संभल। डीएम मनीष बंसल की मानवीय पहल सामने आई है। जहां डीएम ने दो बच्चों के फ्री इलाज (free treatment) कराने के लिए अपोलो मेडिकल भेजा गया है। दोनों बच्चे दिल में छेद की गंभीर बीमारी (serious illness) से पीड़ित हैं। वहीं अब डीएम की पहले की वजह से दोनों बच्चों रचित और हरीश को नई जिंदगी मिलेगी। इसके लिए जिलाधिकारी मनीष बंसल की चाइल्ड वेलफेयर (child welfare) सोसायटी खर्च उठाएगी। दोनों बच्चों के इलाज का खर्च 5 लाख 20 हजार का है। वहीं डीएम ने इस पहल की चारो तरफ तारीफ हो रही है।
दोनों बच्चों को डीएम के निर्देश इलाज के लिए लखनऊ के अपोलो मेडिकल हॉस्पिटल (Apollo Medical Hospital) में भर्ती कराया गया है। दरअसल गरीबी के कारण बच्चों के परिजन उनका इलाज नहीं करा पा रहे थे। डीएम मनीष बंसल (DM Manish Bansal) ने बताया की जनपद में सड़क हादसों और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित गरीब व्यक्तियों और बच्चों के इलाज के लिए मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह की प्रेरणा से जनरल हेल्थ केयर एंड चाइल्ड केयर सेंटर (Health Care And Child Care Center) सोसायटी के फंड की स्थापना की गई है।
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जिन लोगों का सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 140 से अधिक या डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 90 से अधिक होता है, वे हाई
शहर की हवा सुधरने की बजाय और जहरीली हो गई है। तालकटोरा और उसके आसपास के क्षेत्रों की एक्यूआई 330 के
इस बीमारी की शुरुआत सिर दर्द, उल्टी, शरीर में दर्द और तेज बुखार से शुरू होती है। अगर ये ज्यादा प्रभा
राहत की बात यह है कि इस माह में डेंगू के केस में कुछ कमी आई है। जहां डेंगू का केस मिलता है वहां स्वा
अब लंपी रोग से प्रभावित 7 मंडलों में आज से टीम-9 के नोडल अधिकारी तेजी से कार्य शुरू करेंगे। देखा जाए
रुमेटॉयड आर्थराइटिस एक ऑटो-इम्यून बीमारी है। इसमें शरीर का प्रतिरोधी तंत्र स्वयं की कोशिकाओं को नुकस
एक एकड़ में लगभग दो हजार गम्बूसिया मछली पर्याप्त होती हैं | इसके साथ ही इसकी ब्रीडिंग काफी तेज होने क
जो लोग भी पंजीकरण कराकर वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचेगे, उन्हें सुबह 11 बजे तक प्राथमिकता के आधार पर टीका
एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि संस्थान में इसी सप्ताह से कैशलेस इलाज की सुविधा शुरू
जनपद के कई अस्पतालों में ऐसे डॉक्टर्स के नाम पर इलाज हो रहा है जो वहां नहीं आते-जाते ही नहीं हैं। ये
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