मुजफ्फरपुर। मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। होली से पहले अभी गर्मी की शुरुआत सही से हो भी नहीं पायी थी कि चमकी बुखार (tinsel fever) का प्रभाव दिखने लगा है। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) के पीकू वार्ड में भर्ती सकरा बिद्दीपुर गांव के 3 वर्षीय बच्चे मो. फरहान में AES की पुष्टि हुई है। इस वर्ष जिले में अबतक 3 बच्चों में AES के लक्षण मिले हैं।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग (health Department) अलर्ट मोड पर है। सिविल सर्जन डॉ यू सी शर्मा ने बताया कि फरहान के खून का नमूना जांच के लिए भेजा गया है। हालत में सुधार है। पहला मरीज 16 जनवरी को पूर्वी चंपारण के अंकित कुमार आया था। इलाज के बाद उसे डिस्चार्ज किया गया। दूसरा मरीज मीनापुर के ऋतिक कुमार था। और अब सकरा के मोहम्मद फरहान में AES की पुष्टि हुई है। वह भी स्वस्थ हो गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि इसके पीछे मुख्य कारण मेटाबोलिक संबंधी विकार होता है।
चमकी बुखार के लक्षण- Symptoms of Chamki Fever
चमकी बुखार में बच्चे को लगातार तेज बुखार रहता है। बदन में ऐंठन होती है। बच्चे दांत पर दांत चढ़ाए रहते हैं। कमजोरी की वजह से बच्चा बार-बार बेहोश होता है। यहां तक कि शरीर भी सुन्न हो जाता है और उसे झटके लगते रहते हैं।
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