नयी दिल्ली। ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम (Australia research team ) ने चीन में मौत की सज़ा पाए कैदियों के बारे में एक दिल-दहला देने वाली रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार सैकड़ों की संख्या में सर्जन्स और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों पर मौत की सजा पाए कैदियों (death row prisoners) के दिल और अहम अंग निकालने और उन्हें मरता छोड़ने के आरोप लगे हैं। डॉक्टर यह काम कैदी को सजा दिए जाने से पहले ही कर लेते थे। यानी गोली मारने, फांसी या मौत के इंजेक्शन दिए जाने से पहले ही जेल में कैदी की मौत हो चुकी होती थी।
कहां से हुआ चीन में इस गोरखधंधे का खुलासा?
अमेरिकन जर्नल ऑफ ट्रांसप्लांटेशन (American Journal of Transplantation) में छपी ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी (Australian National University ) की रिसर्च में इशारा किया गया है कि यह हरकत चीन के सर्जन्स की ओर से ही की गई है। यूनिवर्सिटी ने अपनी रिसर्च के लिए चीन के वैज्ञानिक जर्नल्स की 2838 रिपोर्ट्स की समीक्षा की। इसमें 71 केस स्पष्ट तौर पर ऐसे सामने आए, जहां कैदी को सजा दिए जाने से पहले ही उसके दिल या फेफड़े निकाल लिए गए और उनके ब्रेन डेड होने से पहले ही वे मौत की कगार पर पहुंच गए।
जिन 71 केसों का इस रिसर्च में जिक्र किया गया है, वे 1980 से लेकर 2015 के बीच में सामने आए। गौरतलब है कि यही वह समय था, जब चीन ने मौत की सजा पाए कैदियों के अंग निकालने को आधिकारिक तौर पर बैन कर दिया था। इससे पहले तक माना जाता था कि चीन में होने वाले अधिकतर ऑर्गन ट्रांसप्लांट सजा पा चुके कैदियों के अंगों के जरिए ही होता था। चीनी जेलों में इस दौरान जरूरत के मुताबिक कैदियों के मरने के बाद उनके अंगों को निकाला जा सकता था।
क्या हैं ऑर्गन ट्रांसप्लांट की अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइंस?
दुनियाभर में ऑर्गन ट्रांसप्लांट (organ transplant) को कानूनी वैधता तभी मिलती है, जब इसके लिए पहले से अंग दान करने वाले व्यक्ति की संस्तुति ले ली जाती है। नियमों के अनुसार किसी व्यक्ति के शरीर से अंग लेने का यह काम सिर्फ उसकी मौत के बाद ही किया जा सकता है और लिए गए अंगों की पूरी जानकारी व्यक्ति के परिजनों को सौंपना जरूरी है।
स्टडी को पब्लिश करने वाले रिसर्चरों का क्या कहना है?
इस स्टडी में शामिल रहे पीएचडी रिसर्चर मैथ्यू रॉबर्टसन (Matthew Robertson) के मुताबिक, चीनी सर्जन्स ने फायरिंग स्कवॉड या इंजेक्शन के जरिए मारे जाने वाले कैदियों का फायदा उठाने के लिए पहले ही उनके अहम अंगों को निकालने का काम किया, जिससे उनकी मौत सजा मिलने से पहले ही निश्चित हो जाती थी। यानी सजा देने वाले अब सरकारी संस्थांओं से जुड़े अफसरों की जगह सीधे डॉक्टर हो गए थे। और लोगों को मारने का तरीका और भी भयावह था- सीधा उनका दिल निकाल लेना।
सौंदर्या राय May 06 2023 0 73470
सौंदर्या राय March 09 2023 0 78641
सौंदर्या राय March 03 2023 0 76662
admin January 04 2023 0 76491
सौंदर्या राय December 27 2022 0 67539
सौंदर्या राय December 08 2022 0 56887
आयशा खातून December 05 2022 0 108336
लेख विभाग November 15 2022 0 80587
श्वेता सिंह November 10 2022 0 85749
श्वेता सिंह November 07 2022 0 78578
लेख विभाग October 23 2022 0 63692
लेख विभाग October 24 2022 0 64799
लेख विभाग October 22 2022 0 71409
श्वेता सिंह October 15 2022 0 78129
श्वेता सिंह October 16 2022 0 73802
आयुष मंत्री ने इस अवसर पर गार्जियन रिंग की घोषणा की, जिसके तहत 21 जून को दुनिया भर में हो रहे योग सम
विटामिन सी के कारण ही खून में व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ती है जिससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है। हम
जानकीपुरम और आसपास रहने वाले लाखों लोगों के लिए राहत की खबर है। जानकीपुरम विस्तार सेक्टर तीन में बने
देश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 49 लाख 18 हजार 628 हो गई है। जबकि ठीक होने वाल
आयुर्वेद के मुताबिक अगर हम गलत फूड के साथ दूध का सेवन करते हैं तो ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हान
अपर आयुक्त अरुण कुमार ने फोर्टिफाइड चावल को लेकर भ्रांतियों का भी निराकरण किया। 'प्लास्टिक चावल' जैस
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को मेडिकल स्टोर का निरीक्षण कर उनके स्टाक, दवाइयां, मास्क, सैनिटाइज
इसका मुख्य उद्देश्य पीजी के इन छात्रों को जिला स्वास्थ्य प्रणाली से रूबरू कराना और जिला अस्पताल में
बालों का झड़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया हो सकती है। लेकिन बालों का जरूरत से ज्यादा झरना चिंता का विषय
रविवार को लोकबंधु अस्पताल में पीएम मोदी के जन्मदिन पर आयोजित सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत नि:शुल्क स्वास्
COMMENTS