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उत्तर प्रदेश

बागपत के आयुर्वेदिक एवं यूनानी अस्पताल में चिकित्सकों की भारी कमी

विभाग की ओर से शासन को कई बार चिकित्सक व फार्मासिस्ट की तैनाती की मांग भेजी जा चुकी है। चिकित्सकों के अभाव में मलकपुर और खेकड़ा में फार्मासिस्ट ही लोगों का इलाज कर रहे हैं और जिला मुख्यालय की जिम्मेदारी वह खुद संभाल रही है।

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बागपत के आयुर्वेदिक एवं यूनानी अस्पताल में चिकित्सकों की भारी कमी प्रतीकात्मक चित्र

बागपत। जिले के आयुर्वेदिक एवं यूनानी अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है। दो अस्पताल में तो एक भी चिकित्सक नहीं है, जबकि तीन चिकित्सकों पर छह अस्पताल की जिम्मेदारी है। अस्पताल में इलाज की जिम्मेदारी फार्मासिस्ट संभाल रहे हैं। जिला मुख्यालय पर क्षेत्रीय अधिकारी खुद चिकित्सक की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। 


जिले में आठ आयुर्वेदिक (Ayurvedic) एवं दो यूनानी अस्पताल (Unani hospitals) हैं। इनमें बागपत (Baghpat) जिला मुख्यालय के अलावा खेकड़ा, मलकपुर, पूरनपुर, अमीनगर सराय, ख्वाजा नंगला, बड़ौत, बिनौली में आयुर्वेदिक व असारा और औसिक्का गांव में यूनानी अस्पताल है। 

जिले के आठ आयुर्वेदिक व दो यूनानी अस्पताल में एक-एक चिकित्सक (doctors) और जिला स्तर पर दो चिकित्सक के पद हैं। इनके अलावा एक अस्पताल में एक फार्मासिस्ट (pharmacist) का पद हैं। जिले के आठ आयुर्वेदिक अस्पताल में तीन चिकित्सक तैनात हैं, जबकि छह पद रिक्त चल रहे हैं। दस अस्पतालों (hospitals) में फार्मासिस्ट के दस पद है, इनमें से सिर्फ चार फार्मासिस्ट नियुक्त है और छह पद रिक्त हैं।


जिले के दोनों यूनानी अस्पताल में एक भी फार्मासिस्ट की नियुक्ति नहीं है। विभाग की ओर से अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए विभाग की ओर से तीन-तीन दिन के लिए चिकित्सकों को नियुक्त किया गया है, जबकि अन्य अस्पताल में फार्मासिस्ट ही लोगों की जांच कर दवाई दे रहे हैं।

 
कई बार भेजी जा चुकी है मांग
विभाग की ओर से शासन को कई बार चिकित्सक व फार्मासिस्ट की तैनाती की मांग भेजी जा चुकी है। चिकित्सकों के अभाव में मलकपुर और खेकड़ा में फार्मासिस्ट ही लोगों का इलाज कर रहे हैं और जिला मुख्यालय की जिम्मेदारी वह खुद संभाल रही है। - डॉ. मोनिका गुप्ता, आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी 

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