पुणे। कोविशील्ड ब्रांडनेम को लेकर क्युटिस बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में विवाद छिड़ गया था। क्युटिस बायोटेक ने पुणे की एक दीवानी अदालत में वाद दायर कर सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशील्ड ब्रांडनेम का प्रयोग करने से रोक की मांग की थी।अदालत ने उक्त याचिका को खारिज कर दिया है। यह कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के लिए राहत भरी खबर है। सीरम ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को कोविशील्ड नाम से भारत में निर्मित किया है।
क्युटिस बायोटेक ने कहा कि कोर्ट के आदेश की कॉपी उसे अभी नहीं मिली है। आदेश की कॉपी मिलने के बाद कंपनी उसके खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करेगी। कंपनी का कहना है कि वह पहले से ही कोविशील्ड ब्रांडनेम का इस्तेमाल करती है।
सीरम ने कहा कि दोनों ही कंपनियां कोविशील्ड ब्रांडनेम का इस्तेमाल अलग-अलग उत्पाद के लिए करती हैं इसलिए ट्रेडमार्क को लेकर किसी तरह के भ्रम की कोई संभावना नहीं है। सीरम के वकील हितेश जैन ने कहा कि कोर्ट ने उनकी दलील पर क्यूटिस-बायोटेक की याचिका खारिज कर दी। क्यूटिस के वकील आदित्य सोनी ने कहा कि वह इस आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करेंगे।
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