क्योंकि मां का दूध शिशु की नाक और गले में प्रतिरोधी त्वचा बना देता है। कुछ शिशु को गाय के दूध से एलर्जी हो सकती है। इसके विपरीत मां का दूध शत-प्रतिशत सुरक्षित है। शोध से प्रमाणित हुआ है कि स्तनपान करनेवाले बच्चे बाद में मोटे नहीं होते। यह शायद इस वजह से होता है कि उन्हें शुरू से ही जरूरत से अधिक खाने की आदत नहीं पड़ती। स्तनपान से जीवन के बाद के चरणों में रक्त कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है। स्तनपान से शिशु की बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है। इसका कारण यह है कि स्तनपान करानेवाली मां और उसके शिशु के बीच भावनात्मक रिश्ता बहुत मजबूत होता है। इसके अलावा मां के दूध में कई प्रकार के प्राकृतिक रसायन भी मौजूद होते हैं।

मां को स्तनपान के लाभ
नयी माताओं द्वारा स्तनपान कराने से उन्हें गर्भावस्था के बाद होनेवाली शिकायतों से मुक्ति मिल जाती है। इससे तनाव कम होता है और प्रसव के बाद होनेवाले रक्तस्राव पर नियंत्रण पाया जा सकता है। हृदय रोग और रूमेटिक गठिया का खतरा कम होता है। स्तनपान करानेवाली माताओं को स्तन या गर्भाशय के कैंसर का खतरा न्यूनतम होता है। स्तनपान एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक है। स्तनपान सुविधाजनक, मुफ्त (शिशु को बाहर का दूध पिलाने के लिए दुग्ध मिश्रण, बोतल और अन्य खर्चीले सामान की जरूरत होती है) और सबसे बढ़ कर माँ तथा शिशु के बीच भावनात्मक संबंध मजबूत करने का सुलभ साधन है। मां के साथ शारीरिक रूप से जुड़े होने का एहसास शिशुओं को आरामदायक माहौल देता है। 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

COVID-19 के 28,903 नए मामले आए सामने।  

रंजीव ठाकुर March 18 2021 13575

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, भारत में कल तक कोरोना वायरस के लिए कुल 22,92,49,784

सौंदर्य

नियमित योग करके बढाईये अपनी ख़ूबसूरती को

सौंदर्या राय April 07 2022 26345

योग से आपकी स्किन में ग्लो आ जाती है। आप अपनी उम्र से छोटी दिखने लग जातीं है। हम कुछ ऐसे योगासनों के

उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य कार्यक्रमों का लक्ष्य हासिल करने में सभी का सहयोग जरूरी : डॉ. बाजपेयी 

हुज़ैफ़ा अबरार February 09 2022 21259

अपर निदेशक ने कहा कोविड के साथ ही बाल, प्रजनन, मातृ, किशोर स्वास्थ्य, क्षय रोग सहित अन्य स्वास्थ्य म

उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला, हज़ारों लोग ले रहे सेवाओं का लाभ

रंजीव ठाकुर May 02 2022 21304

जनपद के सभी नगरीय व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य म

सौंदर्य

गर्मी में सुंदरता बनाये रखने के दस मंत्र  

admin March 22 2022 37941

गर्मी में, खास तौर से बाहर निकलते वक्त हल्के रंगों वाले सूती कपड़ों का इस्तेमाल करें, साथ ही इस बात

उत्तर प्रदेश

सहारा हॉस्पिटल के पैथोलॉजी सैम्पल कलेक्शन सेन्टर का शुभारम्भ

हुज़ैफ़ा अबरार February 03 2023 22100

हास्पिटल के पैथोलॉजी विभाग की हेड डा. अंजू शुक्ला ने बताया कि 2012 पैथालॉजी को एनएबीएल की मान्यता मि

स्वास्थ्य

गर्मियों में ऐसे रखें अपनी सेहत का ख्याल

आयशा खातून May 16 2023 39543

गर्मी में पाचन यानी डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं भी अधिक होती हैं। गर्मियों के मौसम में कैसे रखें अपनी

उत्तर प्रदेश

एंडोक्राइन सर्जरी विभाग ने तीन दिवसीय सर्जिकल कार्यशाला का किया आयोजन

आरती तिवारी April 23 2023 20642

संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में एंडोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा आयोजित एक सर्जिकल का

उत्तर प्रदेश

पशु पालन विभाग के निदेशक ने लंपी रोग नियंत्रण के लिए गोशाला का किया निरीक्षण

श्वेता सिंह September 26 2022 17934

उन्होंने निर्देश दिया कि जनपद में पशुओं का निरन्तर टीकाकरण कराया जा रहा है। कुल 62200 लगभग 80% का टी

उत्तर प्रदेश

प्रदेश में लंपी वायरस की रोकथाम के लिए लगाया लॉकडाउन: मंत्री धर्मपाल सिंह

आरती तिवारी October 05 2022 17062

उत्तर प्रदेश सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए ये फैसला लिया है। सरकार के मुताबिक दुधारू जानव

Login Panel