देहरादून। परिवार नियोजन अपनाने के लिए सरकार लगातार जागरूक कर रही है, लेकिन परिवार नियोजन की राह में पति की मर्जी बाधा बन रही है। 300 महिलाओं पर हुए शोध में यह खुलासा हुआ है। डॉ. रीना ने बताया कि परिवार नियोजन के मामले में हम कॉपर टी को प्राथमिकता देते हैं। एक बार कॉपर टी लगवाने के बाद 10 साल तक गर्भधारण की संभावना नहीं रहती है लेकिन महिलाएं त्रैमासिक अंतर का इंजेक्शन लगवाने की मांग ज्यादा करती हैं।
दरअसल दून मेडिकल कॉलेज (Doon Medical College) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (Department of Obstetrics) में 300 महिलाओं पर शोध हुआ, जिसमें पता चला कि-परिवार नियोजन अपनाने में महिलाएं पतियों पर निर्भर रहती हैं। डॉ. रीना के मुताबिक कुछ महिलाएं पहला, दूसरा और तीसरा बच्चा होने के बाद परिवार नियोजन अपना लेती हैं। वहीं, कुछ महिलाएं 4 से अधिक बच्चे होने पर भी परिवार नियोजन (Family planning) के साधन अपनाने के लिए आगे नहीं आती हैं। बच्चे के जन्म के बाद अगर महिला तुरंत परिवार नियोजन अपना ले तो उसे दोबारा अस्पताल (hospital) न आना पड़े। कुछ महिलाएं यह कहकर बात टाल देती हैं कि वह दोबारा जांच के लिए आएंगी, लेकिन हकीकत यह है कि प्रसव के बाद महिलाएं दोबारा फॉलोअप के लिए नहीं आती हैं।
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