लखनऊ। सात महीने की उम्र में सुल्तानपुर का अनमय सिंह ऐसी बीमारी से जूझ रहा है, जिसका इलाज दुनिया के सबसे महंगे इलाज में से एक है। अनमय दुर्लभ व जानलेवा बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है और इसका इलाज सिर्फ एक इंजेक्शन से ही सम्भव है, जिसकी कीमत ₹16 करोड़ है।
प्रेस क्लब लखनऊ में गौरीगंज, अमेठी के विधायक व क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन (Kshatriya Parivar Foundation) के डायरेक्टर राकेश प्रताप सिंह ने अनमय (save Anmay) के माता-पिता अंकिता सिंह व सुमित सिंह को इलाज के लिए ₹21 लाख का योगदान देते हुए चेक सौंपा। अब तक अनमय के इलाज के लिए केवल 2 करोड़ 45 लाख रूपए ही एकत्र हो पाएं हैं।
विधायक राकेश प्रताप सिंह (MLA Rakesh Pratap Singh) ने कहा कि स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA-I) जैसी अत्यंत विलक्षण और गम्भीर बीमारी से जूझ रहे नन्हे शिशु अन्मय सिंह को आपकी आवश्यकता है, आगे बढ़ें और दिल खोलकर मदद करें। अनमय के इलाज हेतु चिकित्सकों के द्वारा ₹16 करोड़ के इंजेक्शन (16 crores injection) की आवश्यकता बताई गई है, यह राशि सुनने में जितनी बड़ी है, उससे कहीं बहुत मुश्किल इसका इंतजाम कर पाना है। किसी भी साधारण परिवार के लिए इस राशि की व्यवस्था कर पाना असंभव सा है।
हेल्थ जागरण ने अनमय की माँ अंकिता सिंह (Anmay's mother Ankita Singh) से पूछा कि उन्हें इस बीमारी का कैसे पता चला? उन्होंने बताया कि अनमय के जन्म के बाद हम सभी बहुत खुश थे और उसके उज्ज्वल व स्वस्थ भविष्य की कामना कर रहे थे। लेकिन कुछ दिनों बाद अचनाक उसके हाव-भाव मे ऐसा परिवर्तन आया जो सामान्य शिशुओं में नहीं होता। डॉक्टर्स से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों में विकास कुछ देरी से होता है, प्रतीक्षा कर लेनी चाहिए।
हालात न सुधरने पर देश भर के विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाया गया तो दिल तोड़ने वाली खबर की पुष्टि हुई। अनमय स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी एसएमए-I (spinal muscular atrophy) से पीड़ित है। अनमय को डॉ प्रवीण सुमन द्वारा इलाज के लिए दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल (SGR Hospital) में रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज डॉ एस दुबे, डॉ एस कोहली व डॉ रत्ना डी पुरी के निर्देशन में चल रहा है। उन्होंने जनता से विनती करते हुए कहा कि इम्पैक्ट गुरु (Impact Guru) के माध्यम से अनमय की मदद करें।
हेल्थ जागरण ने अनमय के पिता सुमित सिंह (Anmay's father Sumit Singh) से सरकारी मदद की जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने उन्हें बुलाया था और मदद का आश्वासन दिया था। आश्वासन के बाद 10 दिन बीत चुके है और कोई सम्वाद नहीं हुआ है।
सुमित सिंह ने कहा कि यह इंजेक्शन अमेरिका से मंगाना (import from America) पड़ता है और इससे मांसपेशियों को कमजोर (muscles weakens) कर उन्हें हिलने-डुलने और सांस लेने (breathing) में समस्या पैदा करने वाला जीन निष्क्रिय हो जाता है। यह नर्व्स के लिए जरूरी प्रोटीन का उत्पादन शुरू कर देता है और बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सामान्य रूप से होने लगता है।
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