देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

कानून

कैंसर पीड़ित आनरेरी लेफ्टिनेंट को सेना कोर्ट ने दिव्यांगता पेंशन देने का फैसला सुनाया

कैंसर पीड़ित आनरेरी लेफ्टिनेंट के अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि सेना कोर्ट लखनऊ ने किडनी के कैंसर से पीड़ित बहराइच निवासी भूतपूर्व आनरेरी लेफ्टिनेंट लाल बहादुर सिंह को दिव्यांगता पेंशन दिए जाने का आदेश सुनाया है।

रंजीव ठाकुर
September 24 2022 Updated: September 25 2022 22:44
0 50268
कैंसर पीड़ित आनरेरी लेफ्टिनेंट को सेना कोर्ट ने दिव्यांगता पेंशन देने का फैसला सुनाया प्रतीकात्मक चित्र

लखनऊ। राजधानी स्थित सेना कोर्ट ने एक मामले में कैंसर पीड़ित आनरेरी लेफ्टिनेंट को दिव्यांगता पेंशन देने का फैसला सुनाया है। याची के अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय और गिरीश तिवारी ने इस मुकदमे में विजय प्राप्त की है।

 

एएफटी बार (AFT Bar) के पूर्व महामंत्री तथा कैंसर पीड़ित आनरेरी लेफ्टिनेंट के अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि सेना कोर्ट (Armed Forces Tribunal) लखनऊ ने किडनी के कैंसर (kidney cancer) से पीड़ित बहराइच निवासी भूतपूर्व आनरेरी लेफ्टिनेंट लाल बहादुर सिंह को दिव्यांगता (disability) पेंशन दिए जाने का आदेश सुनाया है।

मामला यह था कि पीड़ित लेफ्टिनेंट (Honorary Lieutenant) वर्ष 1987 में सेना की ग्रेनेडियर रेजिमेंट (Grenadier Regiment) में भर्ती हो कर बत्तीस वर्ष की सेवा कर चुके थे। सेवा की सेवा के अंतिम वर्ष में उन्हें किडनी में दर्द (kidney pain) की शिकायत उस समय हुई जब वह पीस स्टेशन गोण्डा में सेवारत थे। सेना में सेवा के लिए उन्हें उच्च सामरिक सेवा पदक, लंबी सेवा अवधि पदक, विशिष्ट सेवा पदक, सैन्य सेवा पदक, सियाचिन ग्लेसियर सेवा पदक और जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ प्रशस्ति-पत्र से नवाजा गया था।

 

विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि 17 दिसंबर, 2018 को अचानक उसके पेट में दर्द हुआ और, मेडिकल परीक्षण के दौरान पाया गया कि, उसकी बायीं किडनी कैंसर (cancer victim) की वजह से खराब हो गई है। किडनी को 2 जनवरी, 2019 को आपरेशन करके निकाल दिया गया और उसके बाद याची को 30 जून, 2019 को सेना से डिस्चार्ज करते हुए यह कहा गया कि आपकी बीमारी का संबंध सैन्य सेवा से नहीं है इसलिए, दिव्यांगता पेंशन का लाभ सेना नहीं दे सकती है।

 

एक किडनी पर जीवन यापन करने वाले जाबांज सैन्य अधिकारी ने सेना के इस निर्णय के खिलाफ कई अपीलें की लेकिन उसे रक्षा-मंत्रालय (Defense Ministry) द्वारा 30 जून, 2019, 13 जनवरी, 2020, 30 जनवरी 2020, 4 मार्च, 2021 और 24 मार्च, 2021 को खारिज कर दिया गया। उसके बाद याची ने सशत्र-बल अधिकरण, लखनऊ के समक्ष रक्षा-मंत्रालय भारत सरकार के निर्णयों को चुनौती दी जिसमे, याची के अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय और गिरीश तिवारी रहे।

 

अधिवक्ता विजय पाण्डेय ने अधिकरण के सामने याची का पक्ष रखते हुए दलील दी कि शांति-क्षेत्र गोंडा में पोस्टिंग होने से दिव्यांगता पेंशन को नहीं नकारा जा सकता है क्योंकि, युद्ध-क्षेत्र और शांति-क्षेत्र के आधार पर बीमारियों को परिभाषित नहीं किया जा सकता। इतनी लंबी सैन्य सेवा के बाद बीमारी का होना संदेह उत्पन्न करता है इसलिए संदेह का लाभ न देकर विपक्षियों ने कानूनी गलती (legal mistake) की है। 

 

अधिवक्ता विजय पाण्डेय ने कहा कि एक किडनी पर जीने को मजबूर सैनिक (soldier) को तकनीकी आधार बनाकर दिव्यांगता पेंशन से वंचित किया जाना न्याय संगत नहीं है। जिस पर भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के अधिवक्ता द्वारा आपत्ति की गई लेकिन न्यायमूर्ति उमेश चन्द्र श्रीवास्तव (रि०) एवं वाईस एडमिरल अभय रघुनाथ कर्वे (रि०) की खण्डपीठ (bench of Justice) ने फैसला सुनाते हुए कहा कि ऐसे मामलों में सुस्थापित विधि (established law) है इसलिए, रक्षा-मंत्रालय भारत सरकार पचहत्तर प्रतिशत की दिव्यांगता पेंशन डिस्चार्ज की तारीख से याची को चार महीने के अंदर दे। यदि रक्षा-मंत्रालय भारत सरकार निर्धारित अवधि के अंदर आदेश का अनुपालन करने में विफल होती है तो उसे आठ प्रतिशत का ब्याज भी देना होगा। 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

शिक्षा

B.Pharm. में एडमिशन, कैरियर, स्कोप, नौकरियां, और सैलरी। 

अखण्ड प्रताप सिंह April 01 2021 31762

इस क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करने के बाद, आप लगभग 50,000 रुपये तक कमा सकते हैं। विदेश में शुरूआती व

राष्ट्रीय

डायबिटीज के रोगियों के लिए परामर्श के विकल्प के रूप में उभर रहा, टेलीकंसल्टेशन

एस. के. राणा March 05 2022 21707

क्रॉनिक बीमारियों में शामिल डायबिटीज की नियमित जांच जरूरी है, क्योंकि इससे ब्लड ग्लूकोज के उतार-चढ़ा

स्वास्थ्य

शरीर में इन चीजों की कमी बढ़ा सकती हैं मिर्गी का खतरा।

लेख विभाग November 18 2021 22841

मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर यानी तंत्रिका तंत्र संबंधी रोग है। जिससे पीड़ित होने पर तंत्रिका कोश

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बनेगी होम्योपैथिक औषधि निर्माणशाला, रिसर्च पर भी फोकस रहेगा

रंजीव ठाकुर September 04 2022 16414

उत्तर प्रदेश में जल्द ही दवा कम्पनियों से होम्योपैथिक दवाओं की खरीद बंद होगी। राजधानी में होम्योपैथि

उत्तर प्रदेश

नही थम रही कोरोना की रफ्तार

आरती तिवारी April 20 2023 24283

आलमबाग में 31 लोग संक्रमित मिले हैं। सरोजनीनगर और अलीगंज में 29-29, कैसरबाग में 25, इंदिरानगर में 17

राष्ट्रीय

8 सालों में दवाओं का निर्यात 138% बढ़ा: स्वास्थ्य मंत्री

एस. के. राणा November 23 2022 24511

अप्रैल-अक्टूबर 2013-14 से भारत के फार्मा निर्यात में 138 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 2013-14 में 3

उत्तर प्रदेश

हेस्टैक एनालिटिक्स का सम्पूर्ण जीनोम सीक्‍वेंसिंग टेस्ट एक बार में टीबी का पता लगा सकता है: डॉ राजेंद्र प्रसाद

रंजीव ठाकुर July 21 2022 19570

मशहूर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि संपूर्ण जीनोम सीक्वेंसिंग से तपेदिक (टीबी) से जुड़

रिसर्च

Adverse pregnancy outcomes and long term risk of ischemic heart disease in mothers: national cohort and co-sibling study

British Medical Journal February 05 2023 22475

Women who experienced any of five major adverse pregnancy outcomes showed an increased risk for isch

स्वास्थ्य

सौंफ खाने के बाद ही क्यों खाई जाती है?

लेख विभाग September 02 2023 56388

सौंफ (वानस्पतिक नाम-फोनिकुलम) की तासीर ठंडी होती है। इसमें कैल्शियम,मैग्नीशियम फास्फोरस,विटामिन-ए,वि

अंतर्राष्ट्रीय

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से आगे बढ़ सकती है महामारी: डब्ल्यूएचओ

हे.जा.स. February 19 2022 21041

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने इन तमाम सवालों के जवाब दिए हैं। उन्हो

Login Panel