देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

अंतर्राष्ट्रीय

भ्रामक मार्केटिंग के ज़रिये फ़ॉर्मूला दुग्ध पदाथों की बिक्री से घट रही हैं स्तनपान की प्रवृति, ऐसे विज्ञापनों पर विराम लगाना होगा: डब्ल्यूएचओ 

विश्व स्वास्थ्य संगठन में पोषण और खाद्य सुरक्षा विभाग में निदेशक ने कहा कि फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थ बनाने वाली कम्पनियाँ, अपनी बिक्री बढ़ाने के लिये अब पहले से कहीं अधिक प्रभावी और छलपूर्ण मार्केटिंग तकनीकें अपना रही हैं, जो किसी भी तरह से सही नहीं है और इसे रोका जाना होगा। 

हे.जा.स.
April 30 2022 Updated: April 30 2022 23:46
0 26126
भ्रामक मार्केटिंग के ज़रिये फ़ॉर्मूला दुग्ध पदाथों की बिक्री से घट रही हैं स्तनपान की प्रवृति, ऐसे विज्ञापनों पर विराम लगाना होगा: डब्ल्यूएचओ  प्रतीकात्मक चित्र

जेनेवा। शिशुओं के लिये फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थ बनाने वाली कंपनियों का वार्षिक व्यवसाय 55 अरब डॉलर मूल्य का है। बेबी फ़ॉर्मूला उद्योग में लिप्त कंपनियां ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिये अभिभावकों, विशेष रूप से माताओं को भ्रमित करके अपने व्यापार को अंजाम दे रहीं हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ऐसे शोषणकारी विज्ञापनों के ज़रिये व्यापार पर विराम लगाना होगा।  

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक नए अध्ययन में बताया है कि शिशुओं के लिये फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थ बनाने वाली कम्पनियाँ, गर्भवती महिलाओं व माताओं तक सीधी पहुँच बनाने के लिये, सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म (social media platforms) व प्रभावशाली हस्तियों को धन का भुगतान कर विज्ञापन करा रहीं हैं। इसके तहत ऑनलाइन (online) सामग्री तैयार करके प्रचारित किया जाता है। जिसको विज्ञापन के तौर पर पहचान पाना अक्सर कठिन होता है। 

रिपोर्ट के मुताबिक़ इस व्यापार में मोबाइल ऐप, वर्चुअल समर्थन समूह या ‘बेबी क्लब’, प्रसार व प्रतिस्पर्धाएँ, परामर्श फ़ोरम व सेवाओं जैसे तौर-तरीक़ों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस प्रकार के भ्रम फैलाने वाले प्रचार के कारण स्तनपान की प्रवृति (breastfeeding tendency) घट रही है और स्तन-दुग्ध विकल्पों (Breast milk alternative) की ख़रीद बढ़ रही है।  

विश्व स्वास्थ्य संगठन में पोषण और खाद्य सुरक्षा विभाग में निदेशक डॉक्टर फ़्रैन्सेस्को ब्रान्का (Dr. Francesco Branka ) ने बताया कि, “व्यावसायिक दुग्ध फ़ॉर्मूलों के प्रचार-प्रसार का दशकों पहले अन्त कर दिया जाना चाहिये था।” 

उन्होंने कहा कि फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थ बनाने वाली कम्पनियाँ, अपनी बिक्री बढ़ाने के लिये अब पहले से कहीं अधिक प्रभावी और छलपूर्ण मार्केटिंग तकनीकें (marketing techniques) अपना रही हैं, जो किसी भी तरह से सही नहीं है और इसे रोका जाना होगा। 

उस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि किस तरह दुनिया भर में माता-पिता, अभिभावक और गर्भवती महिलाएँ (pregnant women), बेबी फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थों की आक्रामक मार्केटिंग का आसान शिकार बन रहें हैं। 

शुक्रवार को जारी की गई इस श्रृंखला की दूसरी रिपोर्ट में, 40 लाख सोशल मीडिया सन्देशों का विश्लेषण किया गया है, जोकि जनवरी व जून 2021 के दौरान प्रकाशित किये गए।  

इन सन्देशों के ज़रिये लगभग ढाई अरब लोगों तक पहुँचा गया, एक करोड़ 20 लाख लोगों ने इन सन्देशों को पसन्द व साझा किया (like, share) या फिर उन पर टिप्पणी की। 

बताया गया है कि फॉर्मूला कम्पनियाँ प्रति दिन अपने सोशल मीडिया अकाउंट के ज़रिये 90 सन्देश भेजती हैं, और 22 करोड़ 90 लाख यूज़र्स तक अपनी पहुँच बनाती है। ग़ैर-व्यावसायिक अकाउंट से स्तनपान सम्बन्धी जानकारीपरक सन्देशों की तुलना में यह आँकड़ा तीन गुना अधिक है। 

विशेषज्ञों के अनुसार भ्रामक मार्केटिंग के ज़रिये स्तनपान, स्तन-दुग्ध (breast-milk) के सम्बन्ध में मिथकों को फैलाया जाता है और सफलतापूर्वक स्तनपान करा पाने की महिलाओं की क्षमता व आत्मविश्वास के प्रति सन्देह पैदा किया जाता है। 

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने शिशुओं के लिये भोजन तैयार करने वाले उद्योग से, शोषणकारी फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थों की मार्केटिंग का अन्त करने का आग्रह किया है।साथ ही देशों की सरकारों से बच्चों व परिवारों की रक्षा सुनिश्चित किये जाने का आहवान किया गया है।  

इसके तहत, ज़रूरी क़ानून बनाये जाने व उन्हें लागू करने, और फ़ॉर्मूला दुग्ध उत्पादों के सभी प्रकार के विज्ञापनों की निगरानी व उन्हें रोके जाने पर बल दिया गया है। 

रिपोर्ट के अनुसार, फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थ की वैश्विक डिजिटल मार्केटिंग (global digital marketing) से खुले तौर पर, स्तन-दुग्घ विकल्पों की मार्केटिंग पर महत्वपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय कोड का भी उल्लंघन होता है, जिसे 40 वर्ष पहले तयार किया गया था। 

इस समझौते के ज़रिये आक्रामक मार्केटिंग तौर-तरीक़ों से आम जनता व माताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है। 

संगठन ने कहा कि ये भ्रामक प्रचार डिजिटल मार्केटिंग के जरिये किये जा रहें हैं। इस कारण राष्ट्रीय निगरानी व स्वास्थ्य प्राधिकरण की नज़ से बच जातें हैं। 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

स्वास्थ्य

दिमाग की नसों में ब्लॉकेज होने पर दिखते हैं ये लक्षण

लेख विभाग April 11 2023 485384

दिमाग की नस में ब्लॉकेज होना एक बहुत ही गंभीर समस्या है। क्योंकि ऐसा होने पर दिमाग में पोषक तत्वों औ

राष्ट्रीय

डॉक्टरों को सीएम गहलोत ने दी नसीहत

जीतेंद्र कुमार February 22 2023 26987

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा को संविधान में व्यवसाय नहीं, सेवा की

उत्तर प्रदेश

एंबुलेंस का टोटा, बाइक से ही घर ले गए बच्ची के शव को परिजन

विशेष संवाददाता July 29 2023 30858

कानपुर जिले के पनकी थाना क्षेत्र के एक गांव मे करंट उतरने से बच्ची बुरी तरह झुलस गई। बच्ची को पंप के

उत्तर प्रदेश

मेडिकल कॉलेज का भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने किया निरीक्षण

विशेष संवाददाता June 09 2023 29806

अविनाश राय खन्ना ने बताया की यह मेडिकल कॉलेज का अंडर निर्माण चल रहा है। जिसको बहुत ही जल्दी जनता को

राष्ट्रीय

सिख समुदाय और उद्योग व्यापार मण्डल के सहयोग से गुरुद्वारा नानकशाही में रक्तदान शिविर का आयोजन।

February 21 2021 26403

33बार रक्तदान कर, आगे भी जीवन रक्षा का प्रण लिया व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने।

राष्ट्रीय

भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई पहली नेजल कोरोना वैक्सीन को मिली मंजूरी

विशेष संवाददाता September 07 2022 27225

भारत ने 100 करोड़ कोविड टीकाकरण करके एक रिकॉर्ड कायम किया था। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा की आपको

अंतर्राष्ट्रीय

स्कॉटलैंड में नि:शुल्क मासिक धर्म उत्पाद उपलब्ध कराना क़ानून बना

हे.जा.स. August 17 2022 27686

इस नए कानून के तहत, विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों एवं स्थानीय सरकारी निकायों के लिए य

राष्ट्रीय

कोरोना के खिलाफ पीएम मोदी ने जन आंदोलन तैयार कर दिया - डब्ल्यूएचओ

रंजीव ठाकुर February 12 2021 26276

जिस तेजी से भारत में इस बीमारी की जांच व रोकथाम की गई और नागरिकों को कोराना संबंधी नियमों का पालन कर

शिक्षा

जीएनएम  प्रथम वर्ष अंग्रेजी एवं कंप्यूटर की परीक्षा अब 22 फरवरी को होगी।

अखण्ड प्रताप सिंह January 23 2021 15946

जीएनएम  प्रथम वर्ष संस्थान द्वारा संचालित मुख्य और पूरक परीक्षा के विषय अंग्रेजी एवं कंप्यूटर की परी

सौंदर्य

गर्मी में भी दिखें खिलीखिली सी, जानिये कैसे 

सौंदर्या राय June 12 2022 25476

सुबह के समय पार्क या घर में व्यायाम करें। व्यायाम करने से आपका शरीर सुडौल बना रहता है और रक्तसंचार अ

Login Panel