देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

अमेरिकी खुफिया एजेंसियां कोविड-19 की उत्पत्ति पर ठोस नतीजे पर पहुंचने में विफल।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इस वायरस को जैविक हथियार के तौर पर विकसित नहीं किया गया। ज्यादातर एजेंसियों का यह भी आकलन है कि सार्स-सीओवी-2 की संभवत: आनुवंशिक रूप से उत्पत्ति नहीं हुई।

हे.जा.स.
August 29 2021
0 19262
अमेरिकी खुफिया एजेंसियां कोविड-19 की उत्पत्ति पर ठोस नतीजे पर पहुंचने में विफल। प्रतीकात्मक

वाशिंगटन (भाषा)। अमेरिका का खुफिया समुदाय कोविड-19 की मूल उत्पत्ति पर किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने में विफल रहा है। इस पर उनकी राय बंटी हुई है कि क्या यह संक्रमण चीन में किसी प्रयोगशाला से फैला या प्राकृतिक रूप से फैला। हालांकि उसका यह मानना है कि कोविड-19 के लिए जिम्मेदार वायरस सार्स-सीओवी2 जैविक हथियार के तौर पर ‘‘विकसित नहीं’’ किया गया।

राष्ट्रीय खुफिया निदेशक ने राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर तैयार की गयी रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा कि सार्स सीओवी-2 नवंबर 2019 के आसपास संभवत: शुरुआती स्तर पर छोटे पैमाने पर फैला और पहली बार संक्रमण के मामले दिसंबर 2019 में वुहान में सामने आए। बहरहाल कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर खुफिया समुदाय के बीच कोई आम सहमति नहीं बनी। रिपोर्ट में खुफिया एजेंसियों का नाम नहीं दिया गया।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इस वायरस को जैविक हथियार के तौर पर विकसित नहीं किया गया। ज्यादातर एजेंसियों का यह भी आकलन है कि सार्स-सीओवी-2 की संभवत: आनुवंशिक रूप से उत्पत्ति नहीं हुई, हालांकि दो एजेंसियों का मानना है कि इस आकलन की पुष्टि करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं है।’’ खुफिया समुदाय का यह भी मानना है कि चीन के अधिकारियों को कोविड-19 संक्रमण फैलने से पहले इसके बारे में पूर्व जानकारी नहीं थी।

इसमें कहा गया है, ‘‘सभी उपलब्ध खुफिया सूचना और अन्य जानकारी का आकलन करने के बाद खुफिया समुदाय अब भी कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर विभाजित है। सभी एजेंसियों का आकलन है कि दो चीजें हो सकती है : किसी संक्रमित पशु से संक्रमण फैलना और प्रयोगशाला से जुड़ी घटना से संक्रमण फैलना।’’

खुफिया समुदाय के कुछ लोगों का आकलन है कि सार्स-सीओवी-2 से संक्रमण का मामला प्रयोगशाला से जुड़ी घटना का नतीजा हो सकती है जिसमें संभवत: प्रयोग, जानवरों की देखभाल या वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान द्वारा नमूना लेना शामिल हो सकता है।’’

इस बीच, रिपोर्ट मिलने की जानकारी देते हुए बाइडन ने एक बयान में कहा कि उनका प्रशासन इस संक्रमण की जड़ तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास करेगा ताकि भविष्य में फिर से इसे होने से रोकने के लिए सभी आवश्यक एहतियात अपनाए जा सकें।

उन्होंने कहा कि इस महामारी की उत्पत्ति की अहम जानकारी चीन में है लेकिन ‘‘शुरुआत से लेकर अब तक चीन में सरकारी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं और वैश्विक जन स्वास्थ्य समुदाय के सदस्यों को इसका पता लगाने से रोकने के लिए काम किया है।’’ बाइडन ने आरोप लगाया कि अभी तक भी चीन पारदर्शिता की अपीलों को खारिज करता रहा है और सूचना को रोकता रहा है जबकि महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दुनिया को जवाब मिलना चाहिए और मैं जवाब मिलने तक शांत नहीं बैठूंगा। जिम्मेदार देश बाकी दुनिया के प्रति इस तरह की जिम्मेदारियों से नहीं बचते। महामारियां अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की परवाह नहीं करती तथा हमें और महामारियों को रोकने के लिए यह समझना होगा कि कोविड-19 कैसे आया।’’

मध्य चीन में महामारी का केंद्र रहे वुहान की यात्रा करने वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक दल ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि इस बीमारी के एक बाजार में बेचे गए पशुओं से फैलने की अधिक संभावना है। कुछ वैज्ञानिकों ने इस निष्कर्ष को खारिज कर दिया है।

बाइडन ने कहा कि अमेरिका कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए चीन पर पूरी तरह सूचना साझा करने और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ सहयोग करने के लिए दबाव डालने के वास्ते दुनियाभर के सभी साझेदारों के साथ काम करता रहेगा।

बाइडन ने कहा कि अमेरिका महामारी के शुरुआती दिनों के आंकड़ें और सूचना साझा करने समेत वैज्ञानिक नियमों और मानकों तथा जैव सुरक्षा से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए चीन पर दबाव डालता रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी इस वैश्विक त्रासदी को लेकर पूरी और पारदर्शी जवाबदेही है। इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं।’’

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

ब्लैक फंगस के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेश सरकार बना रही रणनीति।

हुज़ैफ़ा अबरार May 14 2021 14048

प्रयास है कि यह कम से कम मरीजों को प्रभावित करें। इलाज और जांच के साथ ही प्रभावित हो चुके मरीजों को

स्वास्थ्य

डांस थेरेपी से संभव है गंभीर बीमारियों का इलाज

श्वेता सिंह August 21 2022 26563

नृत्य चिकित्सा या डांस थेरेपी भावनात्मक, संज्ञानात्मक, सामाजिक व्यवहार और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ग

अंतर्राष्ट्रीय

हेल्थकेयर सेक्टर में वेतन विसंगति का शिकार हैं महिलाएं: विश्व स्वास्थ्य संगठन

हे.जा.स. July 14 2022 17212

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ताज़ा साझा रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ह

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में नहीं कम हो रहे कोरोना संक्रमित मरीज़ों के मामले, 16 नए संक्रमित मिले

हुज़ैफ़ा अबरार May 10 2022 13097

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक कोरोना का प्रकोप कम नहीं हुआ है। अभी भी 100 सक्रिय मरीज हैं। राहत

सौंदर्य

नाक का कालापन दूर करने के घरेलू उपाय

श्वेता सिंह September 23 2022 404573

नाक पर काले निशान पड़ने का कारण हाइपरपिगमेंटेशन के कारण होता है ऐसे में हमारे नाक के स्किन से मेलानि

राष्ट्रीय

गायों के इलाज के लिए आईसीयू

विशेष संवाददाता November 04 2022 13193

यहां गायों के लिए आईसीयू वॉर्ड बनाया गया है। ये संभवत: देश का पहला गौ आईसीयू है। इसमें गंभीर हालत मे

उत्तर प्रदेश

पिछले एक वर्ष में क्षय रोगियों की संख्या और स्वास्थ्य प्रगति की मासिक रिपोर्ट बनाए: आनंदीबेन पटेल

रंजीव ठाकुर September 02 2022 11062

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में उत्तर प्रदेश में क्षय उन्मूलन

उत्तर प्रदेश

टीबी के खिलाफ अभियान, यूपी में मिले 3959 मरीज

आरती तिवारी July 05 2023 18426

राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि 21 दिवसीय विशेष अभियान के तहत 3959 टीबी मरीज

राष्ट्रीय

आयुर्वेद में भी संभव है ब्रेस्ट कैंसर का इलाज

जीतेंद्र कुमार October 15 2022 33263

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के कैंसर चिकित्सा इकाई की ओर से ब्रेस्ट कैंसर परीक्षण की ट्रेनिंग दी जा र

उत्तर प्रदेश

यूपी में खुलेंगे 94 ब्लॉक पब्लिक हेल्थ सेंटर

आरती तिवारी October 08 2022 14591

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नई रणनीति से सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में सामान्य बीमारी से पीड़ित

Login Panel