देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

दिल्ली के निजी अस्पताल पर अदालत ने लगाया 10 लाख रुपये का जुर्माना

अस्पताल प्रशासन का कहना था कि उनकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई। पीड़ित दिल की बीमारी का मरीज था और अचानक दिक्कत बढ़ने पर उसकी मौत हुई थी।

हे.जा.स.
March 07 2022 Updated: March 07 2022 20:19
0 31713
दिल्ली के निजी अस्पताल पर अदालत ने लगाया 10 लाख रुपये का जुर्माना प्रतीकात्मक

नयी दिल्ली। लापरवाही से एक मरीज की मौत के 25 साल पुराने मामले में दिल्ली की एक अदालत ने एक निजी अस्पताल पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। अदालत ने निजी अस्पताल की उन तमाम दलीलों को खारिज कर दिया, जिसमें अस्पताल प्रशासन का कहना था कि उनकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई। पीड़ित दिल की बीमारी का मरीज था और अचानक दिक्कत बढ़ने पर उसकी मौत हुई थी।

रोहिणी स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश किरण गुप्ता की अदालत ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए कहा कि चिकित्सा पेशा सम्पूर्ण रूप से एक नोबल पेशा है, क्योंकि यह जिंदगी बचाने में सहायता करता है। आमतौर पर एक मरीज ऐसे प्रतिष्ठित डॉक्टर या अस्पताल का रुख करता है, जहां उसे भरोसा हो कि वहां उसे डॉक्टर और जीवन संरक्षण संबंधी यंत्र दोनों मिलेंगे, लेकिन अगर डॉक्टर से सही इलाज नहीं मिलता है, तो इसकी एक वजह अस्पताल भी होता है क्योंकि डॉक्टर की योग्यता को परखना और उसका सही उपयोग करना अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है।

वर्ष 1997 का मामला
पेशे से खुद डॉक्टर सुभाष गोयल को 5 फरवरी 1997 को छाती में दर्द की शिकायत पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 6 फरवरी 1997 की सुबह सुभाष गोयल की मौत हो गई थी। परिवार का आरोप था कि डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से उनकी मौत हुई। इस मामले में निचली अदालत ने अस्पताल प्रशासन को लापरवाही से मौत का दोषी करार दिया था।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

सौंदर्य

जानिये स्किन में कसाव लाने के उपाय।

सौंदर्या राय December 04 2021 20137

जहाँ-जहाँ आपकी त्वचा ढ़ीली है, शरीर के ऐसे हिस्सों पर फोकस करें | अपने पेट और नितम्बों को न भूलें |

उत्तर प्रदेश

सिर्फ कुंडली ही न मिलाएं, हीमोग्लोबिन की भी जांच कराएं

हुज़ैफ़ा अबरार June 14 2022 15062

प्रदेश में 15 से 49 साल आयु वर्ग की 50.4 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी से ग्रसित हैं। गर्भवती महिलाओं क

स्वास्थ्य

स्वास्थ्य पर आयोडीन का प्रभाव

लेख विभाग October 21 2022 14560

वर्तमान समय में विश्व भर में आयोडीन अल्पता विकार प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है। विश्व

उत्तर प्रदेश

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन

आरती तिवारी August 22 2022 23502

बुजुर्गों के लिए आंख से संबंधित समस्याओं के लिए शिविर लगाया गया था। कार्यक्रम में नेत्र चिकित्सक द्व

उत्तर प्रदेश

एम्स गोरखपुर में जल्द शुरू होगा पांच विभागों में आईसीयू

रंजीव ठाकुर October 09 2022 17928

एम्स में प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति हो रही है। रोज नए-नए वार्ड शुरू किए जा रहे हैं। एम्स म

उत्तर प्रदेश

कैंसर रोगियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में प्रभावी है रिप्रोसैल

हुज़ैफ़ा अबरार January 21 2022 16562

इस सप्लीमेंट के क्रिया ऐक्शन मेकनिज़म की मूल अवधारणा यह है कि प्रमुख प्रोटीन, एटीपी (एडीनोसिन ट्राइ

स्वास्थ्य

जानिए आंखों के नीचे सूजन का कारण और ठीक करने का उपाय

आरती तिवारी September 07 2022 34952

सुबह उठने के साथ सूजी आंखें कई लोगों को परेशान करती है। वहीं कभी-कभी दिन भर लोगों की आंखों में सूजन

उत्तर प्रदेश

सरकार प्रदेश के ढाई करोड़ वाहन चालकों के आंखों की कराएगी जांच।

हुज़ैफ़ा अबरार February 21 2021 18013

आंखों की जांच से लगभग 12 फ़ीसदी सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इस पर जो भी खर्च आएगा उसे गृह और परिवह

उत्तर प्रदेश

जिला स्तरीय अधिकारी अस्पतालों का निरीक्षण करके व्यवस्था सुधारें: ब्रजेश पाठक

रंजीव ठाकुर April 26 2022 16313

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सोमवार को गोण्डा में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य का जायजा ले

राष्ट्रीय

देश में ढलान पर कोरोना संक्रमण, 1 लाख 49 हज़ार नए मामले और 1072 मरीजों की मौत

एस. के. राणा February 04 2022 12441

बीते 24 घंटे में 2,46,674 लोग रिकवर हुए। कोरोना को मात देने वालों का अब तक आंकड़ा 4,00,17,088 पहुंच

Login Panel