देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

मुजफ्फरनगर के एक ही गाँव के 19 पुरुषों ने अपनाई नसबंदी

सुदेश को स्वास्थ्य विभाग ने परिवार नियोजन साधनों को अपनाने के लिए महिला व पुरुषों को प्रेरित करने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने पहले गालिबपुर गांव के उन सभी पुरुषों से संपर्क साधा, जिनका परिवार पूरा हो चुका था।

हुज़ैफ़ा अबरार
June 22 2022 Updated: June 22 2022 01:15
0 27577
मुजफ्फरनगर के एक ही गाँव के 19 पुरुषों ने अपनाई नसबंदी प्रतीकात्मक चित्र

लखनऊ। एक ही गांव में 19 पुरुषों की नसबंदी। है ना चौंकाने वाली खबर लेकिन है सौ फीसद सच। यह सुखद खबर आई है मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के खतौली ब्लाक से। यहां की आशा कार्यकर्ता सुदेश के प्रयास से यह कामयाबी हासिल हुई है। पश्चिम की यह खबर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बदलाव की बयार लाने का संकेत दे रही है। 
 

सुदेश को स्वास्थ्य विभाग ने परिवार नियोजन (family planning) साधनों को अपनाने के लिए महिला व पुरुषों को प्रेरित करने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने सबसे पहले गालिबपुर गांव के उन सभी पुरुषों से संपर्क साधा, जिनका परिवार पूरा हो चुका था। पुरुषों के साथ ही उनकी पत्नी की काउंसिलिंग कर परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी (sterilization) को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्हें यह समझाने की हरसम्भव कोशिश की कि महिला नसबंदी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी ज्यादा सरल और सुरक्षित है। जो लोग यह कहते हैं कि नसबंदी से पुरुषों में कमजोरी आती है तो यह सरासर गलत और मनगढ़ंत बातें हैं, ऐसा कुछ भी नहीं है। उनके काम के लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया है। 

       आशा कार्यकर्ता सुदेश
अपनी बात को मजबूती से रखकर सुदेश ने एक साल के भीतर 19 पुरुषों को नसबंदी के लिए राजी कर लिया। नवम्बर 2021 में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान आठ लोगों ने स्वेच्छा से नसबंदी की सेवा प्राप्त की। इसके अलावा नवम्बर से अब तक सुदेश 11 और पुरुषों की नसबंदी करा चुकी हैं। जून 2022 में भी उन्होंने दो पुरुषों की नसबंदी करवायी है। सुदेश का कहना है कि अब परिवार नियोजन को लेकर लोग उनकी बात ध्यान से सुनते हैं और मानते हैं।  


परिवार नियोजन के फायदे बताकर किया राजी
सुदेश का कहना है कि अक्सर समाज में फैली भ्रांतियों के चलते पुरुष नसबंदी करवाने से कतराते हैं और ठान लेते हैं कि नसबंदी नहीं कराएंगे। इसी वजह से वह प्रयास तो दूर नसबंदी के बारे में सोचते भी नहीं है। झिझक को छोड़कर जब गांव के लोगों की भ्रांतियों को दूर करते हुए बातचीत का सिलसिला शुरू किया और फायदे गिनाए तो वह नसबंदी को राजी होने लगे। उन्होंने बताया- आठ लोगों ने परिवार नियोजन का यह स्थाई साधन पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान अपनाया, बाकी लोग इसका महत्व समझकर आगे आते रहे। सुदेश कहती हैं वह परिवार नियोजन का महत्व समझाती गयीं और लोग समझते गये, परिणाम सामने है। 


परिवार नियोजन का स्थायी साधन अपनाने वाले नीटू ने बताया कि उनकी उम्र 29 वर्ष है। परिवार में पत्नी पूजा और तीन बच्चे हैं। महंगाई के इस दौर में मजदूरी करके तीन बच्चों का भरण-पोषण बहुत मुश्किल है। नीटू ने बताया कि आशा कार्यकर्ता (Asha worker) सुदेश ने जब उन्हें छोटे परिवार के बड़े फायदे गिनाये तो वह शुरू में तो झिझक की वजह से आनाकानी करने लगे, लेकिन पत्नी के समझाने पर नसबंदी कराने के लिए राजी हो गए।


इसी तरह नसबंदी अपनाने वाले श्रवण ने बताया कि उनकी पत्नी सरिता सुन और बोल नहीं सकती है। आशा कार्यकर्ता ने जब उन्हें परिवार नियोजन के फायदे बताए और यह भी बताया कि उनकी पत्नी नसबंदी कराएगी तो वह अपनी परेशानी बोलकर बता भी नहीं पाएगी। पत्नी की परेशानी को समझते हुए श्रवण ने नसबंदी कराने का फैसला किया।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स वायरस के वेरिएंट्स का किया नामकरण 

हे.जा.स. August 14 2022 29405

विशेषज्ञों ने मध्य अफ्रीका में पूर्व कांगो बेसिन क्लेड को 'क्लेड I' और पहले के पश्चिम अफ्रीकी क्लेड

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने PGI में राष्ट्रीय कान्फ्रेंस का किया शुभारंभ

आरती तिवारी March 18 2023 23884

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मरीजों की जान बचाने में नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की भूमिका अहम ह

उत्तर प्रदेश

यूपी के इन सरकारी अस्पतालों में मिलेगा कैशलेस इलाज

आरती तिवारी January 14 2023 28207

एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि संस्थान में इसी सप्ताह से कैशलेस इलाज की सुविधा शुरू

उत्तर प्रदेश

निगरानी समितियों ने कोरोना से बचाव के लिए बच्चों को बाँटा मेडिसिन किट।

हुज़ैफ़ा अबरार June 28 2021 26977

बच्चों को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं ले

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू में होगी इमरजेंसी मेडिसिन की पढ़ाई

हुज़ैफ़ा अबरार December 31 2021 23854

डॉ. हैदर अब्बास के मुताबिक घायलों को तय समय में इलाज मुहैया कराकर जान बचाई जा सकती है। अफसोस की बात

स्वास्थ्य

होली में रंग ज़रूर खेलें लेकिन बालों को नुकसान से बचाएं

हुज़ैफ़ा अबरार March 12 2025 21423

यियानी सापाटोरी के इन विशेषज्ञतापूर्ण सुझावों का पालन कर आप बालों को नुकसान पहुंचाए बिना बेफिक्र होक

अंतर्राष्ट्रीय

अब इस देश में 18-25 साल के युवाओं को मिलेगा ‘फ्री कंडोम’

हे.जा.स. December 10 2022 53661

राष्ट्रपति मैक्रॉन के फैसले के मुताबिक, नए साल से यानी 1 जनवरी 2022 से 18 साल से 25 साल के बीच के यु

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल द्वारा क्षय रोग उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियान अनुकरणीय: डॉ. मनसुख मंडाविया

हुज़ैफ़ा अबरार May 17 2022 65614

प्रदेश से टी.बी. उन्मूलन के लिए टी.बी. रोगियों को उनके स्वस्थ होने तक पोषण और चिकित्सा की समुचित देख

राष्ट्रीय

राष्ट्रपति ने 2021पल्स पोलियो कार्यक्रम का किया शुभारंभ।

रंजीव ठाकुर February 01 2021 16103

इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी बच्चा पोलियो टीके के सुरक्षाचक्र से वंचित न रह जाये। देश पिछल

उत्तर प्रदेश

सहारा हॉस्पिटल में हृदय रोग विशेषज्ञों ने जटिल सर्जरी से बचाई बुजुर्ग महिला की जान

हुज़ैफ़ा अबरार August 31 2022 53224

इस सर्जरी के दौरान मरीज को ब्रेन हेमरेज हो सकने की आशंका भी थी। इन सब चुनौतियों के बीच अपने अनुभव व

Login Panel