देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हुईं महिलाएं

हाल में जारी एनएफएचएस-5 के आंकड़े इस बात का पुख्ता प्रमाण हैं कि प्रजनन, पोषण, मातृ-शिशु एवं बाल विकास को लेकर उनकी स्थिति में सुधार हुआ है। बाल विवाह की दर में गिरावट को भी महिला स्वास्थ्य के लिहाज से अहम माना जा रहा है। 

हुज़ैफ़ा अबरार
May 30 2022 Updated: May 30 2022 22:59
0 35430
प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हुईं महिलाएं प्रतीकात्मक चित्र

लखनऊ। प्रदेश की महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर हो रही हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के ताजा आंकड़ों में यह परिवर्तन दिखाई भी दे रहा है। इस परिवर्तन के पीछे प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही कई स्वास्थ्य योजनाओं ने भी अहम किरदार निभाया है। जरूरत है इस मोमेंटम को बनाए रखने की और अगर ऐसा हुआ तो आने वाले दिनों में महिलाओं के स्वास्थ्य (health of women) में मूलभूत परिवर्तन देखने को मिलेगा।

हाल में जारी एनएफएचएस-5 (NFHS-5) के आंकड़े इस बात का पुख्ता प्रमाण हैं कि प्रजनन (fertility), पोषण (nutrition), मातृ-शिशु एवं बाल विकास को लेकर उनकी स्थिति में सुधार हुआ है। बाल विवाह (child marriage) की दर में गिरावट को भी महिला स्वास्थ्य के लिहाज से अहम माना जा रहा है। 

प्रदेश सरकार ने प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RCH) के तहत कई योजनाएं चलाईं जिसका असर देखने को मिला है। जननी सुरक्षा योजना (JSY) और राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) प्रसूताओं और किशोरों के लिए वरदान साबित हुए हैं। सुरक्षित मातृत्‍व आश्‍वासन (सुमन) पहल को गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू किया गया ताकि उन्‍हें सम्‍माजनक और गुणवत्‍तापूर्ण नि:शुल्‍क स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं प्रदान की जाएं और इसमें किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती जाए। इस योजना में मातृत्‍व और नवजात शिशु संबंधी वर्तमान योजनाओं को शामिल किया गया है।

बाल विवाह में आई कमी - Decline in child marriage

बाल विवाह कम होने से कम उम्र में मां बनने वाली महिलाओं की संख्या में भी गिरावट आई है। एनएफएचएस-4 और एनएफएचएस-5 के आंकड़ों में तुलनात्मक अध्ययन करने से पता चलता है कि वर्ष 2015-16 में 15 से 19 वर्ष आयु की 3.8 फीसदी महिलाएं या तो मां बन जाती थीं या फिर गर्भवती हो जाती थीं लेकिन वर्ष 2020-21 में इसी आयु वर्ग की महिलाओं के संबंध में यह आंकड़ा घटकर 2.9 प्रतिशत रह गया है। क्वीन मेरी अस्पताल की प्रोफेसर डॉ. सुजाता देव के मुताबिक कम उम्र में गर्भधारण लड़की के लिए शारीरिक या मानसिक तौर पर सही नहीं होता है। इसलिए कम उम्र में गर्भावस्था की स्थिति को खारिज किया जाना चाहिए। कम उम्र में गर्भधारण करने से प्रजनन तंत्र को भी नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। 

किशोरी के गर्भधारण (pregnancy of a teenager) के साथ ही उसे डायबिटीज समेत कई अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कम उम्र में मां बनने पर बच्चे के प्रीमेच्योर होने की आंशका बढ़ जाती है। इसके साथ ही बच्चे का वजन भी कम हो जाता है और बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास भी प्रभावित हो सकता है। कम उम्र में मां बनने से करियर ग्रोथ पर भी असर पड़ता है जिसके चलते मां तनाव में आ सकती है। प्रसव के दौरान होने वाली पीड़ाएं स्थाई रह सकती हैं। किसी भी प्रकार का संक्रमण हो सकता है या गर्भाशय के फटने की आशंका भी हो सकती है। 

एनिमिया को लेकर आई सजगता - Awareness about anemia

बीते पांच साल में एनीमिया यानि खून की कमी की गंभीरता को भी महिलाओं ने समझा है। एनएफएचएस-4 के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2015-16 में 15 से 49 साल आयु वर्ग की 51 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं खून की कमी से जूझ रहीं थीं जो वर्ष 2020-21 में घटकर 45.9 फीसदी रह गईं। 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग में गर्भावस्था के दौरान 180 दिन आयरन फालिक एसिड खाने वाली महिलाओं का प्रतिशत भी बढ़ा है। वर्ष 2015-16 में ऐसी महिलाएं 14 फीसद थीं जो वर्ष 2019-21 में बढ़कर 26 प्रतिशत हो गईं।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

केंद्र सरकार देशभर में 100 फूड स्ट्रीट स्थापित करेगा, मंडाविया ने की समीक्षा

एस. के. राणा May 04 2023 21940

मनसुख मांडविया ने स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियो

उत्तर प्रदेश

लोहिया संस्थान ने वर्ष 2016 की भर्ती प्रक्रिया को किया रद्द।

हे.जा.स. March 17 2021 17528

लोहिया संस्थान में वर्ष 2016 में 456 गैर शैक्षणिक पदों की मंजूरी मिली थी। इनमें कंप्यूटर आपरेटर, टेक

उत्तर प्रदेश

जानकीपुरम ट्रामा सेंटर को मिलेंगे विशेषज्ञ डॉक्टर

आरती तिवारी July 18 2023 25086

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक, ट्रामा सेंटर में 24 घंटे एंबुलेंस समेत ICU और वेंटिलेटर की सुविधा

राष्ट्रीय

आईआईटी मंडी के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को संक्रामक बनाने वाली संरचना पहचानी

विशेष संवाददाता April 06 2022 25967

माना जा रहा है कि इस शोध से भविष्य में कोरोना के खात्मे को अधिक कारगर दवा बनाने में मदद मिलेगी। इस श

उत्तर प्रदेश

आई फ्लू से घबराएं नहीं, सतर्क रहें: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

आरती तिवारी July 30 2023 29415

प्रदेश में बढ़ रहे आई फ्लू को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लोगों से पैनिक ना होने की अपील की है।

सौंदर्य

योग से पैरों को बनाएं सुंदर और सुडौल।

सौंदर्या राय September 25 2021 23971

आजकल महिलाओं में पैरों को सुन्दर बनाने का प्रचलन बढ़ा है। पैरों को स्वस्थ्य, सुन्दर और सुडौल बनाने के

इंटरव्यू

आर्थोपेडिक विभाग में आएं नए बदलाव मरीजों के लिए लाभदायक- डॉ नाजिम।

रंजीव ठाकुर February 03 2021 25648

राजधानी स्थित बलरामपुर अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ जमशेद अली नाजिम ने हेल्थ जागरण को शुभकामनाएं द

राष्ट्रीय

नालंदा के सदर अस्पताल में गायब मिले डॉक्टर

आरती तिवारी July 01 2023 24198

बिहार शरीफ सदर अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर ड्यूटी से गायब मिले जिसकी वजह से मरीजों को इलाज

राष्ट्रीय

झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज ने ली मासूम बच्ची की जान

जीतेंद्र कुमार October 27 2022 15637

लक्ष्मी पुत्री लाभूराम निवासी जाखड़ों की ढाणी (सनावड़ा) को बीते तीन दिन से बुखार आ रहा था। मंगलवार को

राष्ट्रीय

जानिए क्या है देश में कोरोना की स्थिति ?

एस. के. राणा April 18 2023 18398

पिछले 24 घंटे में आए 7 हजार 633 नए मामले मिले हैं। बीते दिन 11 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है। देश म

Login Panel