न्यूयॉर्क। दुनिया भर में हर साल लगभग 12.1 करोड़ गर्भधारण अनचाहे होते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है, जिसे संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ने एक ‘‘एक उपेक्षित संकट’’ बताया है।
‘स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन’ (State of World Population) की वार्षिक रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई, जिसमें संयुक्त राष्ट्र (UNO) जनसंख्या कोष ने बताया कि 60 प्रतिशत से अधिक अनचाहे गर्भधारण (unwanted pregnancies) का परिणाम गर्भपात के रूप में सामने आता है। इनमें से अनुमानित 45 प्रतिशत गर्भपात (abortions) असुरक्षित होते हैं, जिससे 5 से 13 प्रतिशत माताओं की मौत हो जाती है।
संयुक्त राष्ट्र (UNO) जनसंख्या कोष की कार्यकारी निदेशक डॉ. नतालिया कनेम ने कहा कि यह रिपोर्ट एक खतरे की घंटी की तरह है। उन्होंने कहा, ‘‘ महिलाओं के पास गर्भवती (pregnant) होने या नहीं होने से जुड़ा कोई विकल्प ही नहीं है, क्योंकि अनचाहे गर्भधारण के चौंका देने वाले यह आंकड़े महिलाओं और लड़कियों के बुनियादी मानवाधिकारों (human rights) को बनाए रखने में दुनिया की विफलता को दर्शाते हैं।’’
रिपोर्ट के अनुसार, 1990 से 2019 के बीच अनचाहे गर्भधारण की दर में प्रत्येक 1,000 महिलाओं पर 79 से 64 तक की गिरावट आई है और यह कुछ राहत देने वाली बात है। इनमें 15 से 49 वर्ष की आयुवर्ग की महिलाएं शामिल हैं। हालांकि, इस तथ्य पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है कि जनसंख्या बढ़ने के कारण 30 साल की अवधि में अनचाहे गर्भधारण का अनुभव करने वाली महिलाओं की कुल संख्या में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में अनुमानित 25.7 करोड़ महिलाएं जो गर्भवती नहीं होना चाहतीं, वे गर्भनिरोधक (contraception) के सुरक्षित तथा आधुनिक तरीकों का उपयोग नहीं कर रही हैं। 47 देशों में यौन संबंध बनाने वाली लगभग 40 प्रतिशत महिलाएं गर्भनिरोधक तरीकों का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष 64 देशों में 23 प्रतिशत महिलाएं यौन संबंध बनाने के लिए ना कहने में असमर्थ थीं, 24 प्रतिशत महिलाएं अपनी स्वास्थ्य देखभाल के बारे में निर्णय लेने में असमर्थ थीं और 8 प्रतिशत महिलाएं गर्भनिरोधक के बारे में निर्णय लेने में असमर्थ थीं।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ इसका मतलब है कि केवल 57 प्रतिशत महिलाएं ही यौन संबंध बनाने और गर्भधारण करने संबंधी निर्णय लेने में सक्षम थीं।’’
रिपोर्ट में कहा गया कि ब्रिटिश पत्रिका ‘द लैंसेट’ (The Lancet) में 2020 में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, ‘‘ 2015 से 2019 के बीच हर साल लगभग 12.1 करोड़ गर्भधारण अनचाहे थे।’’
एस. के. राणा March 07 2025 0 51726
एस. के. राणा March 06 2025 0 51504
एस. के. राणा March 08 2025 0 49506
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 42624
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 34743
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 33744
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 32634
सौंदर्या राय May 06 2023 0 84903
सौंदर्या राय March 09 2023 0 89297
सौंदर्या राय March 03 2023 0 89649
admin January 04 2023 0 90255
सौंदर्या राय December 27 2022 0 79416
सौंदर्या राय December 08 2022 0 68875
आयशा खातून December 05 2022 0 122877
लेख विभाग November 15 2022 0 92908
श्वेता सिंह November 10 2022 0 113055
श्वेता सिंह November 07 2022 0 91121
लेख विभाग October 23 2022 0 76124
लेख विभाग October 24 2022 0 78341
लेख विभाग October 22 2022 0 85395
श्वेता सिंह October 15 2022 0 91227
श्वेता सिंह October 16 2022 0 85679
देश में अब H3N2 इन्फ्लूएंजा संक्रमण ने दस्तक दे दी है। वहीं ये वायरस जानलेवा होता जा है। हरियाणा और
लखनऊ विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्युटिकल साइंसेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आइआइटी क
मध्य प्रदेश में बीमा चिकित्सा अधिकारी के पदों पर भर्ती निकली है। भर्ती के लिए जरुरी सभी जानकारियां आ
धूम्रपान, हाई ब्लड प्रेशर और कुछ दवाएं जैसे एस्ट्रोजन खून के जमने की जोखिम को कई गुना बढ़ा देते हैं।
एक नई स्टडी में मलेरिया रोगियों में मुख्य रूप से फेफड़े, आंतों के म्यूकस (श्लेष्म) झिल्ली में संक्रम
कोरोना टीकाकरण को लेकर दिल्ली के किशोरों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। महज 20 दिन में ही 75
प्रदेश भर के सात सौ से अधिक चिकित्सक जुटेंगे। इस अधिवेशन में चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे बदलावों
यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार, क़ानूनी रूप से बाध्यकारी मानवाधिकार सन्धियों, विधिशास्त्र और अन्तरर
कोविन ऐप पर 15 से 18 साल, 18 साल से ऊपर का स्लाट तो दिख रहा है लेकिन 12 से 14 साल के बच्चों वाला स्ल
यूनाइटेड नेशन पॉपूलेशन फंड की साल 2022 की रिपोर्ट बताती है कि भारत में 67% अबॉर्शन असुरक्षित तरीके स
COMMENTS