रक्त में जब ग्लूकोज़ का स्तर सामान्य से कम हो जाता है, तो उस अवस्था को हाइपोग्लाइसीमिया (hypoglycemia) कहते हैं। यह चिकित्सा शास्त्र (medical term) का शब्द है। भोजन करने के 8 घंटे पश्चात या खाली पेट में रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर 80 मिली ग्राम प्रति डेसी लिटर रहता है। साधारणतः जब यह स्तर 70 मिली ग्राम प्रति डेसी लिटर से कम हो जाता है तो हाइपोग्लाइसीमिया कहलाता है। हमारे शरीर की सभी कोशिकाएं उर्जा प्राप्त करने के लिये ग्लूकोज़ का ही उपयोग करती है।
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण - Symptoms of hypoglycemia
हाइपोग्लाइसीमिया निम्नलिखित लक्षणों में से कुछ के साथ पाया जाता है जो अचानक हो सकते हैं:
इस तरह के लक्षण खून में कम शुगर का संकेत दे सकते हैं, इसलिए इन लक्षणों को अनदेखा न करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अगर नजरअंदाज कर दिया जाए तो रक्त शर्करा का स्तर खतरनाक स्तर तक गिर सकता है जो दुर्घटनाओं, कोमा, यहां तक कि मौत का कारण बन सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण - Causes of hypoglycemia
यह स्थिति ज्यादातर मधुमेह के रोगियों में पाई जाती है। उनके उपचार और दवा की खुराक उनके भोजन, दैनिक कार्यक्रम आदि से जुड़ी होती है, यदि रोगी गलत समय पर गलत भोजन खाता है तो परिणामस्वरुप निम्न रक्त शर्करा की समस्या हो सकती है। रोगी अगर अपने दैनिक व्यायाम या दिनचर्या को अचानक छोड़ देता है तब भी खून में शुगर कम होने की समस्या हो सकती है।
अन्य कारणों में शराब पीना, भोजन के बीच लंबा अंतराल या गलत खाना जैसे जंक फूड खाना शामिल है। शुरुआत में यह गैस्ट्रिक की परेशानी पैदा कर सकता है, या दुर्लभ दुर्भाग्यपूर्ण मामलों में, यह हार्मोनल असंतुलन और गुर्दे और यकृत की खराबी को जन्म दे सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया से बचाव – Prevention from hypoglycemia
एक स्वस्थ जीवन शैली रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य करने में मदद कर सकती है।
लेखक - डॉ. विकास मस्करा, सलाहकार – आंतरिक चिकित्सा, नारायणा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, बारासात
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