देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

हाथों में झुनझुनी, कार्पल टनल सिंड्रोम हो सकता है: डॉ. हुमन प्रसाद

जब किसी कारणवश यह मीडियन नर्व इस कार्पल टनल में दबने लगती है तो हाथ में दर्द, झुनझुनी या कमजोरी (खासकर अंगूठे की)। इस सिंड्रोम की तकलीफें कुछ काम करने के बाद और रात के समय ज्यादा बढ़ जाती हैं। धीरे-धीरे तकलीफ अधिक बढ़ जाने पर हाथ से कुछ भी कर पाना या सोना मुश्किल होने लगता हैं।

लेख विभाग
April 03 2022 Updated: April 03 2022 23:01
0 27308
हाथों में झुनझुनी, कार्पल टनल सिंड्रोम हो सकता है: डॉ. हुमन प्रसाद प्रतीकात्मक

लंबे समय से किसी एक स्थिति में बैठने या काम करने पर हाथ-पैर में झुनझुनी होना आम बात है लेकिन यहीं झुनझुनी अगर लंबे समय तक बनी रहे या बिना किसी कारण के होने लगे तो चिंता का विषय हो सकता है। वैसे तो इस तरह की झुनझुनी (tingling) के कई कारण हो सकते है लेकिन कार्पल टनल सिंड्रोम हाथ की झुनझुनी का एक आम कारण है जो शुरूआती स्टेज में ईलाज से आसानी से ठीक हो सकता हैं। 

आइए जानते हैं कार्पल टनल सिंड्रोम के बारें में - Know about Carpal Tunnel Syndrome
हमारी दोनों कलाइयों में एक छोटी सुरंग सी होती है जिसे कार्पल टनल कहा जाता हैं यह टनल कुछ छोटी-छोटी हड्डियों और फ्लेक्सर रेटिनाकलम (flexor retinacalum) नामक संरचना से मिलकर बनता है। इस संरचना से कई अन्य नसों के साथ एक महत्वपूर्ण नस गुजरती है जिसे मीडियन नर्व (median nerve) कहा जाता है। यह नस हमारे अगूंठे के पास की दो उंगलियों और अनामिका उंगली (ring finger) के आधे हिस्से से संदेश मस्तिष्क तक ले जाने में मदद करती है। जब किसी कारणवश यह मीडियन नर्व इस कार्पल टनल में दबने लगती है तो इसके लक्षण आने लगते हैं जैसे हाथ में दर्द, झुनझुनी या कमजोरी (खासकर अंगूठे की)। इस सिंड्रोम की तकलीफें कुछ काम करने के बाद और रात के समय  ज्यादा बढ़ जाती हैं। धीरे-धीरे तकलीफ अधिक बढ़ जाने पर हाथ से कुछ भी कर पाना या सोना मुश्किल होने लगता हैं।

कारण - Reason
1) ऐसे कार्य जिसमें कलाई का इस्तेमाल ज्यादा होता हैं। अगर थोड़ा गौर करें तो मालूम पड़ेगा कि किस काम में कलाई का अधिक उपयोग हो रहा हैं। जैसे अधिक बाइक चलाना, कम्प्यूटर पर की-बोर्ड का अधिक उपयोग, व्यावसायिक रूप से हैण्ड मेड चॉकलेट को रैपर में लपेटना आदि।
2) हाइपोथायरॉडिजम - Hypothyroidism 
3) डायबिटिज - Diabetes
4) आर्थराइटिस - Arthritis
5) मोटापा - Obesity
6) गर्भावस्था - Pregnancy
7) एक्रोमिगेली - Acromegaly

इनमें से पहले तीन कारण कार्पल टनल सिंड्रोम के लिए ज्यादा जिम्मेदार होते हैं।

निदान - Diagnosis
अधिकांश मामलों में लक्षणों के- आधार पर इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है। टिनल साइन (tinel sign) और फालेन साइन (fallen sign) अगर मरीज में पॉजिटिव हों तो डायग्नोसिस की पुष्टि हो जाती हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण टेस्ट होता है- नर्व कंडक्शन स्टडी (nerve conduction study) जिससे न केवल इस सिंड्रोम के होने का पता चलता है बल्कि उसकी तीव्रता का भी पता चल जाता है।

उपचार - treatment
1) हल्के और मध्यम स्टेज के सिंड्रोम में डॉक्टर आपको पहनने के लिए हाथ और कलाई में एक स्प्लीन्ट (splint) देते हैं जिसे कम से कम रात में पहनना जरूरी है। इसके अलावा डाक्टर आपको तुरंत आराम के लिए कुछ दवाइयाँ देते हैं और कुछ व्यायाम बताते है और जिस काम की वजह से यह समस्या पैदा हुई है उससे बचने की सलाह देते हैं। अगर आपको थायराइड या डायबिटिज की समस्या है तो उसका भी सही उपचार करना बेहद जरूरी है ताकि आपको स्थायी आराम मिल सके।
2) हल्के और मध्यम दर्जे के कुछ मरीज सामान्य दवाइयों और स्प्लीन्ट से ठीक नही हो पाते हैं ऐसे मरीजों को स्टीरॉइड का इंजेक्शन दिया जा सकता है जिससे अधिकांश मरीजों को फायदा हो जाता है। यदि इसके बावजूद लाभ ना हो तो सर्जरी भी की जा सकती है।
3) अगर कार्पल टनल सिंड्रोम बहुत अधिक बढ़ गया हो तो कुछ मामलों में सीधे ही सर्जरी की आवश्यकता होती है अन्यथा अंगूठे में स्थायी कमजोरी आ सकती है।
इसलिए जब भी इस बीमारी से संबंधित लक्षण आप में दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। यदि आप शुरूआत में ही उपचार करा लेते हैं तो सर्जरी और भयंकर तकलीफों से आप बच सकते हैं।

लेखक - डॉ. हुमन प्रसाद सिन्हा, कंसल्टेंट – न्यूरोलोजिस्ट, एनएच एमएमआइ नारायण सुपरस्पैशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

एमपी के इस सरकारी अस्पताल में दवाइयों की किल्लत

हे.जा.स. May 13 2023 18369

मध्य प्रदेश के महाराज यशवंतराव अस्पताल में दवाइयों की कमी हो गई है। मरीजों के अस्पतालों से मिलने वाल

उत्तर प्रदेश

दिव्यांगजनों हेतु वृहद कोविड टीकाकरण अभियान।

रंजीव ठाकुर June 30 2021 11603

कोविड टीकाकरण में दिव्यांगजनों को होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने अपने केंद्र पर ही टी

राष्ट्रीय

ल्यूपिन को यूएसएफडीए से चेतावनी पत्र मिला।

एस. के. राणा June 14 2021 20037

ल्यूपिन यूएसएफडीए द्वारा उठाई गई चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है और इन मुद्दों को जल्द से जल

राष्ट्रीय

आशियाना के तुलसी पार्क में बच्‍चों को द‍िया जाता है प्रकृत‍ि का ज्ञान।

हे.जा.स. January 01 2021 11943

घर-घर तुलसी का अभियान भी चलाया जा रहा है। पार्क को तुलसी और औषधीय पार्क का स्वरूप दिया जा रहा है। 

उत्तर प्रदेश

राजधानी लखनऊ में डेंगू का कहर

आरती तिवारी November 09 2022 19115

लखनऊ में डेंगू का प्रकोप जारी है। बीते दिन 41 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के

उत्तर प्रदेश

यूपी में आयुर्वेद चिकित्साधिकारी के पदों पर ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया शुरू, देखे अंतिम तिथि

रंजीव ठाकुर August 06 2022 12658

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने उत्तर प्रदेश आयुष विभाग के तहत चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद)

अंतर्राष्ट्रीय

अंटार्कटिका पहुंचा कोरोना वायरस 45 वैज्ञानिक और 24 सैन्यकर्मी संक्रमित

हे.जा.स. January 22 2022 13321

अंटार्कटिका के अर्जेंटीनियाई शोध केंद्र में 45 वैज्ञानिकों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है जबकि यहा

उत्तर प्रदेश

एरा के डॉक्टरों ने हृदय की जटिल सर्जरी कर बचाई जान।

हुज़ैफ़ा अबरार July 18 2021 15435

पांच जुलाई को मरीज का ऑपरेशन किया गया। पांच घंटे तक चले इस ऑपरेशन में मरीज का एक वाल्व बदला गया और ब

उत्तर प्रदेश

सेंट्रल टीबी डिवीजन टीम ने लखनऊ में परखी सुविधाएं, जाना मरीजों का हालचाल

रंजीव ठाकुर August 24 2022 17265

देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोगमुक्त बनाने को लेकर सरकार बेहद गंभीर है और उसके लिए हर स्तर पर हरसम्भव प

राष्ट्रीय

कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट

अखण्ड प्रताप सिंह April 06 2023 12918

कोरोना को लेकर सरकार अलर्ट मोड में नजर आ रही है। वहीं दिल्लीन के 4 सबसे बड़े अस्पतालों में भी तैयारी

Login Panel