देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

ऐसे ही हत्याएं होती रहेंगी तो कौन बनाएगा अपने बच्चों को डाक्टर: डा.आर.एन सिंह

डा. अर्चना शर्मा खुदकुशी प्रकरण में असली गुनाहगार अभी भी पकड़े नहीं गए। डा. अर्चना के पति भी पुलिस की कार्रवाई से बहुत खुश नहीं हैं। सवाल ये है कि इस कहानी का अंत होगा कब? अगर ऐसा ही रहा तो कौन माता-पिता अपने बच्चों को डाक्टर बनाने को तैयार होंगे?

आनंद सिंह
April 04 2022 Updated: April 04 2022 01:27
0 32302
ऐसे ही हत्याएं होती रहेंगी तो कौन बनाएगा अपने बच्चों को डाक्टर:  डा.आर.एन सिंह वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. आर.एन. सिंह

गोरखपुर। दौसा (राजस्थान) की महिला चिकित्सक डा. अर्चना शर्मा द्वारा खुदकुशी किये जाने की घटना से आहत गोरखपुर के बाल रोग विशेषज्ञ डा. आर.एन सिंह कहतें हैं कि इस दुखदायी घटना ने उनको भीतर तक झकझोर डाला है। 

डॉ सिंह ने कहा कि बेशक हम लोगों ने केंद्र के निर्देश पर धरना-प्रदर्शन बंद कर दिया पर मन में जो बातें हैं, वह जनता तक जरूर पहुंचनी चाहिए। डा. आर.एन सिंह ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से पहले भी रखते रहें हैं। वो मानते हैं कि आज अगर डा. अर्चना जीवित होतीं तो समाज को खुशहाल रखने में उनकी भूमिका अहम  होती, जैसा कि वह अपने चिकित्सीय जीवन में करती रहीं थीं।

उन्होंने कहा कि जनता और डॉक्टरों को यह समझना पड़ेगा कि अभी इस केस में क्या प्रगति हुई है? जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, क्या वे असली गुनाहगार हैं? या, जो असली गुनाहगार हैं, वो अब तक पुलिस के फंदे से बाहर हैं? हमें जो जानकारी मिली है, वह यह कि भाजपा का एक नेता अभी भी पुलिस के फंदे से बाहर है।

डॉ सिंह बतातें हैं कि ऐसी जानकारी मिल रही कि डा. अर्चना शर्मा (Dr. Archana Sharma) के पति, डा. सुमित शर्मा भी सरकार की कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि पुलिस (police) ने कभी सहयोग नहीं किया। जो कार्रवाई हुई है, वह नाकाफी है।

उधर, प्रदेश सरकार के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा का कहना है कि इस केस की सुनवाई अब फास्ट ट्रैक कोर्ट (fast track court) में होगी। जो भी आरोपी होंगे, उनके खिलाफ शीघ्र चार्जशीट (charge sheet) पेश किया जाएगा और उनको सजा दिलवाई जाएगी। 

डॉ सिंह चिकित्सा मंत्री के बयान पर सवाल उठाते हैं कि ये सब होगा कब? क्या कोई समय सीमा भी है? वे चिकित्सा मंत्री मीणा के एक बयान की याद दिलातें हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ लोग लफंदर किस्म के होते हैं। वो बात-बात पर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाते हैं। कभी धरना देते हैं तो कभी प्रदर्शन करते हैं। इसी के चलते कुछ पुलिस अधिकारियों की नासमझी से धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज हो जाता है। अगर डा. अर्चना के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज नहीं होता तो आज वह जीवित रहतीं।

उन्होंने बताया कि इस घटना में एक बड़ा नाम आ रहा है। यह नाम है जीतेंद्र गोठवाल का। गोठवाल भाजपा नेता हैं। उनका एक ट्वीट 48 घंटे तक ट्विटर पर रहा। इस ट्वीट में उन्होंने दफा 302 के तहत डा. अर्चना पर मुकदमा होने की बात कही थी। वह खुश थे कि उनकी पहल पर मुकदमा कायम हो गया। वे पुलिस के फंदे में अब तक फंसे नहीं हैं। गोठवाल के ऊपर आरोप है कि दफा 302 के तहत मामला दर्ज करने के लिए वह जिद पर अड़े रहे, थाने के सामने धरना दे दिया। बाद में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ।

डॉ सिंह ने कहा कि मेरा ऐसा मानना है कि जब कभी एक चिकित्सक (doctor) की हत्या (murdered) होती है तो वह हत्या दरअसल हजारों सम्मानित नागरिकों की हत्या के समान होती है क्योंकि चिकित्सक के जीवित रहते लोग अपनी सेहत व जिंदगी की हिफाजत करते। 

डा. शर्मा के केस में भी ऐसा ही देखा जा सकता है। अगर व्यवस्था आज इस मामले में चूक गई तो देश में चिकित्सकों की भारी कमी व मानसिक दबाव की वजह से कोई अपने बच्चों को चिकित्सक बनाने से कतरायेगा। जान तो सबको प्यारी होती है। यही समय है जब सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) स्वतः (suo moto) संज्ञान लेकर इस देश को इस व्यापक त्रासदी से निकाल सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकारों को इस प्रक्रिया में न्यायालय की मदद करनी चाहिए।  

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

बीजिंग भी कोरोना संक्रमण के दायरे में, 10 स्टूडेंट्स कोरोना संक्रमित मिले

हे.जा.स. April 23 2022 16508

चीन की राजधानी बीजिंग में मिडिल स्कूल के 10 स्टूडेंट्स कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इसे लेकर च

उत्तर प्रदेश

74 साल की आंखों से दुनिया देखेगी छह महीने की पलक, डॉक्‍टरों ने किया कॉर्निया ट्रांसप्लांट

आरती तिवारी November 08 2022 16677

कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ने 6 महीने की बच्‍ची का कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया है।बता दें कि यह

राष्ट्रीय

सोलन जिला लंपी वायरस से हुआ मुक्त

विशेष संवाददाता January 31 2023 25021

सोलन जिले में भी अगस्त माह में लंपी वायरस का मामला सामने आया था, लेकिन अब हिमाचल का सोलन जिला लंपी फ

अंतर्राष्ट्रीय

स्पर्म डोनर निकला 60 बच्चों का पिता दिखने में सभी लगभग एक जैसे

हे.जा.स. February 22 2023 18746

ऑस्ट्रेलिया का एक स्पर्म डोनर फर्जी नामों से स्पर्म डोनेट कर 60 बच्चों का पिता बन गया। इसका खुलासा त

उत्तर प्रदेश

फार्मासिस्ट के रजिस्ट्रेशन के लिए नियम लागू करने वाला पहला राज्य बना राजस्थान

जीतेंद्र कुमार November 01 2022 32869

राजस्थान में अब अन्य राज्यों के मुक़ाबले सबसे तेज फार्मासिस्ट का रजिस्ट्रेशन होगा। फार्मासिस्टों के

उत्तर प्रदेश

स्क्रब टाइफस का खतरा, सरकारी अस्पतालों में नहीं है जांच की सुविधा

आरती तिवारी September 03 2023 18426

शहर के सरकारी में स्क्रब टाइफस की जांच की सुविधा ही नहीं है। जबकि स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस साल

व्यापार

कैडिला हेल्थकेयर के शुद्ध लाभ में 41% की वृद्धि राजस्व 527 करोड़ रुपये बढा।

हे.जा.स. February 06 2021 28565

कंपनी ने दवा व्यवसाय में 21%, उपभोक्ता कल्याण व्यवसाय में  16% और वेटनरी दवाओं के व्यवसाय में 17% की

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश: 67 ज़िले कोरोना शून्य, 8 ज़िलों में संक्रमण के 13 नए मामले।

हुज़ैफ़ा अबरार October 27 2021 18769

67 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं पाया गया। केवल आठ जिलों में कुल 13 संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अव

राष्ट्रीय

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने देश भर के डॉक्‍टरों के साथ की बैठक 

एस. के. राणा December 27 2022 22453

डॉ मांडविया ने डॉक्टरों और आईएमए के सदस्यों से कोविड 19 के बारे में प्रामाणिक जानकारी का प्रसार जार

राष्ट्रीय

सुप्रीम कोर्ट ने सरस्वती मेडिकल कॉलेज पर नियमों की अनदेखी कर दाखिला करने पर लगाया पांच करोड़ का जुर्माना।

हे.जा.स. February 25 2021 16966

जुर्माने की रकम का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश में मेडिकल कॉलेज में दाखिले के इच्छुक जरूरतमंद छात्रों को व

Login Panel