लखनऊ। विवेकानंद पालीक्लीनिक (Vivekananda Polyclinic) द इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल को शनिवार को स्टेट हेल्थ एजेंसी उत्तर प्रदेश आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध कर लिया गया है। इस अस्पताल में 350 बिस्तरों एवं 24 घंटे सेवा सहित हृदय, नाक, कान एवं गला, अस्थमा, उदर रोग स्त्री रोग हडडी रोग, न्यूरोलाजी कैंसर सहित अन्य जटिल रोग उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
स्टेट हेल्थ एजेंसी की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह ने यह जानकारी देते हुए कहा कि समाज के हर वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी (State Health Agency) प्रतिबद्ध है। ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा (health facilities) मुहैया कराने के लिए निजी चिकित्सालयों को प्रेरित किया जा रहा है। अब तक देश में 28 से ज्यादा अस्पताल (hospitals) इस योजनान्तर्गत सूचीबद्ध हैं एवं उत्तर प्रदेश के 3200 से अधिक अस्पतालों को सूचीबद्ध कर तमिलनाडु (Tamil Nadu) एवं कर्नाटक (Karnataka) के बाद सबसे ज्यादा अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में तीसरे पायदान पर है।
वंचित परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इसलिए निजी चिकित्सालयों (private hospitals) को इस योजना के अंतर्गत आबद्ध करने के लिए दो दिसम्बर को कानपुर में कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें उन चिकित्सालयों को आमंत्रित किया गया जो अभी तक योजनान्तर्गत सूचीबद्ध नहीं हैं। लगभग 70 अस्पतालों द्वारा इस कार्यशाला में प्रतिभाग किया एवं उनमें से 37 चिकित्सालयों ने योजनान्तर्गत आबद्धता के लिए रूचि प्रकट की गई। अब तक इस योजना में 16 लाख से अधिक लाभार्थी नि:शुल्क उपचार का लाभ ले चुके हैं।
राज्य एवं केंद्र शासन इस योजना के सफलता एवं अधिक से अधिक लोगों को इसमें शामिल करने के लिए गंभीर है। इस योजना के प्रति जागरूकता के लिए प्रदेश में पिछड़े क्षेत्रो में नुक्कड़ नाटक एवं एलईडी बाइक द्वारा प्रचार-प्रसार कर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
यूपी में अब तक 2,35 करोड़ लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड (Ayushman cards) बनाया जा चुका है। ऐसे परिवारों की संख्या जिनमें कम से कम एक सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड हो ऐसे परिवार 56 प्रतिशत है। ज्यादा से ज्यादा सरकारी एवं निजी अस्पतालों की सहभागिता हो एवं प्रदेश में बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा का लाभ अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक इस योजना का लाभ पहुंचे यही इस योजना का उददेश है।
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