लखनऊ। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर कोरोना से निजात पाने के तरह-तरह के ज्ञान परोसे जा रहे हैं, जिनमें से अधिकतर मनगढ़ंत और सच्चाई से कोसों दूर हैं । इनमें से बहुत से सुझाव व सलाह का कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है । ऐसे सुझाव व सलाह को हकीकत मानकर अपनाने वाले अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं । यह कहना है केन्द्रीय होम्योपैथिक परिषद के पूर्व सदस्य व वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. अनुरुद्ध वर्मा का ।
उनका कहना है यह वक्त इस तरह की मनगढ़ंत बातों पर से पर्दा हटाने और लोगों को सच्चाई से रू-ब-रू कराने का है । डॉ. वर्मा का कहना है कि बहुत से लोग पूछते हैं कि क्या नेबुलाइजर मशीन का उपयोग आक्सीजन सिलेंडर के स्थान पर किया जा सकता है तो ऐसे लोगों से यही कहना है कि यह पूरी तरह गलत है । इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नेबुलाइजर खून में आक्सीजन का स्तर ठीक रखने में मदद कर सकता है । इसलिए ऐसा भ्रम कतई न पालें ।
इसी तरह से लोग पूछते हैं कि “डाक्टर साहब, आपात स्थिति में घर में आक्सीजन कन्संट्रेटर का उपयोग किया जा सकता है क्या ।” ऐसे लोगों को यही सलाह दी जाती है कि आक्सीजन कन्संट्रेटर का उपयोग चेस्ट फिजिशियन या इन्टरनल मेडिसिन स्पेशलिस्ट के मार्गदर्शन में ही किया जाना चाहिए ।
इसके अलावा कुछ लोग कहते हैं कि कार्बो वेजिटेबिलिस नामक होम्योपैथिक दवा की दो-तीन बूँदें शरीर में आक्सीजन की मात्रा को पूरा कर सकतीं हैं तो उनको भी बताना चाहूँगा कि होम्योपैथिक दवा आक्सीजन का विकल्प नहीं हो सकती, इसे आक्सीजन के साथ ही लिया जा सकता है ।
ऐसे में सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत डाक्टर से सलाह लें न कि इस तरह के सुझाव व सलाह को हकीकत मानकर जान को जोखिम में डालें ।
इसी तरह से कुछ लोग पूछते हैं कि क्या चाय पीने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है और उपचाराधीन व्यक्ति जल्दी स्वस्थ हो सकता है तो इस पर भी एक चिकित्सक होने के नाते यही कहूँगा कि यह सोचना गलत है । इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि चाय पीने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है या संक्रमण के जोखिम को कम करता है ।
टीकाकरण व कोविड प्रोटोकाल के पालन से ही होगी कोरोना की विदाई :
डॉ. वर्मा का कहना है कि सही मायने में कोरोना की विदाई करना चाहते हैं तो भ्रम की सच्चाई को जानों और जल्दी से जल्दी कोविड का टीका लगवाओ । जितनी जल्दी करीब 70 फीसद लोग टीका लगवा लेंगे तभी हर्ड इम्यूनिटी विकसित होगी जो वायरस का डटकर मुकाबला कर सकेगी । इसके अलावा इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन भी बहुत जरूरी है, इसलिए बाहर निकलें तो डबल मास्क से नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढककर रखें, एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें और बार-बार साबुन-पानी से हाथों को धुलते रहें ।
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