देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

शरीर के सम्पूर्ण विकास के लिए जरूरी है आयोडीन की सही मात्रा।

आयोडीन सूक्ष्म पोषक तत्व होता है | शरीर में थाइरॉयड हार्मोन का सही से उत्पादन करने के लिए इसकी आवश्यकता पड़ती है |

हुज़ैफ़ा अबरार
October 21 2021 Updated: October 21 2021 06:17
0 15256
शरीर के सम्पूर्ण विकास के लिए जरूरी है आयोडीन की सही मात्रा। प्रतीकात्मक

लखनऊ। विश्व आयोडीन अल्पता विकार दिवस हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है | इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बारे में जागरूक करना है कि आयोडीन मानसिक विकास, थाइरॉयड का सही तरीके से काम करने और शरीर के सम्पूर्ण विकास के लिए बहुत जरूरी है |

इंडिया आयोडिन सर्वे 2018 -19 के अनुसार – देश में 55 फीसद लोगों ने आयोडाइज्ड नमक के बारे में सुना है, जिसमें से 61.4 फीसद लोगों ने बताया कि आयोडीन का उपयोग प्राथमिक तौर पर घेंघा रोग में लाभप्रद होता है | 

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) की वरिष्ठ डायटीशियन डा.सुनीता सक्सेना बताती हैं – आयोडीन सूक्ष्म पोषक तत्व होता है | शरीर में थाइरॉयड हार्मोन का सही से उत्पादन करने के लिए इसकी आवश्यकता पड़ती है | साथ ही गर्भाशय विकास के लिए आवश्यक है। जिन महिलाओं में आयोडीन की कमी होती है उन महिलाओं में थायरॉयड की कार्य प्रणाली बाधित होती है, जिसका असर उनके प्रजनन स्वास्थ्य पर पड़ता है। आयोडीन की कमी गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क के विकास को अवरूद्ध कर देती है। आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म सबसे आम समस्याओं में से एक है। आयोडीन की कमी से बच्चों का मानसिक विकास कमजोर होता है, ऊर्जा में कमी आती है, जल्द थकान आती है। आयोडीन की कमी से गूंगा-बहरा, घेंघा रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। 

डा. सुनीता के अनुसार - आयोडीन का सबसे सामान्य स्रोत नमक है। इसके अलावा शकरकंद, प्याज, पालक, मछली,बीन्स और समुद्री मछली आदि खाद्य पदार्थों में आयोडीन होता है। इनका सेवन शरीर में आयोडीन की कमी को दूर करता है।

डा. सुनीता बताती हैं- आयोडीन की कमी से बच्चों में कई तरह की बीमारियों के होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं । इन बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि 11 माह तक के बच्चे को प्रतिदिन 50 माइक्रो ग्राम, पांच साल तक की उम्र के बच्चे को प्रतिदन 90 माइक्रो ग्राम, 6-12 साल तक के बच्चे के लिए 120 माइक्रो ग्राम और 12 साल से अधिक की आयु के लिए 150 माइक्रो ग्राम आयोडीन का सेवन करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 220 माइक्रोग्राम और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रतिदिन 290 माइक्रोग्राम आयोडीन का सेवन करना चाहिए। आयोडीन से शरीर स्वस्थ और दिमाग चुस्त बनता है, कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होती है। 
 
भारत सरकार द्वारा वर्ष 1962 में 100 फीसद केन्द्रीय सहायता प्राप्त राष्ट्रीय घेंघा नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया था | अगस्त 2020 में इसका नाम बदलकर राष्ट्रीय आयोडीन की कमी विकार नियंत्रण कार्यक्रम( एनआईडीडीसीपी) कर दिया गया | जिसमें आयोडीन की कमी से होने वाले सभी विकारों को शामिल किया गया | यह कार्यक्रम सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में लागू है |

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

ड्रग डिस्ट्रक्शन डे के मौके पर पूरे देश में नष्ट किया जाएगा नशीला पदार्थ 

विशेष संवाददाता June 07 2022 14979

'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के एक प्रतिष्ठित सप्ताह के एक भाग के रूप में मनाया जाएगा। मंत्रालय ने

राष्ट्रीय

राहत: देश के पांच बड़े महानगरों में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट

एस. के. राणा January 23 2022 14863

में बीते 24 घंटे में (11,486 मामले), मुंबई में (3,568 मामले), कोलकाता में (1375 मामले), बेंगलुरु मे

उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश

हरदोई में बढ़ा वायरल फीवर का प्रकोप

आरती तिवारी October 11 2022 9501

जिले में बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। अस्पताल में रोजाना 5 से 6 मरीज भर्ती हो रहे हैं। वहीं पि

राष्ट्रीय

आईआईटी गुवाहाटी ने भारतीय जरूरत के अनुसार विकसित किया कृत्रिम पैर

विशेष संवाददाता June 14 2022 43190

भारतीय हालात में पालथी या चौकड़ी लगाकर बैठना, शौच में बैठना आदि मुख्य जरूरत हैं। पश्चिमी पैर से दुर्

उत्तर प्रदेश

टीबी की जाँच में तेजी लाने को तैनात होंगे सैम्पल ट्रांसपोर्टर

हुज़ैफ़ा अबरार January 14 2023 30746

डॉ. शैलेन्द्र भटनागर का कहना है कि प्रदेश को तय समय में टीबी मुक्त बनाने में यह पहल अहम भूमिका निभाए

उत्तर प्रदेश

मैनपुरी में चलाया गया महिला जागरूकता अभियान, मुफ्त सेनेटरी पैड का किया गया वितरण

विशेष संवाददाता February 17 2023 19191

साई बाबा जन कल्याण सेवा समीति की तरफ से महिला जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के जरिए महिलाओं को स

अंतर्राष्ट्रीय

ओमिक्रॉन संक्रमण की रफ़्तार डेल्टा वैरीएण्ट से आगे निकली, कोविड-19 से हर सप्ताह हो रही 50 हज़ार लोगों की मौत।

हे.जा.स. December 21 2021 9652

कोविड-19 महामारी से इस वर्ष 33 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह आँकड़ा, वर्ष 2020 में एचआईवी,

राष्ट्रीय

 कोरोना संक्रमण से एक दिन में सर्वाधिक मौतें। 

एस. के. राणा April 01 2021 13499

संक्रमण से 354 और लोगों की मौत हो गई जो इस साल एक दिन में सर्वाधिक मृतक संख्या है। 17 दिसंबर 2020 को

सौंदर्य

ऑयली स्किन को ठीक करने के उपाय।

सौंदर्या राय November 15 2021 15529

ऑयली स्किन चेहरे पर अनावश्यक चमकदार लुक देती है और ये स्किन के पोर्स बंद कर सकती है।

Login Panel