देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

एम.डी.आर. टीबी के इलाज में वरदान बन रहीं सरकारी योजनाएं| 

टीबी से ग्रसित मरीज़ों द्वारा टीबी की दवा का पूरा कोर्स नहीं करने के कारण एमडीआर टीबी होने का खतरा बढ़ जाता है।

हे.जा.स.
February 14 2021
0 64678
एम.डी.आर. टीबी के इलाज में वरदान बन रहीं सरकारी योजनाएं| 

फर्रुखाबाद| मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) टीबी के इलाज को आसान बनाने के लिए सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाये गए हैं। पहले एमडीआर टीबी से पीड़ित मरीजों को 24 महीने तक दवा खानी पड़ती थी। अब ऐसे मरीजों को सिर्फ़ 9 से 11 महीने तक ही दवा खानी पड़ रही है । इसकी उपलब्धता केवल सरकारी डी.आर. (ड्रग रेजिस्टेंट ) टीबी सेंटर पर ही है यह किसी प्राइवेट अस्पताल या मेडिकल स्टोर में नहीं मिलती है |

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने बताया कि एमडीआर टीबी से पीड़ित मरीज़ों के इलाज के लिए सरकार द्वारा दवा मुफ़्त मे दी जाती है। उन्होने बताया कि विभाग द्वारा तय किए मापदण्डों के हिसाब से एमडीआर रोगी को दवा की कुल 188 गोलियां खिलायी जाती हैं| ऐसे एमडीआर मरीज़ जिनके ऊपर अन्य किसी दवा का असर नहीं हो रहा हो उसे राजकीय मेडिकल कालेज तिर्वा में 14 दिन के लिए भर्ती किया जाता है | जहाँ उसे 56 गोलियां (4 गोली प्रतिदिन के हिसाब से ) खिलाईं जाती हैं, शेष 132 गोली मरीज को घर से खाने के लिए दी जाती हैं |

उन्होने बताया कि किसी प्राइवेट अस्पताल या मेडिकल स्टोर में इस दवा की उपलब्धता न होने के कारण इसकी क़ीमत का आकलन विदेशों में दी जा रही इस दवा के अनुसार ही किया जा सकता है। इस आकलन के अनुसार एमडीआर टीबी मरीज़ को दवा के कोर्स से ठीक करने में लगभग 9 से 10 लाख रुपये का खर्च सरकार द्वारा किया जा रहा है |साथ ही कहा कि जिले में सिविल अस्पताल लिंजीगंज, सीएचसी कायमगंज, राजेपुर, कमालगंज, मोहम्दाबाद, और राजेपुर में ट्रू नेट मशीन लग चुकी हैं जिनके द्वारा टीबी के मरीजों की जाँच के साथ साथ एम.डी.आर. टीबी के मरीजों की भी खोज की जाती है | 

क्षय रोग विभाग से जिला समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि जनपद में जनवरी 2020 से दिसम्बर 2020 तक लगभग 55 मरीज एमडीआर के खोजे गए थे जिसमें से अब तक 9 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं | वहीँ जनवरी 2021 से अब तक 17 मरीज एमडीआर के और मिल गए हैं जिनका इलाज चल रहा है |

टीबी से ग्रसित मरीज़ों द्वारा टीबी की दवा का पूरा कोर्स नहीं करने के कारण एमडीआर टीबी होने का खतरा बढ़ जाता है। अनियमित दवा का सेवन करना, बिना चिकित्सीय परामर्श के दवा दुकानों से टीबी की दवा लेना एवं टीबी की दवा खाने से पहले ड्रग सेंसटिविटी जाँच नहीं होने से भी एमडीआर टीबी होने का ख़तरा बढ़ जाता है। टीबी का सम्पूर्ण एवं सटीक इलाज स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध है एवं सीबीनाट जैसे नवीन उपकरणों के सहायता से सरकारी क्षय रोग विभाग टीबी के खिलाफ़ मजबूती से लड़ने के लिए सक्षम है |

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

निशुल्क दांत जांच शिविर का आयोजन, टूथपेस्ट और दवाओं का भी हुआ वितरण

अनिल सिंह March 21 2023 29701

नयी दिशा पर्यावरण सेवा संस्थान द्वारा कसया नगर स्थित वृद्धाश्रम पर निःशुल्क दांत जांच शिविर का आयोजन

राष्ट्रीय

अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उज्जैन में नेत्र अस्पताल का उद्घाटन किया

एस. के. राणा January 31 2023 19064

गृहमंत्री ने कहा कि ये नेत्र चिकित्सालय 50 बेड के साथ अनेक प्रकार के नेत्र के रोगों से लोगों को मुक्

व्यापार

यूरोपीय आयोग ने फाइजर को माइग्रेन की दवा का मार्केटिंग का अधिकार दिया 

विशेष संवाददाता April 28 2022 39238

रिमेगेपेंट नाम की जनेरिक दवा को फाइजर VYDURA® ब्रांड नाम के तहत बाजार में बेचता है। इसका उपयोग माइग्

राष्ट्रीय

मेडिकल कॉलेज में लगेगी एमआरआई मशीन

जीतेंद्र कुमार February 17 2023 34000

भरतपुर के 5 मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में अगले वित्तीय वर्ष में जल्दी ही एमआरआई की मशीन लगेगी। राज

उत्तर प्रदेश

कानपुर में डेंगू ने तोड़ा 2 साल का रिकॉर्ड, 24 घंटे में 40 नए मरीज सामने आए

admin November 10 2022 24257

हैलट के बाद सर्वोदय नगर स्थित रिजेंसी अस्पताल में भी डेंगू मरीजों की भारी भीड़ है। यहां 24 घंटे में

अंतर्राष्ट्रीय

फाइजर ने कोरोनरोधी वैक्सीन से होने वाले दुष्प्रभावों को लोगों से छुपाया!

हे.जा.स. December 14 2021 17925

वैक्सीन दुष्प्रभाव रिपोर्टिंग सेंटर में दर्ज़ रिपोर्ट कर मुताबिक इस रविवार तक टीका लगवाने के बाद उभरे

राष्ट्रीय

मुंबई के गोवंडी में 5 माह के बच्चे की खसरा से मौत

विशेष संवाददाता December 17 2022 20533

गोवंडी में 5 महीने के बच्चे की खसरा से मौत होने की पुष्टि हुई। अब तक मुंबई में खसरा संक्रमण से मौतों

राष्ट्रीय

कोरोना रोधी वैक्सीन: फेज III ट्रायल में ही मिला 30 करोड़ डोज एडवांस आर्डर। 

एस. के. राणा June 03 2021 18866

केंद्र सरकार ने हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल-ई कंपनी के साथ 30 करोड़ वैक्सीन डोज का करार करते हुए कंपनी

उत्तर प्रदेश

कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग भी रहें सतर्क, ये खतरे हो सकते हैं ?

रंजीव ठाकुर August 05 2021 26780

पिछले दिनों में कई ऐसे मामले भी सामने आएं हैं जिनमें पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों को भी कोरोना का स

इंटरव्यू

कुपोषण के साथ गंभीर बीमारियों से लड़ रहा बलरामपुर अस्पताल का पोषण पुनर्वास केंद्र

रंजीव ठाकुर September 18 2022 145836

राजधानी में बलरामपुर अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र कुपोषण के खिलाफ जंग में बड़ी भूमिका निभा रहा

Login Panel