लखनऊ। अगर आपने दुनिया में तबाही मचा रहे कोविड-19 वायरस से लड़ाई लड़ी है और इससे उबर चुके हैं, तो आप किसी योद्धा से कम नहीं हैं। ऋतिका समद्दार रीजनल हेड - डाइअटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर दिल्ली ने बताया अपनी दिनचर्या में कुछ बदलावों को शामिल करके आप स्वास्थ्य लाभ की प्रक्रिया तेज कर सकते हैं।
आप अगर रोजाना मुट्ठी भर बादाम खाते हैं तो आप बीमारी से बचे रह सकते हैं। खोई हुई मांसपेशियों को वापस पाने के लिए प्रोटीन का सेवन बढ़ाएँ प्रोटीन सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है जो कोशिका वृद्धि और मांसपेशियों के पुनर्जनन में मदद करता है। इस प्रतिरक्षा को फिर से भरने के लिए रोग की गंभीरता के अनुसार प्रतिदिन लगभग 75 -100 ग्राम उच्च प्रोटीन युक्त आहार की सिफारिश की जाती है। दाल, दूध और दुग्ध उत्पाद, चर्बीरहित मांस, चिकन और मछली जैसे खाद्य पदार्थ प्रोटीन से भरपूर होते हैं। दाल और दूध प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। आप अंडे और पनीर को भी अपने आहार में शामिल करें। आप इन्हें नाश्ते में खा सकते हैं या फिर दोपहर के भोजन में सब्जी के रूप में ले सकते हैं। बादाम जैसे नट्स को अपने डाइट प्लान में शामिल करने का भी यह एक अच्छा समय है। बादाम में विटामिन ई काफी मात्रा में होता है जो फेफड़े की प्रतिरक्षा प्रणाली की मदद करने के लिए एंटीऑक्सिडेंट का काम करता है। विटामिन ई को वायरस और बैक्टीरिया से होनेवाले संक्रमण से सुरक्षा देने के लिए भी जाना जाता है।
अधिक हाइड्रेट रहें अपने शरीर को तरल पदार्थों से जलयोजित करना चाहिए। किसी भी प्रकार की बीमारी से उबरने के लिए अनिवार्य रूप से पानी पीना सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। बीमारी और स्वास्थ्यलाभ के दौरान बेहतर जलयोजन के लिए पानी के अलावा सूप, नारियल पानी, ताजा नींबू पानी, शेक आदि जैसे तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने की सिफारिश की जाती है।विटामिन सी और जिंक की अपनी दैनिक खुराक लेने के लिए आप भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ और बादाम का सेवन करके भी अपनी प्रतिरक्षा बढ़ा सकते हैं। बादाम अस्वास्थ्यकर स्नैक्स का एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इनमें तृप्त करने वाले गुण होते हैं जो एक व्यक्ति को भोजन के बीच में भरा रखने में मदद करते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स द्वारा हाल ही में किए गए एक शोध में यह स्थापित हुआ है कि कैसे बादाम खाने से अन्य उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने की अचेतन इच्छा दब जाती है। बादाम ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर कम होते हैं और इसमें भूख से लड़ने वाले प्रोटीन, फाइबर, अच्छे वसा और विटामिन ई, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों जैसे शक्तिशाली पोषक तत्व होते हैं। अन्य स्वास्थ्यप्रद स्नैक्स में स्प्राउट्स, ताजे फल, उबला हुआ मक्का आदि शामिल हैं। जटिलताओं से बचने के लिए अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करेंकोविड-19 के उपचार के तरीकों में से एक है स्टेरॉयड का इस्तेमाल। इसके इस्तेमाल से हाइपरग्लाइसेमिया होता है और इससे संक्रमण के अनियंत्रित होने पर कोविड के बाद की जटिलतायें भी पैदा हो सकती हैं। इसलिए कोविड के इलाज के दौरान और ठीक होने के बाद ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है। रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए आहार और जीवन शैली में संशोधन बहुत महत्वपूर्ण है।इन शुगर लेवल को घर के भीतर व्यायाम चर्या और योग की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है। अपने आहार में पालक और कैल (एक प्रकार की गोभी) जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करने की जरूरत है
सौंदर्या राय May 06 2023 0 73470
सौंदर्या राय March 09 2023 0 78641
सौंदर्या राय March 03 2023 0 76662
admin January 04 2023 0 76491
सौंदर्या राय December 27 2022 0 67539
सौंदर्या राय December 08 2022 0 56887
आयशा खातून December 05 2022 0 108336
लेख विभाग November 15 2022 0 80587
श्वेता सिंह November 10 2022 0 85749
श्वेता सिंह November 07 2022 0 78578
लेख विभाग October 23 2022 0 63692
लेख विभाग October 24 2022 0 64799
लेख विभाग October 22 2022 0 71409
श्वेता सिंह October 15 2022 0 78129
श्वेता सिंह October 16 2022 0 73802
सड़क दुर्घटना या गिरने से हर साल कम से कम दस लाख भारतीयों के जीवन को बचाने में मदद करने के उद्देश्य स
जनवरी से अब तक 405 लोग डेंगू की जद में आ चुके हैं। सबसे ज्यादा सितंबर में 313 लोगों में डेंगू की पुष
रकाश नेत्र केंद्र लखनऊ के चिकित्सा निदेशक और मुख्य विट्रोरेटिनल सलाहकार डॉ शोभित चावला ने कहा डायबिट
मिर्गी रोगी के साथ समाज और परिवार के सहयोग की जरूरत होती है। ऐसा माहौल विकसित करना चाहिए कि उसका मन
आपात प्रयोग सूची में शामिल किये जाने की स्वीकृति दी है: कोवोवैक्स, मॉडर्ना, फ़ाइज़र, जैनसन, ऐस्ट्राज
कतरास धर्मशाला में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में बड़ी दूर-दूर से लोग आए जिनकी फ्री में जांच की गई।
मोहम्मद आरिफ ने दावा किया कि 2 बच्चों की मौत के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि गोठ में हुई मौतों के का
भारत बायोटेक द्वारा देश में ही विकसित पहले इंट्रानेसल कोविड-19 टीके ‘इनकोवैक’ को 26 जनवरी से लोगों क
प्रदेश में अब तक कोरोना से संक्रमित हुए मरीज़ों की संख्या 13,14,423 है, जिसमें कुल मृतक 9645 और वर्त
मंत्रालय ने कहा कि अब तक सभी संसाधनों के जरिए राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को टीके की 37.07 करो
COMMENTS