नई दिल्ली। अगर आप अपने छोटे बच्चों के लिए जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson's and Johnson's) की बेबी पावडर (baby powder) का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। ब्रिटेन की दिग्गज हेल्थकेयर कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की बेबी पावडर की बिक्री पर पूरी दुनिया में रोक (ban) लग सकती है। हालांकि, अमेरिका और कनाडा में जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पावडर की बिक्री साल 2020 से ही बंद है। अमेरिकी रेग्यूलेटर ने कंपनी के बेबी पावडर से कैंसर पैदा होने का दावा किया था। इसके बाद अमेरिका में इसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई थी
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी रेग्यूलेटर के इस दावे के बाद कंपनी के इस उत्पाद को लेकर पूरी दुनिया में समस्या पैदा हो गई है। रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि अमेरिका (America) और कनाडा (Canada) में बेबी पावडर की बिक्री पर रोक लगने के बाद पूरी दुनिया में कंपनी के खिलाफ करीब 34 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराने वालों में कई महिलाएं भी शामिल हैं।
कंपनी ने खारिज किया दावा
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाली महिलाओं ने दावा किया है कि उन्होंने कंपनी के बेबी पावडर का इस्तेमाल किया और उसके बाद उन्हें ओवेरियन कैंसर से जूझना पड़ रहा है। हालांकि, इस प्रकार के दावों को जॉनसन एंड जॉनसन ने खारिज कर दिया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि उत्तरी अमेरिका में बेबी पावडर की बिक्री में गिरावट आने की वजह से उसने वहां के बाजार से उसे हटा दिया था।
बिक्री पर रोक से पहले शेयरहोल्डर्स की वोटिंग
ब्रिटेन (Britain) से प्रकाशित होने वाले 'द गार्डियन' की रिपोर्ट के आधार पर भारतीय मीडिया में इस बात की चर्चा की जा रही है कि पूरी दुनिया में जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पावडर की बिक्री पर रोक लग सकती है। 'द गार्डियन' की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि दुनियाभर में इसकी बिक्री रोकने के लिए शेयरहोल्डर्स के मतदान कराने की तैयारी की जा रही है।
लंदन के निवेश प्लेटफॉर्म ने दिया प्रस्ताव
रिपोर्ट में कहा गया है कि लंदन के निवेश प्लेटफॉर्म तुलिपशेयर (Tulipshare) ने इसका प्रस्ताव दिया है। निवेश प्लेटफॉर्म की ओर से यह प्रस्ताव अमेरिका की सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमेटी को भी भेजा गया है और उससे पूछा गया है कि कंपनी की अप्रैल में होने वाली सालाना बैठक से पहले ऐसा करना उचित होगा या नहीं।
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